इन्द्री 27 अप्रैल विजय काम्बोज
सरकार द्वारा जनता को दी जा रही सरकारी स्वास्थ्य सुविधायें उस समय तार-तार हो गई जब प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिला को समय पर चिकित्सा सुविधा न मिलने के कारण सड़क पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। इस घटना से बखूबी अंदाजा लगाया जा स·ता है कि सरकारी अस्पतालों में किस तरह की चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस घटना ने चंद मिनटों में गर्भवती महिला को एंबुलेंस के जरिये डिलीवरी हट तक पहुंचाने के लिए 24 घंटे दी जाने वाली सेवाओं पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं। मिली जानकारी के अनुसार जैनपुर वासी कादिर खान की पत्नी इरफाना को मंगलवार को प्रसव पीड़ा हुई। उसे तुरंत इन्द्री के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने इरफाना के परिजनों से गर्भावस्था ·की रिपोर्ट मांगी,लेकिन उनके पास रिपोर्ट नहीं थी। तब डॉक्टरों ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया और महिला को करनाल ले जाने के लिए कह दिया। महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी और परिजनों को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि वे क्या करें। जैसे ही वे इरफाना को लेकर अस्पताल से बाहर निकले तो उसकी प्रसव पीड़ा और बढ़ गई और उसने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। उस समय इरफाना के साथ आशा वर्कर उषा देवी मौजूद थी। हांलाकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं लेकिन इस घटना को लेकर महिला के परिजनों में काफी रोष हैं। पंचायत सदस्य अहसान मोहम्मद,गा्रमीण वीर हसन और रसीद ने भी इस तरह की चिकित्सा सुविधा पर रोष व्यक्त किया।जब इस मामले के बारे में एसएमओ डॉ.एच.एस सैनी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे लोग डिलीवरी के लिए यहां आये थे। हमारे चिकित्सक को ने महिला की जांच करने के बाद उसकी हालत को देखते हुए उसे करनाल ले जाने के लिए कह दिया था।हमने उन्हें एबुंलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई थी लेकिन परिजनों ने महिला को ले जाने में काफी देर कर दी जिस कारण महिला ने यहीं पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।
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