Wednesday, March 23, 2011

साठी की खेती छोड़ मूंग की खेती करें किसान:डॉ.बी आर कम्बोज


इन्द्री(विजय कम्बोज)
साठी धान न लगाकर किसान मूंग की खेती कर पानी की बचत करें|कृषि विभाग ने इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के उदेश्य से इन्द्री उपमंडल के गाँव इन्द्रगढ में एक किसान संगोष्ठी का आयोजन किया| जिसमे विभिन गांवो से आये 200 किसानो ने भाग लिया|इस संगोष्ठी में सीसा प्रोजेक्ट हरियाणा हब के संयोजक डॉ.बी.आर.कम्बोज ने मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित रहे|इस अवसर पर किसानो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ छेड़छाड़ की जा रही है|जिसकी वजह से बेमौसमी बरसात और ऐसी कई तरह की आपदाएं आने की सम्भावना बनी हुई है|जिसका भयानक स्वरूप हाल ही में जापान त्रासदी के रूप में देखने को मिला|ऐसी घटना न घटे इसके लिए हमे कारगर कदम उठाने होंगे|इस मुहीम में किसान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं|भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ पर एक साल में तीन फसलें प्राप्त की जा सकती हैं|किसानी को चाहिए कि वे ऐसी फसलों की खेती करें जिसमे पानी की सिंचाई की कम जरूरत हो|
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा भूमि के गिरते जलस्तर को रोकने के लिए आई एस ओ पी ओ एम् स्कीम के तहत किसानो को मूंग कि खेती करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है|किसानो को निशुल्क बीज और रख रखाव की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं|उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा ऐसे यंत्रों कि खोज कि जा चुकी है जिनके द्वारा जमीन जोते बिना ही धान कि खेती कि जा सकेगी|इस तरह से धान कि फसल लगाने से पानी कि भी बचत होगी| इस तरह कि फसल को परिक्षण के तौर पर मथाना,तरावडी और यमुनानगर में लगाया जा चूका है|अब किसानो को  फसलो के  अवशेष जलाने कि जरूरत भी नहीं पड़ेगी|क्योंकि मल्टीस्कोप  मशीन द्वारा अवशेषों में ही फसल की बिजाई की जा सकेगी|यह मशीन किसानो को सब्सिडी पर दी जा रही है|
इसअवसर पर कृषि विकास अधिकारी तेजपाल,अश्विनी कुमार,रतनसिंह,दिनेश कुमार,राकेश अग्रवाल,जयपाल,विजय कुमार,तथा किसान जयप्रकाश,बसंत कुमार,बलबीर कुमार,सुरेश कुमार,मदन लाल,सतपाल सिंह उपस्थित रहे|  

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