ग्लोबल रिसर्च इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टैक्नॉलाजी में नये सत्र का शुभारंभ
रादौर कुलदीप सैनी
ग्लोबल रिसर्च इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टैक्नॉलाजी रादौर के नये सत्र का मंगलवार को शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर निदेशक डॉ कृष्ण गोपाल की अध्यक्षता में स्टाफ सदस्यों व छात्रों ने हवन यज्ञ कर नये सत्र का आगाज किया। सरस्वती वंदना के उपरांत दीपक प्रज्जवलित कर प्रशासिनक निदेशक डॉक्टर एसके भसीन ने नये सत्र को शुरू करने की घोषणा की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों के अभिभावकों ने भी भारी संख्या में भाग लिया।
उपस्थित गण को संबोंधित करते हुए डॉक्टर एसके भसीन ने कहा कि विद्यार्थियों को समय का सदुपयोग कर अपनी शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। संस्थान विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। संस्थान ने विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए देश भर से उच्च कोटि के शिक्षक संस्थान में नियुक्ति किए है। जो अपने क्षेत्र के महारथी माने जाते है। संस्थान का उदेश्य बच्चों को उच्च कोटि की तकनीकी शिक्षा देकर उन्हें देश का बेहतरीन इंजीनियर बनाना है। इस अवसर पर चेयरमैन चौ० मेवाराम ने कहा कि संस्थान बच्चों को रोजगार दिलवाने के लिए देश की जानी मानी कम्पनियों को संस्थान में निमत्रंण देकर बच्चों को अच्छे से अच्छा रोजगार दिलवाने के लिए प्रयासरत है। संस्थान की ओर से यूनिवर्सिटी स्तर पर स्थान ग्रहण करने वाले बच्चों को सम्मानित किया जाता है। बच्चों को खेलों, शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए विशेष तौर पर प्रोत्साहित किया गया है। कार्यक्रम के अंत में संस्थान की मेधावी छात्रा शिवानी वर्मा रादौर को युनिवसिटी में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर कम्पयूटर, करीना नैय्यर को पहले वर्ष में अव्वल आने पर 11 हजार रूपये नगद, रूद्धाक्षी रादौर, अमित सोमानी, दीक्षांत गोयल, सचिन कुमार, चित्रलेखा, प्रदीप कुमार, आशु, विशाल सिंगला, अमन शर्मा को 51-51 सौं रूपये देकर सम्मानित किया गया।
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यमुनार में छोड़ा गया 6 लाख क्यूसिक पानी
रादौर कुलदीप सैनी
पहाड़ी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद मंगलवार को नहरी विभाग द्वारा यमुनानदी में छोड़े गए लगभग साढे 6 लाख क्यूसिक पानी से यमुना में बाढ़ आ गई है। यमुना अपने पूरे उफान पर है। यमुना की बाढ़ से अब तक जठलाना क्षेत्र के लगभग एक दर्जन गांव की हजारों एकड़ धान, गन्ने व चेरी की फसल पानी में जलमग्न हो चुकी है। जबकि प्रभावित गांव में किसानों के दर्जनों कूप व गुहारें भी बाढ़ में बह गए। वहीं यमुनानदी पार स्थित पोबारी गांव यमुना की बाढ़ से डूबा रहा। जहां ग्रामीण बाढ़ से बचने के लिए गांव की मस्जिद के ऊपर चढ़ गए। उधर बाढ़ के पानी से गांव लालछप्पर, संधाला, संधाली भी चारों ओर से घिरे हुए है। बाढ़ के पानी से यमुनानगर-करनाल वाया जठलाना मार्ग दोपहर बाद पूरी तरह से यातायात के लिए बंद हो गया। सडक़ पर दो से तीन फुट पानी के कारण अब यातायात ठप्प रहा। प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार राजबीर सिंह सुर्जेंवाला, बीडीपीओं रादौर कंवरभान नरवाल, पंचायत अधिकारी अंग्रेज ङ्क्षसह मोर, कानूनगो रूपराम, पंचायत सचिव जगदीश सैनी, आंनद गौड़, राकेश शर्मा, पटवारी रणबीर ङ्क्षसह दिनभर बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में दौरे कर स्थिति पर नजर रखे हुए थे। प्रशासन की ओर से यमुना के साथ लगते गांव में मुनादी करवाकर रात के समय पहरा लगाकर यमुना की स्थिति पर नजर रखने बारे कहा गया है।
