Friday, September 30, 2011

निर्मल ग्राम पुरस्कार हासिल करने के लिए ग्रामीणों को पढ़ाया झूठ का पाठ


निर्मल ग्राम के लिए इन्द्री के चयनित गांवों में पहुंची मूल्यांकन टीम
इन्द्री,सुरेश अनेजा             
प्रशासन द्वारा चयनित नौ गांवों में निर्मल ग्राम की जांच करने के लिए मूल्यांकन टीम पहुंची। टीम के पहुंचने से पहले गांव में पुरस्कार हासिल करने के लिए ग्रामीणों को झूठ का पाठ पढ़ाया गया। गांवों में स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मी, अधिकारियों और सरपंचों के अजीबो-गरीब हालात देखने को मिले। वो लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि मूल्यांकन के दौरान क्या बातें कहनी हैं, किस प्रकार का व्यवहार करना है जैसे पाठ पढ़ाते रहे लेकिन वास्तविक स्थिति छुपाने से भी छुप नहीं रही है। कईं गांव में नाले अटे पड़े हैं, जगह-जगह गंदगी पसरी हुई है, सडक़ों के किनारे बड़े-बड़े कुरडिय़ों के ढ़ेर लगे हुए हैं। अब देखना है कि मूल्यांकन टीम सही मूल्यांकन रिपोर्ट पेश करेगी या नहीं। बृहस्पतिवार व शुक्रवार  टीम के सदस्यों  ने गांव की नालियां, नाले, गोबर गैस प्लांट, स्कूल, आंगनवाड़ी व सार्वजनिक स्थानों के शौचालयों, पेयजल के रखरखाव का मुआयना किया और ग्रामीणों के साथ घर-घर जाकर बातचीत की। मूल्यांकन टीम के सदस्य गांव में रात को भी ठहरे हुए हैं। मूल्यांकन कर्ता परीक्षा में नकल करने वाले विद्यार्थियों से कईं गुणा होशियार लग रहे हैं। सदस्यों ने गांवों में रात में र्भी डेरा डालकर जांच की है कि क्या सही में ग्रामीण शौचालय में शौच के लिए जा रहे है या बाहर। 
बृहस्पतिवार को गांव मनक माजरा, बुढ़ेड़ी, मुरादगढ़ व फूसगढ़ में निर्मल ग्राम का मूल्यांकन करने के लिए टीम पहुंची। सरपंच बलबीर चंदेल, रणबीर सिंह, पवन कांबोज, बनीश चंद्र, ग्राम सचिव मुकेश कांबोज, ग्राम सचिव, खंड प्रेरक रेणू कांबोज, दीपमाला, जोगिन्द्र व साक्षर भारत की खंड संयोजक मंदीप कौर ने टीम के सदस्यों का स्वागत किया। स्वागत समारोह के बाद सदस्यों ने सरपंच के साथ गांव का दौरा किया। फूसगढ़ में राजेश कुमार सिंह ने गांव के घर-घर में जाकर लोगों के साथ आत्मीयता से बात की और स्वच्छता के विभिन्न घटकों पर लोगों की समझ को जानने की कोशिश की। शुक्रवार को मुल्यांकन टीम के सदस्यों ने कलरी खालसा, खेड़ा, मटकमाजरी व फाजिलपुर गांव का दौरा कर आंगनबाडिय़ों, स्कूलों, सडक़ों पर पड़ी कुरडिय़ों, गंदे पानी के नाले व पीने के पानी की स्थिति को देखा। 
टीम के पहुंचने से पूर्व गांवों में किसी भी प्रकार से निर्मल ग्राम की परीक्षा पास कर लेने के लिए झूठ का पाठ पढ़ाया गया। बुढ़ेड़ी में पिछले कईं सालों से गांव का तालाब लोगों की समस्याओं का कारण बना हुआ है। थोड़ी सी बरसात होते ही इसका पानी ओवर-फ्लो होकर गलियों में आ जाता है। आज मूल्यांकन में पास होने के लिए पंचायत ने इस गंदे तालाब का पाप छुपाने के लिए मजदूरों को लगाया। इसी प्रकार से तालाब के ऊपर जमी काई को भी उतारा गया। गांव फाजिलपुर में सडक़ों के किनारों पर कुरडिय़ों व गंदगी के डेर लगे हैं। लेकिन फाजिलपुर गांव में शौचालय होने की बात अधिकारी बता रहे हैं। अधिकारियों व स्वच्छता कर्मियों द्वारा इस गांव को पुरस्कार के काबिल बताया जा रहा है। विभिन्न गांवों में ग्रामीणों को परीक्षा पास करने के लिए झूठ बोलने की हिदायत दी गई। गांवों में जिन घरों में शौचालय नहीं हैं, उन्हें भी यह बताया कि आपने यह नहीं कहना कि वे बाहर शौच जाते हैं। उन्हें पड़ोसियों के शौचालय में शौच जाने की बात कहने के लिए कहा गया। मूल्यांकन से पहले पुरस्कार हासिल करने की हड़बड़ाहट ने सवाल यह उठाया है कि क्या मूल्यांकन के बाद भी यह सफाई व्यवस्था बनी रहेगी। क्या पंचायत बाद में भी इसी प्रकार से सफाई अभियान चलाती रहेगी।


