2जी मामला: गवाहों पर दबाव बना रही है सीबीआई
नई दिल्ली। पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा के निजी सचिव रहे आरके
चंदोलिया ने दिल्ली की एक अदालत के समक्ष आरोप लगाया कि सीबीआई उनके खिलाफ
2जी स्पेक्ट्रम मामले में गवाहों पर गवाही के लिए दबाव बना रही है।
चंदोलिया के वकील विजय अग्रवाल ने विशेष सीबीआई जज ओपी सैनी को बताया
कि इस साल 2 फरवरी को मेरे मुवक्किल की गिरफ्तारी गैर-कानूनी थी क्योंकि उस
समय अभियोजन पक्ष मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई गवाह पेश नहीं कर सका और
सीबीआई उन्हें आरोपी बनाने के लिए गवाहों पर दबाव डाल रही है।
आरोप तय करने पर दो दिन चली जिरह खत्म करते हुए अग्रवाल ने दलील दी कि
वे लोग जिन्हें छोड़ दिया गया है या जिन्हें गवाह बनाया जा रहा है, उन्हें
अदालत के समक्ष आरोपी के तौर पर होना चाहिए था।
वकील ने कहा कि दूरसंचार विभाग के अधिकारी आर.पी. अग्रवाल ने विभिन्न
तिथियों पर अपने बयान में चंदोलिया का नाम नहीं लिया, लेकिन चंदोलिया की
गिरफ्तारी के बाद उन्होंने गवाही में निजी सचिव का नाम लिया। इससे चंदोलिया
को फंसाने का सीबीआई का उद्देश्य साफ पता चलता है।
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मित्र के सामने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म
रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 15 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना की पुलिस ने जाच शुरू कर दी है।
रायपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने रविवार को यहा बताया कि नई राजधानी क्षेत्र उपरवारा गाव में मित्र के सामने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है और पुलिस ने मामले की जाच शुरू कर दी है।
सिंह ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली कि अभनपुर क्षेत्र की 15 वर्षीय छात्रा शुक्रवार को स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन वह अपने मित्र धनेश्वर के साथ मोपेड में सवार होकर नई राजधानी क्षेत्र के उपरवारा गाव के पास चली गई और दोनों वहा जंगल के किनारे बैठ गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब छात्रा और धनेश्वर वहा बैठे थे, तब तीन युवक वहा पहुंचे और धनेश्वर की पिटाई कर दी। बाद में धनेश्वर को बाधकर उसके सामने तीनों ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और वहा से फरार हो गए। आरोपियों ने छात्रा से बाली भी छीन ली और किसी को बताने पर जान से मार देने की धमकी भी दी थी।
सिंह ने बताया कि छात्रा ने अपनी सहेली को इसकी जानकारी दी। सहेली ने जब उसके परिजनों को जानकारी दी, तब शनिवार को पुलिस में रपट लिखाई गई।
उन्होंने बताया कि छात्रा ने आरोपियों का हुलिया पुलिस को बताया है जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जाच शुरू कर दी है। उपरवारा तथा आस-पास के गाव के दर्जनों लोगों से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पुलिस को अपराधियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना को गंभीरता से लिया है। रमन सिंह ने इस वारदात की तीव्र निंदा करते हुए कहा है कि अपराधियों ने अपनी इस घिनौनी हरकत से हमारी सभ्यता, संस्कृति और मानवता को कलकित किया है।
उन्होंने पीड़ित बालिका और परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए कहा है कि इस वारदात के अपराधियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपराधियों का युद्ध स्तर पर पता लगाने और गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
राजधानी रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में पहले भी ऐसी घटनाएं घट चुकी है।
वर्ष 2008 में शहर से लगे नंदनवन क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार दंपति को पाच युवकों ने घेर लिया था तथा उनसे लूटपाट की थी। बाद में युवकों ने पति के सामने पत्नी के साथ दुष्कर्म किया था। बाद में पुलिस ने सभी आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है।
एक अन्य घटना में शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर धरसीवा क्षेत्र में पाच महीने पहले 14 फरवरी को अपने मंगेतर के साथ घूमने निकली युवती के साथ इंजीनियरिंग कालेज के पाच छात्रों ने बलात्कार किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
रायपुर जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लाल उम्मेद सिंह ने रविवार को यहा बताया कि नई राजधानी क्षेत्र उपरवारा गाव में मित्र के सामने छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है और पुलिस ने मामले की जाच शुरू कर दी है।
