Monday, April 18, 2011

बेटे की चाहत बनी परिवार के खात्मे का कारण

युमनानगर  कुलदीप सैनी
  पूरे शहर को स्तब्ध कर देने वाली एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझने लगी है। दूसरी संतान के रूप में पुत्र की चाहत ने परिवार को हत्यारे तांत्रिक के चंगुल में फंसाया था। आरोपियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को इस बात की जानकारी मिली है। मृतक मुकेश के मोबाइल काल की डिटेल के आधार पर ही पुलिस तांत्रिकों तक इतनी जल्दी पहुंच पाई।
शहर की जम्मू कालोनी में शुक्रवार रात्रि परिवार के मुखिया सतपाल, उसकी पत्नी वीना, पुत्र मुकेश कुमार (25 वर्ष), पुत्रवधू सुमन (23 साल) व छोटे पुत्र रिंकू की हत्या कर दी गई थी। रविवार को पुलिस ने हत्याकांड के दोनों आरोपी तांत्रिकों यूपी निवासी पंकज व मुकेश उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार किया। इनसे हुई प्रारंभिक पूछताछ में हत्या का कारण लूटपाट ही सामने आया है। तांत्रिकों को जानकारी थी कि परिवार के पास जमीन की बिक्री के पैसे आने वाले हैं। इसी कारण उन्होंने घटना को अंजाम दिया और लाखों की नकदी व सोने-चांदी के जेवर ले गए।
मृतक दम्पती मुकेश और सुमन की पहली संतान दो वर्ष की लड़की गुड्डी है। सुमन के फिर से गर्भवती होने पर परिवार को आशंका थी कि कहीं दूसरी संतान भी लड़की ही न हो। यही डर मुकेश को तांत्रिकों तक खींच ले गया। तांत्रिक क्रिया से गर्भस्थ शिशु के पुत्र ही पैदा होने के दावे के बाद तांत्रिकों की घर में घुसपैठ हो गई। इससे परिवार की माली हालत के साथ-साथ आर्थिक स्रोतों की जानकारी भी तांत्रिकों को मिलने लगी।
शुक्रवार रात की घटना के बाद पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों से सतपाल के परिवार से मिलने आने वाले लोगों के बारे में जानकारी ली। वहीं पता लगा कि महीने भर से तांत्रिकों का भी घर में आना-जाना था। इस पर पुलिस ने मृतक मुकेश कुमार के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर तांत्रिकों के मोबाइल नंबर का पता लगाया। मोबाइल की लोकेशन के आधार पर रविवार दोपहर बाद इंडस्ट्रियल एरिया से दोनों आरोपियों को काबू कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हत्या के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया गया, वह बड़ा चाकू (टाकुआ) है। आमतौर पर इसे कसाई पशुओं को काटने के लिए इस्तेमाल करते हैं। तीन दिन के पुलिस रिमांड के दौरान पुलिस को मामले के कुछ और अहम सुराग मिलने की संभावना है।


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