यमुनानगर(कुलदीप सैनी)
पंचायती भूमि से हजारों सफेदे के पेड़ बेचने के मामले में हेराफेरी करने के आरोप में पुलिस ने देर शाम साढ़ौरा के बीडीपीओ समेत सात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया। मामला मुख्यमंत्री उडऩदस्ते की टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया है। मामले में अभी किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक करीब तीन महीने पहले मुख्यमंत्री उडऩदस्ते की जांच टीम के प्रभारी एसआई रघुनाथ की गुप्त शिकायत मिली थी कि गांव उधमगढ़ की पंचायती भूमि से वर्ष २००१ में निवर्तमान सरपंच कुलवंत सिंह व निवर्तमान पंच हंसराज ने पंचायत के अधिकारियों व ठेकेदार से मिली भगत करके पंचायती भूमि से बेचे गए हजारों पेड़ों में ३६६ पेड़ों को बिक्री में नहीं दिखाकर स्वयं हड़प कर लिया है। शिकायत मिलते ही मुख्यमंत्री उडऩदस्ते की टीम ने एसआई रघुनाथ के नेतृत्व में पंचायती भूमि पर जाकर पेड़ों की जांच की तो वहां से १५६७ सफेदे के पेड़ कटे हुए मिले। जबकि रिकार्ड में कुल १२०१ पेड़ कटे हुए दर्शाए गए। इससे साबित हुआ कि आरोपियों ने अधिकारियों के साथ मिली भगत करके ३६६ पेड़ों की राशि को स्वयं हड़प कर लिया। एसआई रघुनाथ ने बताया कि उन्हें जो शिकायत मिली थी उसमें मौजूदा साढ़ौरा के बीडीपीओ ईश्वर सिंह, निर्वतमान बीडीपीओ हरी सिंह, पंचायत अधिकारी विनोद कुमार व पटवारी धर्मचंद आदि पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने आरोपियों के साथ मिलकर सफेदे के पेड़ों की बिक्री मामले में हेराफेरी की है। उन्होंने जांच की तो उक्त आरोपी भी मामले में संलिप्त पाए गए। जिसके आधार पर उन्होंने साढ़ौरा पुलिस को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की जांच रिपोर्ट भेज दी। साढ़ौरा पुलिस ने देर शाम उडऩदस्ते की टीम के एसआई रघुनाथ की जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपी साढ़ौरा के वर्तमान बीडीपीओ ईश्वर सिंह, निवर्तमान बीडीपीओ हरी सिंह, पंचायत अधिकारी विनोद कुमार, पटवारी धर्मचंद, निवर्तमान सरपंच कुलवंत सिंह, पंच हंसराज व ठेकेदार मोलूदीन के खिलाफ अमानत में ख्यानत करने, धोखाधड़ी करने व चोरी करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया। मामले में अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
No comments:
Post a Comment