Sunday, October 2, 2011

बेटे की चाह छोडक़र लडक़ी को जन्म दें:सुमिता सिंह


काम्बोज/अनेजा करनाल
प्रदेश महिला काग्रेस की अध्यक्ष एवं करनाल की विधायक श्रीमति सुमिता सिंह  ने  जिला के लोगों का आहवान किया कि वे रूढ़ीवादी विचारों को छोडकर लडक़ा और लडक़ी के भेदभाव को मिटाए तथा एक सुन्दर, स्वास्थ एवं सशक्त समाज का निर्माण करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए आगे आये।
विधायक प्रगतिशील सामाजिक मंच हरियाणा द्वारा पंचायत भवन में कन्याभू्रण हत्या, महिला साक्षरता व महिला सशक्ति करण पर आयोजित महिला जागरूकता शिविर में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित जन-समूह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि घटता लिंगानुपात समाज के सामने एक बहुत बडी समस्या बन गई है। यह समस्या प्राकृति ने नही दी है बल्कि समाज के लोगों ने अपने द्वारा बनाये गये नियम व रूढ़ीवादी विचारों के कारण पैदा की है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की संख्या इसी प्रकार कम होती गई तो भविष्य में इसके परिणाम खतरनाक साबित होगें। इस सामाजिक कुरीति को रोकने के लिए आम आदमी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि लोग समाज के प्रति अपनी जिम्मेवारी समझे तो सामाजिक बुराईयां अपने आप ही समाप्त हो जायेगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में लड़कियां लडक़ों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है । जरूरत इस बात की है कि उन्हें हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर प्रदान किया जाये। विधायक ने कहा कि लोगो को चाहिए कि वे बेटे की चाहत छोडक़र लडक़ी को जन्म दें। हरियाणा सरकार ने भी लड़कियों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रखी हैं। लड़कियों को मुफ्त शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति दी जा रही है। लाडली योजना के तहत जिस मां-बाप के पास केवल लड़कियां हैं और इनमें से किसी एक की आयु 45 वर्ष है उसे सरकार द्वारा पैंशन दी जा रही है। सरकार द्वारा गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी में इंदिरा गांधी विवाह शगुन योजना के तहत 31 हजार रुपये की राशि अनुदान के रूप में दी जाती है। उन्होंने कहा अब लड़कियां मां-बाप पर बोझ नहीं बल्कि सहारा है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं स्वयं तीन बेटियों की मां हूं, मुझे कभी भी मेरी बेटियों ने बेटे की याद नहीं आने दी और ये बेटियां बेटे से किसी प्रकार भी कम नहीं हैं। 
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त करनाल श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी ने कहा कि समाज में जो काम लड़कियां कर सकती हैं, उस काम को लडक़े नहीं कर सकते। दुख पडऩे पर भी लड़कियां ही सहारा बनती है, परन्तु ऐसे में लडक़े साथ छोड़ देते हैं। हमें चाहिए कि हम अपनी सोच में परिवर्तन लाकर लड़कियों को पैदा कर एक नए भविष्य का निर्माण करें। उन्होंंने आज फिर दोहराया की  हर मास की  6 तारीख  को प्रात: 9 बजे चाहे आप बाथरूम,  बैडरूम या खेत तथा अन्य किसी भी स्थान पर हो,आप ने अपने आपसे यह संकल्प करना है कि कन्याभू्रण हत्या नही करेगे और नही करने देंगे। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला तब तक जारी रखना है जब तक लिंगानुपात में समानता नही होती। 
इस अवसर पर प्रगतिशील सामाजिक मंच हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष व कार्यक्र्रम के आयोजक ज्ञान सहोता ने करनाल जिले में हो रहे विकास कार्यों के सार्थक प्रयासों के लिए विधायक को बधाई दी और करनाल जिले में बेटियों के जन्मदर में वृद्धि पर उपायुक्त की सराहाना की। कार्यक्र्रम के आयोजक ज्ञान सहोता द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी दिये गये।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार व जिला शिक्षा अधिकारी सरिता भंडारी ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में कन्याभू्रण हत्या पर  राजकीय मिडल स्कूल सीतामाई की छात्राओं द्वारा नाटक प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में मंच के प्रदेश महासचिव कुलवन्त कलेर, नगरपालिका निसिंग के वाईस चैयरमैंन बलदेव सिंह बरियार, प्रीतम चीमा, कुलदीप मान, सतबीर ढीगडा, पान सिंह राणा, प्रताप सिंह चीमा, अनिल नम्बरदार, शाम सहोता, बलराज गिल, संतोष गिल, संतोष तेजान, सुषमा नागपाल, प्रेमो देवी , मीनाक्षी, मोहनी, सुधा वालिया, तेजन्द्री, रेखा, आस्था गिल, रीना रानी, सोनिया, सुनिता सहित मंच के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।

No comments:

Post a Comment