कुरुक्षेत्र,नरेन्द्र धूमसी
संडे हो या मंडे अब नहीं मिलेंगे अंडे! जी हां, जिला प्रशासन धर्मनगरी में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब अंडों की बिक्री पर भी रोक लगा सकता है। प्रशासन का मानना है कि रेहड़ियों पर बिकने वाले अंडों के साथ ग्राहक शराब पीते हैं, वहीं कुछ रेहडि़यों पर मांस भी बेचा जाता है। इस संबंध में रविवार को थाना शहर प्रभारी ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अंडों की रेहड़ियां लगाने वालों को चेतावनी दी। गौर है कि उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना करते हुए प्रशासन ने धर्म नगरी में मांस की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया है। मांस पर प्रतिबंध लगने के बाद प्रशासन को सूचनाएं मिल रही हैं कि शहर के विभिन्न भागों में अंडों को बेचने की आड़ में रेहड़ियों पर ग्राहकों को शराब पिलाई जाती है। इसके अलावा कई स्थानों पर अंडों की रेहड़ी पर मांस की बिक्री भी होती है। इस संबंध में कई समाजसेवी संगठनों ने जिला प्रशासन से अंडों की रेहड़ियां भी बंद करने की गुहार लगाई है। उनका तर्क है कि कई मंदिरों के आसपास लगी रेहड़ियों पर अंडे बिकने से लोगों की धार्मिक आस्था प्रभावित होती है, वहीं इन रेहड़ियों पर शराब पीने वाले लोग उत्पात मचाते हैं। मंदिरों के आसपास अंडों की रेहड़ियां लगने से शहर में आने वाले पर्यटकों व यात्रियों पर भी गलत प्रभाव पड़ता है। रविवार को थाना शहर प्रभारी दयाल चंद ने शहर के विभिन्न स्थानों पर लगी अंडों की रेहड़ियां चलाने वालों को रेहड़ियां बंद करने के निर्देश दिए। पुलिस की कार्रवाई से अंडे बेचने वाले रेहड़ियां चलाने वालों में हड़कंप मचा हुआ है। उनका कहना है कि उनका रोजगार इसी पर टिका हुआ है। इसी से उनके परिवार का पालन-पोषण होता है। नाम ना छापने की शर्त पर रेहड़ी संचालकों का कहना है कि कुछ वर्ष पहले भी अंडे बेचने पर प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन कुछ समय बाद इसे हटा लिया गया था।
इस बारे में जब नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी रोहताश बिश्नोई से संपर्क किया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया। इस बारे में जब उपमंडल अधिकारी अशोक बांसल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि अंडे बेचने पर प्रतिबंध लगाने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है, इस बारे में शहर के अंदर अंडे बेचने का अधिकार क्षेत्र नगर परिषद के अधीन है। इस संबंध में जब थाना शहर प्रभारी दयाल चंद से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अंडों की रेहड़ियां चलाने वाले रेहड़ियों पर शराब पिलाते हैं। इसके अलावा रेहड़ियों पर असामाजिक तत्व बैठे रहते हैं। पुलिस ने अंडों की रेहड़ियां चलाने वालों को रेहड़ियां बंद करने के निर्देश दिए हैं।
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