करनाल काम्बोज/अनेजा
स्थानीय राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान के स्टाफ क्लब में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा नई दिल्ली द्वारा तैयार जिला स्वास्थ्य विभाग एवं स्टाफ क्लब एन.डी.आर.आई. के संयुक्त पहल से जन्मोत्सव एवं साधना नाटक की प्रस्तुति और कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में जिला एवं सत्र न्यायाधीश राज राहुल गर्ग ने शिरकत की। इस अवसर पर ने कला प्रदर्शनी का उदघाटन करने के बाद कहा कि कला मनुष्य को विवेक और दृष्टि देती है व समाज को सांस्कृतिक दिशा देती है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में लडकियां लडकों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। जरूरत इस बात की है कि उन्हें हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर प्रदान किया जाए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर शिरकत करने पहुंची उपायुक्त करनाल श्रीमती नीलम प्रदीप कासनी ने कहा कि कन्याभ्रूण हत्या के विरूद्ध इस कार्यशाला ने बड़ा सांस्कृतिक वातावरण निर्मित किया है। श्रीमती कासनी ने कहा कि समाज में महिला व पुरूष में असमानता का सबसे बड़ा कारण पुत्र की चाह माना जा रहा है परन्तु समाज में जितनी जरूरत लडक़े की है ठीक उतनी ही जरू रत लडक़ी की भी है। यदि लडक़ी नहीं होगी तो सृष्ठि का चक्र कैसे चलेगा। उन्होंने आज फिर दोहराया कि आगामी 6 अक्तूबर को प्रात: 9 बजे चाहे आप बाथरूम, बैडरूम या खेत तथा अन्य किसी भी स्थान पर हो, आपने अपने आपसे यह संकल्प करना है कि कन्याभ्रूण हत्या नहीं करेंगे और न ही करने देंगे। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला तब तक जारी रखना है जब तक लिंगानुपात में समानता नहीं होती। यह संकल्प हर महीने की 6 तारीख को लेना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एन.डी.आर.आई. के निदेशक डाक्टर ए.के.श्रीवास्तव ने कहा कि हमारे परिसर में आयोजित इस आयोजन में देशभर के कई प्रसिद्ध कलाकारों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कन्याभ्रूण हत्या के बारे में विस्तार से कहा कि कन्याभ्रूण हत्या करना पाप है और यह एक बड़ा अपराध है।
कार्यक्रम में नासिरा शर्मा की प्रख्यात कहानी अपनी कोख पर आधारित नाटक साधना का मंचन किया गया तथा नाटक जन्मोत्सव जिसके लेखक अमित, सोहन व सुभाष हैं को भी दर्शकों के सामने दिखाया गया। इस अवसर पर नासिरा शर्मा खुद उपस्थित थी और ये दोनों नाटक करनाल जिला के कई कस्बों में दिखाए गए हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजन राजीव रंजन ने भी कन्याभ्रूण हत्या विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। पिछले 3 दिन से चल रही राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला का विधिवत समापन भी हुआ।
सिविल न्यायालय स्थापित करने के लिए सेशन जज ने किया इन्द्री का दौरा
इन्द्री सुरेश अनेजा
इन्द्री में सिविल न्यायालय स्थापित करने के उद्देश्य से जिला सेशन जज राज राहुल गर्ग ने इन्द्री का दौरा कर उपमंडल कार्यालय व किसान भवन का निरीक्षण किया। जब से इन्द्री उपमंडल बना है तभी से इन्द्री में सिविल न्यायालय स्थापित करने की मांग की जा रही थी। सिविल न्यायालय को स्थापित करने की प्रक्रिया पिछले कई महीनों से चल रही है। हाइकोर्ट के माननीय न्यायाधीश राजेश बिंदल ने कुछ महीने पूर्व इन्द्री उपमंडल का दौरा कर यहां की स्थिति का जायजा लिया था। इसकी रिपोर्ट मुख्य न्यायाधीश को दी जिसके बाद इन्द्री में सिविल न्यायालय स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई। वरिष्ठ अधिवकता जे एस जाटान व पी एस भाटी ने बताया कि इन्द्री में सिविल न्यायालय होना जरूरी है क्योंकि इन्द्री को उपमंडल का दर्जा मिल चुका है और जहां पर भी उपमंडल है वहंा सिविल न्यायालय होना अति आवश्यक है। क्योंकि अधिकांश मामले सिविल न्यायालय से जुड़े हुए होते हैं और यदि यहां पर सिविल न्यायालय स्थापित हो जाता है तो यह मामले करनाल की बजाय इन्द्री में ही निपट जायेंगे। उन्होंने कहा कि इन्द्री क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक अधिवक्ता है जो करनाल में अपनी प्रैक्टिस कर रहे हैं। इन अधिवकताओं के पास अधिकतर मामले उपमंडल से संबंधित आते हैं। इस अवसर पर भगवत प्रसाद गुप्ता,अशोक चौहान,सुखबीर सिंह,एस सी मोहन आदि उपस्थित रहे।
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