असन्ध दीपक पांचाल
संसद व सरकार द्वारा जनलोकपाल की तीनों मांगों को मानने और उसपर प्रस्ताव पारित करने के बाद अन्ना के अनशन तोडऩे पर शहर में खुशी की लहर दौड़ गई। नगर के सालवन चौंक पर पिछले सात दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे विभिन्न संस्थाओं के लोगों ने भी निम्बू पानी पी अपना अनशन खोला और ढोल नगाड़ों के साथ शहर में मार्च निकाल अपनी खुशी का इजहार किया। पिछले सात दिनों से लगातार अनशन पर बैठे संजय भट्ट व राजेश जांगड़ा ने बताया कि देश से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए यह महज एक शुरूआत भर है। उन्होने कहा कि भ्रष्टाचार को जड़ मूल से समाप्त करने के लिए जनता को भी रिश्वत न लेने व न देने की शपथ उठानी चाहिए। अन्ना के अनशन तोडऩे पर स्थानीय कार्यकर्ता इतनी खुशी में थे कि उन्होने सडक़ों पर लड्डूओं और गुलाल की बरसात कर दी। सडक़ पर गुजरने वाला हर व्यक्ति उस रोमांचित कर देने वाले मार्च का हिस्सा बनना चाहता था। इस अवसर पर अमित बजाज,सतबीर मुनीम,जेसी राजेश गुप्ता,अमित सिंगला,हरिकृष्ण अरोड़ा,नरेन्द्र शर्मा सहित क्रमिक अनशन कर चुके अन्य लोग भी मौजुद थे।
No comments:
Post a Comment