झज्जर, विशेष सवांददाता
शिक्षा का अधिकार अधिनियम को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए पंचायतों के माध्यम से प्रवेश के लिए अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायतों को भी सरकार की ओर से सम्मानित किया जाएगा। यह बात प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने अपने निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। इससे पूर्व उन्होंने अपने निवास स्थान पर लोगों की समस्याएं भी सुनीं। उनका कहना था कि सरकार करोड़ों रुपये हर जिले को दे रही है ताकि शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाया जा सके। जिस प्रदेश व देश का शिक्षा स्तर ऊंचा होता है वहीं देश हमेशा विकास करता है। सरकार ने शिक्षा अधिकार अधिनियम को प्रदेश में अच्छे तरीके से सफल बनाने के लिए घुमन्तू जाति के बच्चों को भी शिक्षा देने के लिए एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं कोई भी बच्चा बिना शिक्षा के न रहे इसके लिए सरकार पुस्तक, बैग, साइकिलें, ड्रेस आदि फ्री मुहैया करवा रही है। इसके बावजूद बच्चों को सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक प्रवेश दिलाने के लिए पंचायतों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि झज्जर में सरकार द्वारा जहां टीचर ट्रेनिंग स्कूल खोलने का निर्णय लिया है, वहीं 5 जिलों में किसान स्कूल भी खोलने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा साल्हावास, मातनहेल, गुढ़ा में बनकर तैयार हुए आइटीआइ भवनों, मातनहेल तहसील, बिरोहड़ कॉलेज के अलावा अनेक योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। शिक्षामंत्री से मिले अतिथि अध्यापक
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से उनके निवास पर अतिथि अध्यापकों का प्रतिनिधि मंडल भी मिलने पहुंचा। अतिथि अध्यापकों का अनुबंध 31 मार्च को समाप्त हो रहा है। प्रतिनिधि मंडल से बातचीत करने के बाद शिक्षा मंत्री ने बताया कि अतिथि अध्यापकों के मामले पर सरकार विचार करेगी कि आगे क्या योजना बनाई जाए।
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