प्रदेश को शिक्षा का हब बनाने के दावे की निकली हवा
आधा सत्र बीत जाने के बावजूद स्कूलों में नहीं पहुंची किताबें
इन्द्री,विजय काम्बोज                                                                       
सरकार द्वारा प्रदेश को शिक्षा का हब बनाने के दावों की सर्व शिक्षा अभियान के कर्ताधर्ताओं ने हवा निकाल रखी है। आधा शैक्षणिक सत्र बीत जाने के बाद आज तक भी सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यार्थियों को नि:शुल्क दी जाने वाली बहुत सी किताबें स्कूलों तक नहीं पहुंच पाई हं। आज जैसे ही यह संवाददाता कार्यालय पहुंचे तो आनन-फानन में थ्रीव्हीलर मंगवा कर कार्यालय में भर कर रखी किताबों को उसमें लादना शुरू कर दिया गया। बाद में एक एबीआरसी ने तीन क्लस्टर में किताबें पहुंचाए जाने का दावा किया। किताबें सप्लाई किए जाने के तौर-तरीकों को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। अभियान के कारिंदों द्वारा किताबें स्वयं सप्लाई किए जाने की बजाय स्कूली बच्चों को किताबें उठाने के काम में लगाया जा रहा है जिसकी अध्यापकों ही नहीं अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं व अभिभावकों के द्वारा भी आलोचना की जा रही है। सरकार की योजना के तहत राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सर्व शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त किताबें दी जाती हैं। एक अप्रैल से शुरू हुए सत्र में सतत् व्यापक मूल्यांकन के तहत अध्यापकों द्वारा प्रथम समेस्टर की परीक्षाएं ले ली गई हैं, लेकिन आज तक भी स्कूलों में बच्चों के लिए बहुत सी किताबें नहीं मिल पाई हैं।
 इससे अंदाला लगाया जा सकता है कि विद्यार्थियों ने परीक्षाओं में क्या गुल खिलाए होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों को किसी भी विषय की पाठ्य-पुस्तकें नहीं मिली हैं। केवल हिन्दी व गणित की कार्यपुस्तिकाएं दी गई हैं। छठी कक्षा की गणित, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन, हिन्दी की पाठ्य पुस्तक बसंत और हमारे अतीत नामक किताबें नहीं पहुंचाई गई हैं। सातवीं कक्षा में विज्ञान, गणित, हमारे अतीत और सभी विषयों की कार्यपुस्तिकाएं तथा आठवीं कक्षा में अंगे्रजी की ए टैक्सट विद सन, पृथ्वी हमारा आवास, हिन्दी, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन विषय की कार्यपुस्तिका विद्यार्थियों को नहीं मिली है। खंड इन्द्री के 107 सरकारी प्राथमिक स्कूलों व 27 मिडल स्कूलों में विद्यार्थियों को पढऩे और अध्यापकों को पढ़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसको लेकर अध्यापकों व अभिभावकों में इसको लेकर रोष व्याप्त है। दूसरी ओर खंड शिक्षा अधिकारी व सर्व शिक्षा अभियान के बीआरसी की कार्यप्रणाली से लोग संतुष्ट नहीं हैं। लोगों में अधिकारी के अपने कार्यालय की बजाय एक नेता के यहां हाजरी लगाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कोई समस्या आने पर अध्यापक उनसे संपर्क नहीं कर सकता है क्योंकि उनके पास बहुत से मोबाइल नंबर बताए गए हैं। जब वे उनके नम्बर पर संपर्क करते हैं तो उन्हें स्विच ऑफ मिलता है और अधिकारी ऑफिस में तो बहुत कम ही दिखाई देते हैं। जब पत्रकारों ने अभियान के कार्यालय में संपर्क किया तो वहां पर केवल कम्प्यूटर ऑपरेटर मौजूद थे। कार्यालय में रखी किताबों, उन पर चढ़ी धूल और मकडिय़ों के जालों से ऐसा लग रहा था कि इस कार्यालय में कोई आता ही नहीं। जब फोन पर एबीआरसी सुखविन्द्र से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किताबें कुछ ही दिन पहले आई थी। अभियान का सारा स्टाफ मेडिकल कैंप व खेलों के आयोजन में लगा हुआ था। उन्होंने कहा कि किताबों की सप्लाई आज ही शुरू कर दी गई है और तीन क्लस्टरों में किताबें भेज दी गई हैं। जब उनसे बीईओ के संपर्क नम्बर मांगा गया तो उन्होंने कहा कि उनके साहब कईं नंबर रखते हैं। उन्हें क्या पता कि कौन सा नम्बर चल रहा होगा। 

कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को देवी पूजा करने का अधिकार नहीं:कासनी


करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने जिला के लोगों का आहवान किया कि जो कन्या भू्रण हत्या करवाते है, ऐसे लोगो को देवी की पूजा करने का कोई अधिकार नहीं। उन्होंने कहा कि कन्या भी देवी का रूप होता है। यदि लडक़ा अपने परिवार का चिराग है तो लडक़ी दो घरों की रोशनी। 
उपायुक्त करनाल की एन.डी.आर.आई के स्टाफ क्लब में आयोजित कन्याभू्रण हत्या की रोकथाम के लिए जिला में चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रम के तहत सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि घटता लिंगानुपात समाज के सामने एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। यह समस्या प्रकृति ने नही दी है बल्कि समाज के लोगों ने अपने द्वारा बनाये गये नियम व रूढ़ीवादी विचारों के कारण पैदा की है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की संख्या इसी प्रकार कम होती गई तो भविष्य में इसके परिणाम खतरनाक साबित होगें। इस सामाजिक कुरीति को रोकने के लिए आम आदमी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि लोग समाज के प्रति अपनी जिम्मेवारी समझे तो सामाजिक बुराईयां अपने आप ही समाप्त हो जायेगी।
उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में लड़कियां लडक़ों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है । जरूरत इस बात की है कि उन्हें हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर प्रदान किया जाये। उन्होंंने आज फिर दोहराया की  आगामी 6 अक्तूबर को प्रात: 9 बजे चाहे कहीं भी हो वे अपने संकल्प कन्याभू्रण हत्या नही करेगे और नही करने देंगे। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला तब तक जारी रखना है जब तक लिंगानुपात में समानता नही होती। यह संकल्प हर महीने की 6 तारीख को लेना है। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित जनसमुह को शपथ दिलाई कि जागेगें जगाएंगे, बेटी को बचाएंगे। बेटी है घर का मान, यह सब को बतायेगे। कन्याभू्रण हत्या मिटाएंगे, बेटी का मान बढाएंगे। 
इस अवसर पर उपायुक्त ने  शुरूआत समिति के कलाकारों द्वारा कन्याभू्रण हत्या की रोकथाम विषय पर आधारित जन्मोत्सव व साधना नाटक की प्रस्तुति पर खुशी जाहिर की और कहा कि यह नाटक लोगों की मानसिकता बदलने में कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि नाटक किसी भी घटना को जीवन्त करने का एक सशक्त माध्यम है और इन कलाकारों ने भी शानदार नाटक दिखाकर सभी दर्शको के मन को जीत लिया। 
इस अवसर पर सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार ने कन्या बचाओ पर बल देते हुए कहा कि यह कार्य किसी कानून बनाने से पूरा नहीं होगा, बल्कि इसके लिए समाज को जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने कहा करनाल की उपायुक्त ने इस कार्य के लिए पहल की है। उनकी इस पहल के तहत प्रत्येक मास की 6 तारीख को 9 बजे इस अभिशाप के खिलाफ लोगों को एक मिनट के लिए अपने आप से संकल्प लेना होगा कि न ही कन्याभ्रूण करवायेंगे और न ही होने देंगे। इस मौके पर साहित्यकार राजीव रंजन ने भी समाज की इस बुराई के खिलाफ लोगों से एकजुट होकर काम करने पर बल दिया और कहा कि साधना लघु नाटिका समाज की इस बुराई पर अंकुश लगाने में महत्वपूर्ण रोल अदा कर सकती है। इस नाटिका में यह दर्शाया गया है कि एक लडक़ी पहले अपने माता-पिता के अनुसार चलती है और बाद में वह अपने ससुराल वालों के अनुसार चलने पर मजबूर होती है, जिससे लडक़ी की आजादी कहीं न कहीं खत्म होती दिखाई देती है। इस अवसर पर इलाहाबाद से डा0 अजय जेतली, कुरूक्षेत्र से डा0 राम निरंजन,दिल्ली से रंजीता, डा0 इन्दु बाली, डा0 भुवनेश्वर भास्कर, डा0 नेहा, करनाल से डा0 विश्वास, अम्बाला से गगनदीप, देहरादून से डा0 ममता  उपस्थित थे। 

