आयुर्वेदिक पार्ट टाईम कर्मचारी संघ की जिला इकाई ने आज दूसरे दिन भी अपनी मांगों को लेकर आयुर्वेदिक अधिकारी के कार्यालय पर धरना जारी रखा।
यूनियन के जिलाध्यक्ष बलकार सिंह ने कहा कि विभाग की 28 आयुर्वेदिक डिस्पैंसरियों में 56 पार्ट टाइम कर्मचारी काम करते हैं। इन कर्मचारियों को सरकारी हिदायतों के अनुसार घंटों के हिसाब से डीसी
रेट के अनुसार वेतन देना होता है, परंतु यह अधिकारी न तो घंटों के हिसाब से वेतन दे रहा है और न ही न्यूनतम वेतन किसी भी कर्मचारी को दिया जा रहा है।
यूनियन के जिला सचिव शिव कुमार ने आरोप लगाया कि इस आयुर्वेदिक अधिकारी द्वारा कैथल जिले के पार्ट टाईम कर्मचारियों को घंटों के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है, परंतु करनाल जिले के कर्मचारियों को ऐसा न करके अन्याय किया जा रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उपरोक्त अधिकारी संगठन की मांगों को हल करने की बजाय कार्यालय में ही नहीं आ रहे है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि उपरोक्त अधिकारी को हिदायत दी जाए कि वह कार्यालय से गैर हाजिर रहने की बजाय आंदोलनरत्त कर्मचारियों की मांग का समाधान बातचीत द्वारा करे।
सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव सतपाल सैनी व कार्यकारिणी सदस्य शिव प्रसाद ने कहा कि संघ पार्ट टाईम कर्मचारियों के आंदोलन का पूर्ण रुप से समर्थन करता है तथा आयुर्वेदिक अधिकारी से अपील करता है कि वह कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करे तथा कार्यालय से गैर हाजिर न रहे अन्यथा भविष्य में संघ भी पूर्ण रुप से कर्मचारियों के आंदोलन में कूद पड़ेगा। इस अवसर पर ओमप्रकाश माटा, जसमेर काम्बोज, नत्था सिंह, राजवीर, रामकरण, सुभाष आदि ने भी अपने विचार रखे।
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