रादौर,कुलदीप सैनी
गत वर्ष के मुकाबले रादौर, गुमथला व जठलाना की अनाज मंडियों में गेंहू की आवक 40 से 50 प्रतिशत कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है। तीनों मंडियों में अब तक केवल 2 लाख 4 हजार 407 क्िवटल गेंहू की आवक हुई है। जबकि गेंहू की सीजन समाप्ति की ओर है। आगामी कुछ दिनों में तीनों मंडियों में अगर 40 से 50 हजार क्िवटल गेंहू की आवक होती भी है तो यह गत वर्ष के आकडे़ को नहीं छू पाएगी। मार्किट कमेटी सचिव रामकुमार दहिया ने बताया कि रादौर, गुमथला व जठलाना मंडी में अब तक केवल 2 लाख 4 हजार 407 क्िवटल गेंहू की आवक हुई है, जिसमें से रादौर मंडी में 1 लाख 49 हजार 395 क्िवटल, जठलाना में 30340 क्िवटल व गुमथला मंडी में 24672 क्िवटल गेंहू की आवक हुई है। मंडी में आवक कम होने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। एक कारण तो पैदावार की कमी को माना जा रहा है, जिससे किसानों को भी काफी नुकसान पहुचा है। वहीं दूसरा कारण उत्तरप्रदेश के किसानों की बेरूखी को माना जा रहा है। इन मंडियों में हर बार उत्तरप्रदेश से काफी अनाज आता था, लेकिन इस बार यूपी में गेंहू का मूल्य हरियाणा के बराबर होने की वजह से यूपी के किसान वहीं पर अपनी फसल को बेच रहे है। जो किसान यहा की मंडियों में आना चाहते थे वे गुमथला घाट के यमुना नदी पर बने अस्थाई पुल के टूट जाने के कारण यहा पर नहीं आ पाये, जिससे आवक प्रभावित हुई है।
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