करनाल 29 अप्रैल विजय काम्बोज
करनाल जिला के बल्ला गांव की महिलाओं ने बैंक कर्मियों की कार्यशैली से खफा होकर को-ऑपरेटिव बैक और सोसाइटी पर ताला जड़ दिया। लगभग चार घंटे दोनों दफतरों पर ताला लगा रहा। जिस कारण लेन-देन ·का काम ठप्प रहा। इस दौरान महिलाओं ने बैंक कर्मियों के खिलाफ नारेबाजी भी की । मिली जानकारी के मुताबिक गांव की महिलाओं करीब छह महीने पहले बैंक में लोन के लिए आवेदन किया था। बुधवार की सुबह वे अपने लोन के बारे में जानकारी लेने के लिए बैंक पहुंची तो बताया गया कि उन्हें लोन नहीं दिया जा सकता। जब उन्होंने मैनेजर से कागजात वापिस मांगे तो उसने कागजात करनाल से लेने की बात कही। इतना सुनते ही महिलायें बिफर गईं और उन्होंने बैंक कर्मियों को बाहर निकाल मेनगेट का ताला लगा दिया। साथ ही महिलायें गेट के पास धरने पर बैठ गई। महिलाओं का आरोप है कि बैंक कर्मियों ने उनसे लोन पास करवाने के बदले सुविधा शुल्क की मांग की । जब हमने शुल्क देने से मना कर दिया तो लोन पास नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ कर्मी दिन के समय नशे में रहते हैं और बैंक के आला अधिकारी उनके खिलाफ कोई कारवाई नहीं करते। उनका यह भी कहना है कि बैंक मैनेजर ने जानबूझकर उनके कागजात जिला मुख्यालय भेजने की बजाय सोसाइटी मुख्यालय भेज दिये ताकि लोन पास न हो सके जब बैंक पर ताला लगाये जाने की खबर जिला मुख्यालय पहुंची तो आनन-फानन में मैनेजर को बुलाकर कागजों की जांच की गई और रिपोर्ट जमा कराने के आदेश दिये गये। कागजातों की दोबारा जांच का आश्वासन दिये जाने के बाद ही महिलाओं ने ताला खोला। जब इस बारे में फील्ड ऑफिसर रामपाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैनेजर ने महिलाओं के लोन के कागजात गलती से जिला मुख्यालय की बजाय सोसाइटी मुख्यालय भेज दिये जिस कारण ही इतनी बड़ी गलतफहमी हुई।
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