करनाल विजय काम्बोज
खेत-खेत डगर-डगर गांव व शहरों में वर्षो से अपना साम्राज्य बनाए कांग्रेस घास के समूल उन्मूलन के लिए जिला प्रशासन ने एक खरपतवार व दाम में बिल्कुल सस्ती दवा से छिडक़ाव का तरीका ढूंढ निकाला है। उपायुक्त नीलम पी.कासनी की उपस्थिति में स्थानीय न्यायपुरी में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निकट एक खाली पड़े प्लाट में खड़ी कांग्रेस घास पर कृषि विभाग की टीम ने स्प्रे कर इसकी बकायदा शुरूआत की। अगले दस दिनों तक इसे एक अभियान के तहत लिया जाएगा। इसे सफल बनाने के लिए उपायुक्त की ओर से जिला के विभिन्न विभागों के अधिकारियों, सामाजिक,धार्मिक संस्थाओं, नेहरू युवा केन्द्र के कार्यकर्ता व पंचायती राज संस्थाओं को सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए कहा गया है। इसके साथ-साथ उपायुक्त की ओर से जिला के लोगो से अपील भी की गई है कि वे स्वच्छ पर्यावरण में बाधक कांग्रेस घास के खात्मे के लिए कार्य करें।ग्लाईफोसैट नामक दवा को दस लिटर पानी में 100 ग्राम मिला कर इसका घोल तैयार किया जाता है और पम्प के जरिए इसे कांग्रेस घास के पौधे पर स्पे्र किया जाता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार इसके छिडक़ाव से पौधा सूख कर नष्ट हो जाता है। लगातार तीन साल तक स्प्रे की प्रक्रिया दोहराने से इस पौधे का अस्तित्व भी खत्म हो जाता है। खरपतवार नाशक होने के कारण यह मनुष्य के लिए पूर्णत: हानि रहित है और इसका खर्च नाम मात्र यानि 25 पैसे प्रति वर्ग मीटर तक आता है। इस मौके पर उपायुक्त ने बताया कि कृषि विभाग को यह जिम्मा दिया गया है कि वह अपने कृषि विभाग अधिकारियों के माध्यम सेे प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्र में एक-एक गांव में यह अभियान चलायेंगे। अभियान के तहत किसानों व आम लोगो को भी जागरूक करने का कार्य करेंगे।
इसी प्रकार पंचायतों को जागरूक करने तथा अभियान से जोडऩे के लिए खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को पाबन्द किया गया है जबकि पशु पालन विभाग के डाक्टर पशु चिकित्सालय परिसरों को कांग्रेस घास रहित करेंगे। बतौर उपायुक्त 10 दिन के बाद अभियान की समाप्ति पर सभी विभाग अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में निगम व पालिकाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज संस्थाए अभियान को सफल बनायेंगी। कांग्रेस घास के मिलने के स्थान यू तो जगह-जगह है लेकिन स्थायी हो चुके कुछ ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां इसकी अधिकता है। इन स्थानों के हिसाब से विभागों को इसके उन्मूलन के लिए जोड़ा गया है। इसके तहत सडक़ के किनारे खड़े घास को बी.एण्ड आर विभाग नष्ट करेगा। नहर के किनारे सिंचाई विभाग, सैक्टरो में पड़े खाली प्लाट सम्पदा अधिकारी हुड्डा, सरकारी कार्यालय में सम्बन्धित विभागाध्यक्ष, पंचायती जमीन पर डी.डी.पी.ओ, रेलवे ट्रेक पर रेलवे विभाग, पुलिस थाने में पुलिस विभाग वन विभाग की नर्सरियों में डी.एफ.ओ कार्यालय, खेतो के किनारे कृषि विभाग तथा नगर पालिकाएं अपने परिसरों में कांग्रेस घास को नष्ट करवाएगी।
इसके पश्चात उपायुक्त ने स्थानीय बाल भवन के समक्ष खाली पड़ी जगह पर एस्टोनिया का एक पौधा लगाया। जिला बाल कल्याण अधिकारी अमरनाथ नरवाल ने पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मौके पर उपायुक्त के संग गए अन्य अधिकारियों ने भी एक-एक पौधा लगाया। पौधो के संरक्षण के बाद इनके बड़े होने पर इस जगह की खूबसूरती बढ़ जाएगी। इन कार्यंक्रमों में उपमण्डलाधीश करनाल, डी.डी.पी.ओ, वनमण्डल अधिकारी, उपकृषि निदेशक, तहसीलदार करनाल, जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक तथा जिला के कृषि विकास अधिकारी भी उपस्थित थे।
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