सिंह ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली कि अभनपुर क्षेत्र की 15 वर्षीय छात्रा शुक्रवार को स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन वह अपने मित्र धनेश्वर के साथ मोपेड में सवार होकर नई राजधानी क्षेत्र के उपरवारा गाव के पास चली गई और दोनों वहा जंगल के किनारे बैठ गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब छात्रा और धनेश्वर वहा बैठे थे, तब तीन युवक वहा पहुंचे और धनेश्वर की पिटाई कर दी। बाद में धनेश्वर को बाधकर उसके सामने तीनों ने छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और वहा से फरार हो गए। आरोपियों ने छात्रा से बाली भी छीन ली और किसी को बताने पर जान से मार देने की धमकी भी दी थी।
सिंह ने बताया कि छात्रा ने अपनी सहेली को इसकी जानकारी दी। सहेली ने जब उसके परिजनों को जानकारी दी, तब शनिवार को पुलिस में रपट लिखाई गई।
उन्होंने बताया कि छात्रा ने आरोपियों का हुलिया पुलिस को बताया है जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जाच शुरू कर दी है। उपरवारा तथा आस-पास के गाव के दर्जनों लोगों से पूछताछ की जा रही है।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पुलिस को अपराधियों का पता लगाने और उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना को गंभीरता से लिया है। रमन सिंह ने इस वारदात की तीव्र निंदा करते हुए कहा है कि अपराधियों ने अपनी इस घिनौनी हरकत से हमारी सभ्यता, संस्कृति और मानवता को कलकित किया है।
उन्होंने पीड़ित बालिका और परिवार के प्रति सहानुभूति प्रकट करते हुए कहा है कि इस वारदात के अपराधियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपराधियों का युद्ध स्तर पर पता लगाने और गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
राजधानी रायपुर और आसपास के क्षेत्रों में पहले भी ऐसी घटनाएं घट चुकी है।
वर्ष 2008 में शहर से लगे नंदनवन क्षेत्र में मोटरसाइकिल सवार दंपति को पाच युवकों ने घेर लिया था तथा उनसे लूटपाट की थी। बाद में युवकों ने पति के सामने पत्नी के साथ दुष्कर्म किया था। बाद में पुलिस ने सभी आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है।
एक अन्य घटना में शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर धरसीवा क्षेत्र में पाच महीने पहले 14 फरवरी को अपने मंगेतर के साथ घूमने निकली युवती के साथ इंजीनियरिंग कालेज के पाच छात्रों ने बलात्कार किया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
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युवती को छेड़ा, भाई को पीटा, पुलिसकर्मी गिरफ्तार
पूर्वी दिल्ली,
विवेक विहार इलाके में एक पुलिसकर्मी ने हद दर्जे की बदतमीजी की। पहले उसने साथियों के साथ मिलकर एक युवती से छेड़छाड़ की। फिर विरोध करने पर उसके भाई को डंडों से पीट कर अधमरा कर दिया। उसे घायलावस्था में डा. हेडगेवार अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके सिर में सात टांके आए हैं। आरोपी पुलिसकर्मी सतनाम को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस मामले को रफादफा कर रही है।
झिलमिल निवासी कोमल (नाम बदला हुआ) शनिवार रात करीब आठ बजे घर के निकट स्थित पार्क में घूम रही थी। उस समय पार्क में पुलिसकर्मी सतनाम सिंह (35) अपने दो साथियों संग बैठा था। उसने कोमल पर कुछ फब्तियां कसीं। विरोध करने पर उसने छेड़छाड़ करते हुए कोमल का हाथ पकड़ लिया। इस पर कोमल ने शोर मचाया। शोर सुनकर उसका भाई प्रवीण (परिवर्तित नाम) मौके पर पहुंचा। उसकी सतनाम से कहासुनी हो गई। इसी बीच सतनाम के घर से आधा दर्जन लोग आ गए और प्रवीण पर टूट पड़े। प्रवीण का आरोप है कि शराब के नशे में हमलावरों ने धारदार हथियार से उसके सिर पर वार किए। डंडों से उसकी जमकर पिटाई की गई। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
प्रवीण के परिजनों का आरोप है कि सतनाम दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का चालक है। इसके चलते स्थानीय पुलिस उन पर समझौता करने के लिए दबाव बना रही है। उनका आरोप है कि शनिवार रात में सतनाम को कुछ देर के लिए हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने छोड़ दिया है। इतना ही नहीं, पुलिस ने उसके खिलाफ हल्की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं, मामले में पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त प्रभाकर ने कहा कि पीड़ित की शिकायत पर सतनाम और उसके भतीजे जगदेव व इंद्रजीत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। रविवार को सतनाम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।