करनाल विजय काम्बोज
कई गांवों सरपंचों के नेतृत्व में संधीर गांव के ग्रामीणों ने बिजली निगम के एसडीओ के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की । ग्रामीण एसडीओ पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की माग की। इस संबंध में ग्रामीणों ने उपायुक्त से मुलाकत की। बड़थल के सरपंच राम कुमार , शामगढ़ के दिलरात, पुरानी नीलोखेड़ी के हरजीत सिंह, जांबा के राम सिंह, संधीर के राजपाल, सेहलों की सरपंच नीलम, बराना की महिंद्रो देवी, सीकरी की सरपंच सुनीता आदि के नेतृत्व में संधीर के ग्रामीण बीडीओ कार्यालय के सामने एकत्रित हुए और उन्होंने एसडीओ जीतूराम तंवर के खिलाफ नारेबाजी की। वे थाना बुटाना भी गए। प्रदर्शनकारियों ने थाना बुटाना प्रभारी महेश कुमार से एसडीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की माग की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि 30 जुलाई को एसडीओ गाव संधीर में अपने कर्मचारियों के साथ पहुचे और उन्होंने जोहड़ पर लगे ट्रासफार्मर का स्टार्टर और केबल उतारने का प्रयास किया। ग्रामीणों के विरोध से एसडीओ स्टार्टर और केबल नहीं उतार सके। एसएचओ को संधीर के सरपंच राजपाल ने बताया कि उसने जोहड़ पर ट्रासफार्मर लगाने के लिए एसडीओ को ग्रामीणों से रुपये एकत्रित कर दिए थे और एसडीओ ट्रासफार्मर को चालू करने के लिए 10 हजार रुपये की अलग से माग कर रहे थे। जोहड़ में पानी न होने से पशुओं को परेशानी हो रही थी। इससे जोहड़ पर ट्रासफार्मर लगाने के लिए 10 हजार रुपये भी दिए गए। प्रदर्शनकारियों ने इस संबंध मे डीसी से भी मुलाकात की। उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने इस मामले का जांच कराने का आश्वासन दिया। जीतूराम तंवर का कहना है कि उन्हें सूचना मिली थी कि पंचायती ट्यूबवेल से बिजली चोरी हो रही है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से बात कर कार्रवाई की। ट्यूबवेल के ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी पकडऩे पर उन्होंने केबल कब्जे में ले लिया। इस पर सरपंच ने उनके साथ झगड़ा किया और कार की चाबी निकाल ली। सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने पर उन्होंने पुलिस में उसकी शिकायत की है। इससे खफा सरपंच उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा है।
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