Sunday, August 28, 2011

नारी अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर पूरी दुनिया को बदलने का दम रखती है:शालू जिंदल


                                                                        रादौर, कुलदीप सैनी     नारी अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर पूरी दुनिया को बदलने का दम रखती है। लेकिन अपनी शक्ति को पहचान न पाने के कारण महिलाएं अक्सर पुरूषों से पिछड़ जाती है। लेकिन महिलाएं अपनी शक्ति को पहचान ले तो वे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, कल्पना चावला, प्रतिभा पाटिल जैसी महिलाओं के रूप में सामने आती है। अब बदलाव को दौर चल रहा है। महिलाएं धीरे धीरे नारी शक्ति की ताकत को समझ पा रही है। जिसके बल पर हर क्षेत्र में नारी अपनी पहचान बनाने में भी कामयाब हो रही है। सरकार भी महिला सशक्तिकरण पर पुरजोर बल दे रही है। जिसके सकारात्मक परिणाम हमारे सामने है। यह शब्द यूथ कांग्रेस द्वारा कस्बे के एक पैलेस में आयोजित महिला सशक्तिकरण दिवस के अवसर पर मुख्यातिथि शालू जिंदल ने कहे। यूथ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं से शालू जिंदल को श्रीमति इंदिरा गांधी की प्रतिभा भेंट कर सम्मानित किया। इससे पूर्व मंच से पूर्व सांसद कैलाशो सैनी, शालीनी शर्मा ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित किया। 
इस अवसर पर मुख्यातिथि शालू ङ्क्षजदल ने कहा कि महिलाओं को हर क्षेत्र में अपनी अपनी भागीदारी पूरी ईमानदारी के साथ निभानी होगी। तभी जाकर महिला सशक्तिकरण मजबूत बन पायेगा। कन्या भू्रण हत्या, दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराईयां महिलों को आगे बढऩे में रूकावट पैदा करती है। जिन्हें जड़ से खत्म करना होगा। प्रदेश कांग्रेस महिला सशक्तिकरण को लेकर गंभीर है। जिस कारण महिलाओं को प्रदेश में हर क्षेत्र में पूरा लाभ मिल रहा है। सांसद नवीन जिंदल भी संसद में महिलाओं की मांगों को लेकर आवाज उठाते रहते है। लेकिन जब तक महिलाएं खुद प्रयास नहीं करेगी तब तक महिलाओं की ताकत को पूरा बल नहीं मिल पायेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद कैलाशो सैनी ने कहा कि  कहा जाता है कि नारी लीला को समझ पाना काफी मुश्किल है। लेकिन महिलाएं अगर अपनी इस नीति को धार बना ले तो कोई भी उनका सामना नहीं कर सकता। महिलाएं अपनी मेहनत व ताकत के बल पर किसी भी मुसीबत का सामना कर सकती है। महिलाएं केवल पुरूषों के हाथ की कठपुतली बनकर न रहे बल्कि अपनी ताकत को खुद पहचाने और उसका प्रयोग करे। तभी जाकर महिला शक्ति को बल मिल पायेगा। इस अवसर पर सांसद नवीन जिंदल के नीजि सचिव अजय सिंह, इन्द्रराज पाल, संजीव राणा, बरखाराम , संजू धौलरा, हेमराज कुंजल, प्रदीप खुदर्बन, जंगबीर राणा, जितेन्द्र मेहता,  नवीन सैनी,  दुनीचंद टाटका, रमेश वाल्मिकी, ओमप्रकाश धौलरा, सतीश रादौरी, सतीश शर्मा, सुमित ऐरण, अभिषेक गुप्ता, शिवकुमार संधाला, बलबीर शर्मा सागड़ी आदि  के अलावा प्रशासन की ओर से डीपीआरओ हजारी लाल वर्मा, बीडीपीओं कंवरभान नरवाल, नायब तहसीलदार राजबीर सुर्जेवाला, पीओं कमलेश गौतम, पंचायत अधिकारी अंग्रेज ङ्क्षसह मोर आदि उपस्थित थे। 


