इन्द्री सुरेश अनेजा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक विश्वपर्व है। देश के प्रत्येक शहर में यह पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान कृष्ण ने धरती पर अवतार लिया था। उनके जन्मदिन के रूप में यह पर्व मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों में कथा-कीर्तन का आयोजन किया जाता है और रात में सुंदर-सुंदर झांकियां भी बनाई जाती हैं। यह कहना है ब्रहमकुमारी बहन किरण का। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में ब्रहमकुमारीज एवं मंदिर सुधार सभा के तत्वाधान में शिव मंदिर के आंगन में एक विशाल स्वर्ग दर्शन मेले को आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए बहन किरण ने बताया कि इन्द्री में ऐतिहासिक रूप से पहली बार इतने विशाल पैमाने पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है और इसमें विभिन्न प्रकार की चैतन्य झांकियां प्रदर्शित की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में ओपन थियेटर व गोकुल ग्राम के साथ-साथ ज्ञानवर्धक व मनोरंजक कार्यक्रम भी देखने को मिलेंगे। इस अवसर पर बोलते हुए बहन किरण ने कहा कि मानव स्वभाव कभी भी एकरूपता पसंद नहीं करता। उसे नवीनता और विभिन्नता में ही आनंद आता है। सालों से नियमानुसार त्योहार मनाने के साथ व्यक्तिगत व्यस्तता और बढ़ती महंगाई ने त्योहारों के प्रति लोगों का आकर्षण घटा दिया है। दिन प्रतिदिन लोगों की त्योहारों में रूचि कम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर त्योहारों के प्रति लोगों की आस्था बनाये रखनी है तो इस तरह के आयोजन किये जाते रहने चाहिएं। इससे लोगों में परस्पर मेलजोल की भावना का विकास होगा। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे इस स्वर्ग दर्शन मेले में पधार कर कृष्ण लीलाओं को अपने में आत्मसात् कर स्वयं के जीवन को धन्य बनायें। इस अवसर पर मंदिर सुधार सभा के प्रधान रोशनलाल गोयल,पवन सिंगला,ब्रहमकुमारीज के जयप्रकाश,कंवरभान,सुरेश गर्ग,सुभाष बंसल,सतीश काम्बोज,विनोद काम्बोज,राधेश्याम गर्ग,बुधराम काम्बोज,विजय दलाल,विश्वप्रताप सिंह, सुरेश रोहिला,बालकृष्ण बंसल,सुमित बंसल,सुमित जिंदल, रामकुमार, राजबाला,कमलेश,राजकली,सरिता,सुमन,राधा,संतोष,काजल,नेहा,गौरी,रजनी,आशा,
डॉ.ज्ञानचंद शर्मा व अरूण भाई सहित शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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