स्वच्छता अभियान के तहत उपायुक्त ने किया गांवों की निरीक्षण


करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने जिले में चल रहे स्वच्छता अभियान के तहत गांव चिड़ाव व मंचूरी में आंगनवाड़ी, स्कूल, गली व नालियों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से अपील की कि  वे अपने गांव को साफ-सुथरा बनाए ताकि इन गांवो को निर्मल ग्राव घोषित किया जा सके। 
उपायुक्त पहले निसिंग खण्ड के गांव चिड़ाव में पहुंची, वहां पर उन्होंने गांव की गलियों में घूम कर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। आंगनवाड़ी में जाकर बच्चों के लिए तैयार भोजन (मिड डे मील ) खाकर देखा और उन्होंने आंगनवाड़ी में शौचालयों की सफाई व्यवस्था देखी। इसके बाद उपायुक्त राजकीय स्कूल में पहुंची वहां पर बच्चों से पढ़ाई का जायजा लिया। उन्होंने अपने दौरे के दौरान गांव में स्थित जन-स्वास्थ्य विभाग के टयूबवैल का भी निरीक्षण किया। 
इसी प्रकार अपने दौरे के दौरान उपायुक्त असंध उपमंडल के गांव मंचूरी में निरीक्षण करने के लिए पहुंची। उन्होंने स्कूल, आंगनवाड़ी, गली व नालियां का निरीक्षण किया और उपस्थित लोगों को सफाई रखने का संदेश देते हुए कहा कि आपके गांव को निर्मल गांव की श्रेणी में लाने के लिए केन्द्र सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है यह गांव निर्मल गांव की श्रेणी में शामिल हो इसके लिए ग्रामीणों को अपने गांव में सफाई व्यवस्था बनाए रखनी होगी। उन्होंने कहा सडक़ों पर गोबर न डाले, हर घर में शौचालय हो और उसका प्रयोग किया जाए। उन्होंने कहा स्कूल आंगनवाडिय़ों में शौचालय और उनमें पानी का विशेष प्रबंध हो। उन्होंने स्कूली बच्चों से कहा कि वे हाथ धोकर खाना खाए, पीने के पानी में हाथ न डाले व शौच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोए। इससे बीमारी से बचाव किया जा सकता है। गांव में व्यर्थ पानी न बहाएं और आपसी भाईचारा बनाए रखे। ऐसे गांव को केन्द्र सरकार की टीम निरीक्षण उपरांत निर्मल गांव घोषित करेगी। 
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने ग्रामीणों से कहा कि एक अक्तूबर से एक नवम्बर तक नये वोट बनाने का कार्य प्रारम्भ हो रहा है जिस भी व्यक्ति की आयु 18 वर्ष हो चुकी है वह अपना वोट अवश्य बनवाए। यह मत उनके गांव में बूथ स्तर पर ही बनाए जाने हैं। उपायुक्त निरीक्षण के दौरान गांवों की महिलाओं ने मांग की कि उन्हें 100-100 गज के प्लाट तथा गोबर डालने के लिए गढढे दिये जाये। उपायुक्त ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिये कि गांव में जो भी पंचायती जमीन पर अवैध कब्जा है उसको हटवाकर वहां पर जरूरतमंद व्यक्ति को गोबर व कूड़ा-कर्कट डालने के लिए गढढे मुहैया करवाएं जाए। 
इस अवसर पर जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी सी.एस.दलाल, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी रविन्द्र मलिक, जिला बाल कल्याण अधिकारी अमरनाथ नरवाल, बीडीपीओ निसिंग सतपाल शर्मा, चिड़ाव के सरपंच जगरनाथ नरवाल, सीडीपीओ राजबाला, मंचूरी गांव में बीडीपीओ असंध प्रेमचंद, सरपंच अंगूरी देवी, कोर्डिनेटर जगबीर सिंह , अमित कौशिक व रीना चौधरी उपस्थित थे। 