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डीएवी स्कूल में हिन्दी,अंग्रेजी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन
रादौर, कुलदीप सैनी
डीएवी पब्लिक स्कूल रादौर में हिंदी, अंग्रेजी लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। प्रतियोगिता के तीसरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ स्कूल के प्रिसिंपल रमन शर्मा ने किया। प्रतियोगिता में आयुष, केशव, परमदीप, सरिता, हिमाशुं, खुशी, ईशु काम्बोज, प्राची, अंकिता, गगन व श्वेता पहले स्थान पर रहे। अंजुमन, विजय जिंदल, नवनीत, मनजोत, प्रकृति, विनश, अलीशा व प्ररेणा दूसरे स्थान पर रहे। कोमल धीमान, पूजा वर्मा, तान्या व ज्योतिष तीसरे स्थान पर रहे। वहीं रोटरी क्लब लाड़वा की ओर से बाबा बंसीवाले आश्रम में आयोजित की गई मेंहदी व पेंटिग प्रतियोगिता में भी स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। जिनमें 12वीं कक्षा की छात्रा अशुंल काम्बोज ने व्यर्थ की वस्तुओं को सुदंर सामान बनाकर पहला स्थान प्राप्त किया। पेंटिग व राखी मेंकिग प्रतियोगिता में साक्षी मित्तल, अल्का धीमान व अनिकेत काम्बोज ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। प्रतियोगिता में जीत कर आए छात्रों को स्कूल की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर स्कूल के प्रिङ्क्षसपल रमन शर्मा ने कहा कि स्कूल की ओर से समय समय पर प्रतियोगिताओं को आयोजन कर बच्चों के बौद्धिक शारिरिक विकास में वृद्धि करने का कार्य किया जाता है। इस अवसर पर मिनाक्षी शर्मा, सुशीला शर्मा, नमृता जोशी, राजीव, सुशील कुमार, योगेश कुमार, ममता मोंगिया व अमित शास्त्री आदि उपस्थित थे। 
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इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल में वन महोत्सव का आयोजन
रादौर, कुलदीप सैनी 
इंडियन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल रादौर में वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल के प्रिङ्क्षसपल व मैनेजमेंट कमेटी के अलावा स्कूल के बच्चों ने पौधारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बच्चों ने स्टाफ सदस्यों के साथ मिलकर 200 पौधे लगाए। इस अवसर पर स्कूल के प्रिसिंपल ईश मेहता ने कहा कि पेड़ पौधे हमारा जीवन है। इनके बिना मुनष्य के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। वातावरण को साफ सूथरा रखने में पेड़ पौधे विशेष रूप से सहायक साबित होते है। आज वातावरण तेजी से बिगड़ा जा रहा है। जिस कारण मनुष्य के शरीर पर विपरित असर पड़ रहा है। हर व्यक्ति के जीवन में पौधारोपण अवश्य करना चाहिए। हमें अपनी खाली पड़ी भूमि पर पौधारोपण करना चाहिए। पेड़ पौधे कटने से प्रकृति का संतुलन बिगड़ा है। जिस कारण कम वर्षा हो रही है। नदियां सुख रही है। ग्लोबल वार्मिंग से पूरा विश्व चिंतित है। इस सब समस्याओं को दूर करने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने होगें। तभी हम एक हरे भरे वातावरण की रचना कर सकते है। 


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यमुना नदी में छोड़े गये पानी से हजारों एकड़ फ सल डूबी
रादौर, कुलदीप सैनी
 पहाड़ी क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद नहरी विभाग द्वारा यमुनानदी में छोड़े गए लगभग दो लाख 56 हजार क्यूसिक पानी से जठलाना क्षेत्र में हजारों एकड़ फसलें पानी में डूब गई है।  यमुना का जलस्तर अचानक तेजी से बढऩे से यमुना की बाढ़ का पानी गांव लालछप्पर , संधाला, संधाली, बागवाली, पोबारी तक पहुंच गया। सूचना मिलने पर प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार राजबीर सुर्जेवाला व बीडीपीओं रादौर कंवरभान नरवाल कर्मचारियों की टीम के साथ बाढ़ प्रभावित गांव पहुंचे और स्थिति की समीक्षा की। यमुनानदी में आए भारी पानी से जठलाना क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। पिछले लगभग दस दिनों में दूसरी बार जठलाना क्षेत्र में बाढ़ आई है। गांव लालछप्पर के सरपंच सुशील राणा, संधाला के सरपंच सुखबीर काम्बोज, गांव संधाली के सरपंच गजे ङ्क्षसह राणा, शिवकुमार संधाला व रमेश वाल्मिकी ने बताया कि किसान दस दिन पहले आई बाढ़ से उनकी धान, गन्ने व चेरी की फसलें पानी में डूब गई थी। लेकिन अब फिर से बाढ़ आने पर उनकी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। दस दिन में दो बार बाढ़ आने से सैंकड़ों एकड़ भूमि यमुनानदी की ढह लगने से फसलों सहित यमुनानदी में समां चुकी है। जिस कारण बहुत से किसान अपनी बेशकीमती भूमि बाढ़ में गवां चुके है। बहुत से किसान भूमिहीन होकर मजदूर बनकर रह गए है। प्रभावित किसानों ने बताया कि बाढ़ के कारण उनके कूप व गुहारें भी बाढ़ के पानी में बह चुके है। जिस कारण ग्रामीणों को ईंधन व पशुओं के लिए चारे की समस्या से जूझना पड़ रहा है। उधर नायब तहसीलदार रादौर राजबीर सुर्जेवाला ने बताया कि प्रशासन की ओर से प्रभावित गांव में हर संभव सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।



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