जापान के इवाकी शहर में बसे कुराली गांव के व्यक्ति नरेंद्र और उसके परिवार से नहीं हो पा रहा संपर्क
करनाल, :
जापान में आई प्राकृतिक आपदा की आंच इस जिले तक पहुंच गई है। जिले से जापान जाकर परिवार बसाने वाले व्यक्ति अपने परिजनों के साथ लापता है। उसके परिवार वाले अपने लाल से किसी तरह से भी संपर्क न होने से खासे चिंतित हैं। उन्होंने दिल्ली स्थित जापान दूतावास से संपर्क साधा है।
जिले के कुराली गांव का निवासी नरेंद्र कुमार करीब 13 बरस पहले जापान गया था। वहां उसने अपना कामकाज व्यवस्थित करने के साथ ही जापान में भारतीय मूल की युवती मारिया से विवाह रचा लिया। नरेंद्र के तीन पुत्र हैं। उनमें 11 वर्षीय यश, सात वर्षीय मेजर और पांच वर्षीय मारिशस हैं। वह जापान के इवाकी शहर में रहता है। वहां उसने अजमा रकाम के नाम से थ्री स्टार होटल खोला है। वह शहर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आया है।
उसके बडे़ भाई कीमतीलाल ने बताया कि प्राकृतिक आपदा की सूचना मिलते ही उन्होंने नरेंद्र से संपर्क साधा। उससे बातचीत नहीं हो सकी, तो उनकी चिंता बढ़ गई। कीमतीलाल का कहना है कि उसने जब दिल्ली स्थित जापानी दूतावास से संपर्क साधा, तो भाषा की दिक्कत की वजह से वे अपने भाई का पूरा विवरण नहीं बता सके।
उन्होंने यूके में रह रहे दूसरे भाई राजेश कुमार से बातचीत की। राजेश ने भी यूके स्थित जापानी दूतावास में संपर्क साधा, लेकिन अभी तक उन्हें नरेंद्र और उसके परिवार का कोई अता-पता नहीं है। नरेंद्र करीब छह साल पहले अपने परिवार के साथ यहां आया था। कुछ दिन गांव में रहने के बाद वह वापस जापान चला गया था। कीमतीलाल का कहना है कि कुछ दिन पहले भी उनकी नरेंद्र से फोन पर बातचीत हुई थी। कुराली गांव के कई युवक विदेशों में गए हुए हैं। उन्होंने अपनी पहचान वाले सभी युवकों से संपर्क साधा हुआ, ताकि नरेंद्र का पता चलते ही उन्हें सूचना दी जाए। वह स्थानीय प्रशासन से मिलकर भी मदद मांगेंगे। नरेंद्र से संपर्क नहीं होने से परिवार के सदस्य चिंतित हैं और उसकी सलामती को लेकर दुआएं कर रहे हैं।
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