करनाल काम्बोज/अनेजा
पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं की नस्ल सुधारने एवं दूध की मात्रा को बढ़ाने के उद्देश्य से अगस्त माह तक जिला में 28 हजार 379 गायों व 32 हजार 55 भैंसों का कृत्रिम गर्भाधान करवाया गया।
यह जानकारी सघन पशुधन विकास परियोजना के उप-निदेशक डाक्टर गुरमीत ने दी। उन्होंने बताया कि जिला में चालू माह के दौरान अब तक 60 हजार 434 गायों व भैंसों को नई तकनीक से कृत्रिम गर्भाधान करवाया गया। जिसके फलस्वरूप 8 हजार 250 गाय के बच्चे तथा 11 हजार 672 भैंसों के बच्चे पैदा हुए हैं। उन्होंने बताया कि पशुओं के सरंक्षण तथा उन्हें विभिन्न घातक बीमारियों से बचाव के लिए पशु चिकित्सा केंद्रों पर टीके लगाए गए। गाय व भैंसो में पाई जाने वाली गलघोटू बीमारी से बचाव के लिए 2 लाख 10 हजार 320 टीके लगाए गए। इसके अलावा गाय व भैंसो को मुंह तथा खुर बीमारी से बचाव के लिए 57 हजार 920 टीके लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि भेड़ व बकरियों में पाई जाने वाली अंत्राशोध व चेचक की बीमारी से बचाव के लिए 12 हजार 442 टीके लगाए गए हैं। इसी प्रकार कुक्कट पक्षियों में पाई जाने वाली रानीखेत व चेचक बीमारी से बचाव के लिए 2 लाख 27 हजार 600 टीक लगाए गए हैं। सघन पशुधन विकास परियोजना के अन्तर्गत एक लाख 52 हजार 896 पशुओं का मु$फ्त उपचार किया गया जबकि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग द्वारा 115 पशु चिकित्सा शिविर लगाए गए जिनमेंं बांझपन के 602 पशुओं का तथा कृमि रोग के 59 हजार 181 पशुओं का इलाज किया गया।
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