किसानों ने की बाढ़ से बचने के लिए नाव व लाईफ जैकेट की मांग-यमुनानदी में मंगलवार को छोड़े गए भारी पानी से क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव बुरी तरह से प्रभावित हुए है। गांव में कई कई फुट पानी घुस गया है। किसान शिवकुमार संधाला, सुशील राणा, श्यामङ्क्षसह व रामस्वरूप ने बताया कि उनके पास बाढ़ से बचने के लिए कोई लाईफ जैकेट नहीं है। सरकार बाढ़ के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च देती है। लेकिन यमुनानदी के साथ लगते गांव के लोगों को बचाने के लिए एक लाईफ जैकेट तक उपलब्ध नहीं करवाती। प्रशासन की ओर से गांव में बाढ़ से बचने के लिए कोई नाव तक मौके पर नहीं भेजी गई। उधर नायब तहसीलदार रादौर राजबीर ङ्क्षसह सुर्जेवाला ने बताया कि प्रशासन की ओर से सभी अधिकारी बाढ़ क्षेत्र में लगातार दौरे कर रहे है। प्रभावित ग्रामीणों को प्रशासन की ओर से सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की कोशिश की जाएगी।
अन्ना हजारे की गिरफतारी के विरोध में किया रोष प्रदर्शन
रादौर कुलदीप सैनी
केन्द्र सरकार द्वारा अन्ना हजारे को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में मंगलवार को सिविल सोसायटी के बैनर तले सैंकड़ों लोगो ने सरकार विरोधी प्रदर्शन किया। गिरफ्तारी के विरोध में स्थानीय लोगों ने समाजसेवी अजय चौहान, भारतीय किसान यूनियन नेता विजय मेहता, महिन्द्रपाल टीना, श्यामलाल सैनी, इनैलों नेता पवन राणा, जरनैल पंजेटा, सुरेन्द्र राणा, मोहकम राणा, संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी राजकुमार शर्मा के नेतृत्व में रादौर में मेन बाजार में सरकार विरोधी नारेबाजी की। बाद में सैंकड़ो लोगों ने बस स्टैंड रादौर के पास टैंट लगाकर दिनभर भूख हड़ताल रखी और अपना रोष प्रकट किया।
इस अवसर पर अजय चौहान व विजय मेहता ने कहा कि अन्ना हजारें द्वारा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए दूसरी आजादी की लड़ाई लड़ी जा रही है। देश के करोड़ो लोग अन्ना हजारें के इस संघर्ष में उनके साथ है। सरकार लोकपाल बिल को कमजोर कर भ्रष्टाचार को जन्म दे रही है। शंातिपूर्वक धरना दे रहे अन्ना हजारे को गिरफ्तार कर केन्द्र सरकार ने तानाशाही का सबूत दिया है। लोकतंत्र में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने पर किसी प्रकार की कोई मनाही नहीं है। लेकिन सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रही है। देश के भ्रष्ट नेताओं ने जनता की गाढ़ी कमाई को डकार कर भ्रष्टाचार को जन्म दिया है। देश को आज भ्रष्टाचार से बचाने के लिए अन्ना हजारें जैसे नेताओं की जरूरत है। उनके इस संघर्ष में देश की जनता उनके साथ है। इस अवसर पर भाकियू मंडल प्रधान बाबूराम गुंदयाना, मनजीत पंजेटा, पवन राणा, मोहकम राणा, सुरेन्द्र राणा, महेश काला, जरनैल पंजेटा, प्रदीप देसवाल, धर्मबीर अमलोहा, महिन्द्रपाल टीना, श्यामलाल सैनी आदि उपस्थित थे।
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