बिजली गुल, बढ़ी मुश्किल


घरौंडा प्रवीन सोनी/तेजबीर
           सर्दी के मौसम में भी लगातार लगाए जा रहे बिजली के कटो से लोग परेशान है। बिजली कब आती है और कब चली जाती है इसका पता भी नही चल पाता। बिजली की लगातार हो रही कटौती से छोटे बड़े उद्योगों पर प्रभाव पड़ा है वहीं जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से शहर मे बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। 
जहां एक ओर त्यौहार का सीज़न आने वाला है वहीं बच्चों की बोर्ड की परीक्षाएं भी नजदीक है और इस दौरान बिजली के कटो की संख्या बढऩा एक बहुत बड़ी समस्या है। ऐसे में इन कटो से जहां बच्चों की परीक्षाएं प्रभावित होने के साथ साथ त्यौहारों पर काफी असर पड़ेगा। त्यौहारों के सीजन में छोटे बड़े उद्योग अपने अपने उत्पादन में लगे हुए है लेकिन पिछले कई दिनों से बिजली विभाग द्वारा जो कट लगाए जा रहे है उसे लगता है कि इस बार त्यौहार भी जबरदस्त प्रभावित होंगे। 
शहर वासी बनारसीदास भास्कर, सतीश, मनजीत, संजू, प्रदीप आदि का कहना है कि बिजली विभाग के अनुसार शहर में 18 से 20 घंटे बिजली देने का प्रावधान है लेकिन इन बिजली के कटो के कारण 8 घंटे भी बिजली न ही चलती। माना कि किसानों के लिए गर्मी के दिनों में बिजली की आपूर्ति बढ़ जाती है लेकिन सर्दियों में तो किसानों को इतनी बिजली की जरूरत भी नही होती। लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि गर्मियों की बजाए अब सर्दियों में बिजली विभाग द्वारा आवश्यकता से अधिक कट लगाए जा रहे है। रात को बिजली आ भी जाती है तो या तो उसकी वोल्टेज काफी कम होती है या फिर बहुत ही ज्यादा। जिससे बिजली के उपकरण जलने का खतरा बना रहता है। 
उधर स्कूली छात्र राहुल, अभिषेक, धर्मबीर, प्रदीप, प्रवीन, सोनू, विकास, गौरव, नीरज आदि का कहना है कि हमारी बोडऱ् की परीक्षाएं काफी नजदीक है और हमें परीक्षाओं की तैयारियों के लिए दिन के साथ साथ रात को भी पढ़ाई करनी होती है। लेकिन रात को किसी भी समय लाईट चली जाने से हम पढ़ाई नही कर पाते है। सोचते है कुछ देर का कट होगा कुछ देर में आ जाएगी लेकिन बिजली का कट इतना लंबा हो जाता है कि हमें नींद आ जाती है और हमें सो जाते है और सुबह पता चलता है कि पूरी रात लाईट ही नही आई और हमें परीक्षाओं के लिए जो तैयारी करनी होती है वो हो नही पाती है। इन कटो से हम कितने दुखी है ये सिर्फ एक स्कूली छात्र ही समझ सकता है। 
गौरतलब है कि बिजली के कटो से आम जनता के साथ साथ उद्योगिक क्षेत्र भी काफी परेशान है। जब बिजली विभाग के अधिकारियों से इस बारे में बात की जाती है तो वो भी कोई संतोषजनक उत्तर नही दे पाते। शहरवासियों ने बिजली विभाग से बिजली की आपूर्ति सही उपलब्ध कराने की मांग की है। 



महाऋषि बाल्मिकी की मूति स्थापना से पहले निकाली गई शोभायात्रा


 प्रवीन सैनी 
कस्बे मे  महाऋषि बाल्मिकी मूति की शोभायात्रा बडी धुमधाम से साथ निकाली गई । शोभायात्रा पेम नगर से षुरू होकर मेन बाजार से होते हुऐ बाल्मिकी बस्ती मे पुहची। ढोल नगाडो व बैड बाजो के साथ भगवान बाल्मिकी की मूर्ति को लेकर लोगो मे उत्साह बना हुआ था। इस मौके पर औरतो ने भगवान बाल्मिकी के भजन गाये। अशोक प्रधान ने बताया  की मुति हरिद्वार से लेकर आये है। इसके बाद 29 व 30 तारिक को पूजा अर्चना की जायेगी व 2 तारिक को भगवान बाल्मिकी जी की मुर्ति मन्दिर मे स्थापित की जायेगी।  मुर्ति स्थापना अवसर पर भण्डारा किया जायेगा। व मूर्ति की स्थापना मुख्यअतिथि रवि चोधरी द्वारा की जायेगी।

