मुस्तफाबाद ,युमनानगर
ब्लॉक के कई गांवों में माली माजरा, मुस्तफाबाद, मघरपुरा, तलाकौर, गंदापुरा,सारन, ऊंचा चांदना में प्याज व लहसून की फसल में फंगस के बढ़ने से किसान परेशान हैं। क्षेत्र के किसानों गुरमेज सिंह, विद्या रत्न, कैलाश चौहान, सुभाष चौधरी, शिव चरण, सुंदर लाल ने बताया कि यदि इस बीमारी पर काबू नहीं पाया गया तो लागत मूल्य भी पूरे नहीं होंगे। इस संबंध डॉ. गुलाब सिंह का कहना है कि बागवानी विकास अधिकारी ने बताया कि किसानों को विभाग की ओर से इस बारे में पूरी जानकारी दी जा रही है। लहसून में ब्लाइटफंगस नामक यह बीमारी नमी के कारण आती है। फफूंदी नाशक दवा एम-45 की 2 सौ ग्राम मात्रा 400 लीटर पानी में मिलाकर डालने से इस बीमारी का खात्मा हो जाता है। प्याज की फसल में रस चूसने वाला कीड़ा उत्पन्न हो जाता है, जिस कारण पौधे का विकास रुक जाता है। जिसे थ्रीप्स या तेला का नाम दिया जाता है। इस बीमारी के उपचार के लिए इमिंडाक्लोपिड नामक कीटनाशक का प्रयोग 80 मिली लीटर का प्रयोग प्रति एकड़ में किया जाता है। ब्लॉक के एसडीओ. डॉ. गुलाब सिंह ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि बीमारियों से न घबराएं, बल्कि बताई गई कीटनाशक दवा का प्रयोग कर अपनी फसलों को बीमारियों से छुटकारा दिलाएं।
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