Thursday, August 18, 2011

अन्ना के समर्थन में वामपंथियों ने निकाला मार्च और केंद्रीय मंत्रियों के पुतले फूके


असन्ध दीपक पांचाल
     समाजसेवी अन्ना हजारे की गिरफ्तारी के विरोध में विभिन्न राजनैतिक पार्टियां भी अब खुलकर सामने आ गई हैं। एक ओर जंहा वामपंथियों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए शहर में मार्च निकाला और केन्द्रीय मंत्रियों के पुतले फूंके वहीं दूसरी ओर इनेलो व हजकां नेताओं ने भी अलग-अलग विरोध बैठकों का आयोजन कर अन्ना की गिरफ्तारी की निंदा की।
            भाकपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतपाल बैनीवाल की अध्यक्षता में आज सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने पुरानी अनाज मण्डी से लेकर उपमंडलाधीश कार्यालय तक मार्च निकाला और गृह मंत्री पी चितम्बरम,अम्बिका सोनी व कपिल सिब्बल का पूतला फूंक सरकार के फैसले का विरोध किया। इस प्रदर्शन के दौरान काफी संख्या में नगरवासी भी वामपंथियों के साथ हो लिए और जमकर अपनी भड़ास निकाली।
      वहीं दूसरी ओर इनेलो जिलाध्यक्ष राणा यशवीर कुक्कू,वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरि सिंह सन्धू व हजकां जिलाध्यक्ष पवन शाहपुर ने भी अलग-अलग जगहों पर कार्यकर्ताओं की बैठक को सम्बोधित कर केन्द्र सरकार के अडिय़ल रवैये की आलोचना की। विपक्षी नेताओं का आरोप था कि केन्द्र सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है और अपनी गर्दन बचाने के लिए लोकपाल विधेयक लाने से डर रही है। उन्होने आरोप लगाया कि जितने घोटाले यूपीए की वर्तमान सरकार में हुए है इतने घोटाले पूर्व की किसी भी सरकार में नही हुए। उन्होने वर्तमान सरकार को हिटलरशाही सरकार करार देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार आम जनता का गला घोंटने पर उतारू है।
       विभिन्न बैठकों में इनेलो कार्यकर्ता नरेश रंगरूटीखेड़ा,दीपक छाबड़ा,कश्मीर सिंह,सतबीर पंगाला,साहब सिंह,रामजुआरी,कर्मबीर धानक,रामपाल ललैण,हिशम जौली, हजकां कार्यकर्ता मेहर पोपड़ा,सुल्तान हथलाना,सुरेन्द्र जाणी,ज्ञान चंद गर्ग,प्रीतम कक्ड़ सहित अन्य कार्यकर्ता मौजुद थे।


एसडीएम आरके सिंह ने किया कांग्रेस घास उन्मूलन अभियान की शु़रूआत
असन्ध दीपक पांचाल
    कांग्रेस घास अनेक प्रकार की संक्रमित बीमारियों को फैलाती है। इस घास को जड़मूल से नष्ट करके ही इस पर काबू पया जा सकता है। यह विचार उपमण्डलाधीश आरके सिंह ने असंध के लघु सचिवालय में कांग्रेस घास के उन्मूलन अभियान की शुरूआत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस घास को जमीन से जड़ सहित उखाडक़र उसे दबा यां जला देना चाहिए।
एसडीएम ने कहा कि यदि इसे उखाडक़र यूं ही छोड़ दिया जाएग तो इसके बीज दोबारा से अपना अधिपत्य स्थापित करने में देर नही लगाते। उन्होने कहा कि यह घास वर्ष में चार बार अंकुरित होती है और इसके सम्पर्क में आने से एलर्जी सहित अन्य रोग होने का खतरा पैदा होता है। उन्होने बताया कि इस घास को खत्म करने के लिए विशेष उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है जिसके प्रथम चरण के दौरान लघु सचिवालय के आस-पास के इलाकों से इस घास का सफाया किया जाएगा। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्यालय के आस-पास इस घास को पैदा न होने दें और स्प्रे सहित अन्य तरीकों से इसको नष्ट करने का प्रयास करें।इस अभियान के दौरान तहसीलदार जगदीश चन्द्र,बीडीपीओ प्रेम सिंह,नायब तहसीलदार हिम्मत सिंह,नपा सचिव बलबीर सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजुद थे।

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