Thursday, August 25, 2011

करनाल जिला पुरूष नसबन्दी के मामले में 4249 आप्रेशन के आधार पर प्रदेश भर में अव्वल :कासनी


दिनभर राइटर करनाल
 उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने आज स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित मासिक बैठक में अधिकारियों को उनकी छवि निखारने के लिए कुछ जरूरी टिप्स दिए। सिचाई , स्वास्थ्य, कल्याण, समाज कल्याण जैसे विभागों के अधिकारियों को त्वरित गति से काम करने के लिए शाबाशी दी तथा जिन विकलांगो की उपलब्धि काबिले तारीफ नहीं थी उन्हें मौका दिया कि वे अपने काम में बेहतरी लाए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग की गतिविधियों की समीक्षा करते हुए बताया कि करनाल जिला पुरूष नसबन्दी के मामले में 4249 आप्रेशन के आधार पर प्रदेश भर में अव्वल है। चालु वित्त वर्ष में जुलाई तक यह उपलब्धि लक्ष्य के फलस्वरूप 122 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि मलेरिया जैसी बीमारी की रोकथाम के लिए विभाग पूरी तरह से सजग है और डेगुं, खतरनाक मलेरिया जापानी बुखार को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए गए    है। परिणामस्वरूप गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष  डेगुं के 124 केस कम हुए। इसी प्रकार दिमागी बुखार का इस वर्ष  कोई केस नहीं हुआ। गत वर्ष इसका एक केस सामने आया। खतरनाक मलेरिया के पिछले वर्ष के मुकाबले 371 के मुक ाबले केवल 55 केस हुए। 
     बैठक में समाज कल्याण अधिकारी क ो निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि विभिन्न पैंशन योजनाओं के कुल एक लाख 36 हजार में से एक लाख 23 हजार लाभार्थियों के खाते खुलवा कर लक्ष्य को पटरी पर ला दिया है लेकिन करीब 10-12 हजार व्यक्ति ऐसे है जिनका नाम इत्यादि की गलतियां ठीक करनी है। उन्हें भी शीघ्र दुरस्त कर दें। उपायुक्त का अधिकारियों से कहना था कि प्रतिदिन आने वाले आवेदनों को ध्यान से देखे और उन पर कार्यवाही करें। उन्होंने बिजली अधिकारियों के साथ-साथ कई अन्य पब्लिक डीलिंग विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यशैली में और सुधार लाए। उन्होंने लोकल बाडीज के अधिकारियों को भी इस तरह के निर्देश दिए। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों से उन्होंने कहा कि सफाई की ओर ज्यादा ध्यान दे तभी गांव निर्मल हो सकेंगे।  कौन सा विभाग कितना अच्छा काम करता है इसकी फीड बैक जनता से मिलती है। बैठक में पुलिस विभाग की भी समीक्षा की गई। बैठक में उपस्थित उप पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र पाल सिंह को उपायुक्त ने कहा कि अभी भी जिला में दहेज, बलात्कार, चोरी व घरेलु हिंसा की घटनाए हो रही है। पुलिस अपनी मुस्तैदी बढ़ाए ताकि अपराधों की संया कम हो। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे झगड़े कोर्ट-कचहरी में चले जाते है। लोगों को जागरूक करने का काम भी अधिकारी करें। उन्होंने कहा कि आज का युवा दिशाहीन हो रहा है। अधिकारी इनसे डीलिंग के दौरान समझाने का काम करें। 
    

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