Friday, April 29, 2011

50 एकड़ गेंहू के अवशेष जलकर राख

करनाल 30 अप्रैल विजय कम्बोज 
करनाल के गांव बांबरेहड़ी व जुंडला के खेतों में आज अचानक आग लगने से करीब 3 एकड़ गेहूं व पचास एकड़ गेहूं के अवशेष जल गए। फायरब्रिगेड भी मौके पर पहुंची और करीब एक घंटे तक मेहनत करने के बाद आग पर काबू पाया गया। किसानों को आग लगने की इस घटना से हजारों रुपए का नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सरकार से गिरदावरी करवाकर मुआवजे की मांग की है।
जानकारी के अनुसार दोपहर के समय बांबरेहड़ी के गेहूं के खेतों में अचानक आग सुलग उठी। इस घटना में किसान शेरसिंह की एक एकड़, प्रभुराम की पौना एकड़ और ऋषिपाल की एक एकड़ की फसल जलकर राख हो गई। इसके साथ ही शमशेरसिंह के 20 एकड़, रामेश्वर के 22 एकड़ और रामेश्वरदास के 10 एकड़ गेहूं के अवश्ेाष जल गए। आग इतनी भयंकर थी कि शमशेरसिंह के खेतों में बनाए गए तूड़ी के 3 कूप भी इसकी चपेट में आ गए। खेतों में लगी आग देख बांबरेहड़ी, पाढा व बांसा के किसान आग की ओर दौड़ पड़े। सैंकड़ों किसान पानी की बाल्टियां व पेड़ों की टहनियां लेकर आग को बुझाने में जुट गए। पश्चिमी हवाओं के साथ तेज बढ़ रही आग ने रास्ते में आने वाले बरसीम के खेतों को भी झुलसा दिया और दर्जनों पेड़ों को भी झुलसा दिया।
वहीं दूसरी ओर जुंडला के खेतों में भी अचानक आग लगने से करीब बस एकड़ गेहूं के अवशेष जल गए और हरा चारा भी झुलस गया। रजवाहे के समीप से उठी आग ने तेजी के साथ गेहूं के अवशेषों को राख बना दिया। खेतों में लगी आग को देख किसानों ने डेरों पर बंधे पशुओं को भी खोल दिया। चारों तरफ धुंआ फैलने से पिचौलिया मार्ग भी धुएं से अट गया। आग के रास्ते में डे्रन आ जाने से आग पर काबू पा लिया गया नहीं तो आग राईस मिल को भी अपनी चपेट में ले लेती।

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