इन्द्री,करनाल
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने कहा कि खेती की घटती जोत को देखते हुए किसानों को अपनी आय बढ़ाने के लिए कृषि के साथ मछली पालन करना चाहिए। एकत्रित तरीके से की जाने वाली खेती से किसानों को कम खर्च में अधिक आय होगी। उपायुक्त ने धम्मनहेड़ी गाव में कर्नल परमजीत के ढाई हेक्टेयर मछली पालन के तालाब में बीज डालकर उसका उद्घाटन किया।
उन्होंने बताया कि सरकार मछली पालन के लिए तालाब खोदने पर अनुदान देती है। इसी के तहत परमजीत को एक लाख 49 हजार रुपये का चेकभी दिया। उपायुक्त ने कहा कि आज के युग में आधुनिक तकनीक से खेती करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कम खर्च में अधिक पैदावार के लिए नए तरीके खोजे जा रहे है। उन तरीकों को मूल रूप देने के लिए सरकार किसानों को हर तरीके से अनुदान मुहैया करा रही है। उन्होंने कहा कि मछली पालन, पशुपालन, सुअर पालन और मुर्गी पालन किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रहे है। सरकार किसानों को इन स्वरोजगारों के लिए ऋण और अनुदान दिया जा रहा है। उन्नत होने के लिए किसान को शिक्षित होना जरूरी है। बिना ज्ञान के खेती करना नामुमकिन है। इंद्री के उपमंडलाधीश दिनेश यादव ने किसानों से खेती से जुडे़ अन्य व्यवसायों को अपनाने की अपील की।
आरएस सागवान ने जिले में मछली पालन के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो की जानकारी दी। पशुपालन विभाग के उप निदेशक गुरमीत सिंह ने कहा कि किसानों को सरकार डेयरी बनाने के लिए लाखों रुपये का ऋण मुहैया करा रही है और अनुदान भी दिया जा रहा है। कृषि विभाग के उप निदेशक देवेंद्र मलिक ने किसानों को सरकारी अनुदान के बारे में जानकारी दी। जिला मत्स्य अधिकारी ईश्वर सिंह ने कहा कि विभाग किसानों को मछली पालन के लिए प्रेरित कर रहा है। इस अवसर पर काग्रेस नेता अमीचंद कांबोज, महेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
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