Thursday, September 29, 2011

खेल प्रतियोगिता में अशक्त बच्चों ने किया प्रतिभा का प्रदर्शन


इन्द्री,काम्बोज/अनेजा                                                                              
राजकीय प्राथमिक स्कूल के मैदान में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की खण्ड स्तरीय खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता आयोजित की गई। सर्व शिक्षा अभियान द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में प्राईमरी व अपर-प्राईमरी वर्ग के मानसिक बाधा, दृष्टिबाधा, अस्थि बाधा, श्रवण व वाणी बाधा वाले लडक़े व लड़कियों ने हिस्सा लिया। अपर-प्राइमरी वर्ग में मानसिक बाधा वाले बच्चों की सौ मीटर दौड़ में अमित जैनपुर ने प्रथम, मनोज जोहड़ माजरा ने द्वितीय और राहुल पटहेड़ा ने तृतीय स्थान हासिल किया। 50 मीटर लड़कियों की दौड़ में पूजा ने पहला, सोनिया जैनपुर ने दूसरा और ललिता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्राइमरी वर्ग की 50 मीटर दौड़ में राहुल चौगावां प्रथम, कुलदीप गढ़ीबीरबल व गौरव तृतीय रहे। लड़कियों में रीतू, रक्षा व पूजा ने क्रमश: पहला, दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया। दृष्टिबाधित लडक़ों की तेज चलने की प्रतियोगिता में आदित्य खुखनी, व दया ने पहला, यश्वनी व महक  ने दूसरा और कुलदीप गढ़ीबीरबल ने तीसरा स्थान हासिल किया। ब्लाईंड फोल्ड में कुलदीप गढ़ीबीरबल ने पहला, आदित्य ने दूसरा और यश्वनी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। श्रवण बाधित बच्चों की पचास मीटर दौड़ में रजत, विशाल व विकास ने क्रमश: पहला, दूसरा व तीसरा स्थान हासिल किया। अपर-प्राइमरी की लड़कियों में साक्षी ने पहला व पूजा ने दूसरा स्थान  हासिल किया। 
अस्थि बाधित बच्चों की व्हीलचेयर शोटपुट में साबिल गुढ़ा ने पहला, अभिषेक ने दूसरा और सौरव ने तीसरा स्थान लिया। लड़कियों में किरण व रूपा ने पहला व दूसरा स्थान प्राप्त किया। मानसिक बाधित बच्चों की शोटपुट प्रतियोगिता में गौरव टपरियां ने 12.5 फुट दूरी पर गोला फेंक कर पहला, अभि सांतड़ी ने दूसरा और रजत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अपर-प्राइमरी में 30.1 फुट पर गोला फेंक कर कीर्तिमान स्थापित किया। राहुल पटहेड़ा ने 20.5 फुट पर गोला फेंक कर दूसरा और मनोज ने 12.1 फुट पर गोला फेंक कर तीसरा स्थान हासिल किया। लड़कियों में सोनिया ने पहला, पूजा ने दूसरा और ललिता ने तीसरा स्थान लिया। प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में अलग-अलग वर्गों के अमित, राहुल, अभि, साबिल, राघव, अभिषेक, सोनिया, रोहित, ललीता ने प्रश्रों के सही उत्तर देकर निर्णायक विकास वर्मा व प्रेमपाल चंदेल से प्रशंसा प्राप्त की। सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में अमित, सोनिया, ललिता व रूपा ने अच्छा प्रदर्शन किया। इस अवसर पर डीपी राममूर्ति, पीटीआई जय प्रकाश, राजीव सैनी, विशेष अध्यापक ज्ञानचंद, पंकज मल्होत्रा, सुभाष लाम्बा व अरुण कुमार ने योगदान किया। इस मौके पर एबीआरसी शैलजा, विनय कुमार, सविता, कविता, पूजा, जसविन्द्र सिंह, रणधीर सिंह, बारू राम, राकेश कुमार, सोहन लाल उपस्थित रहे।


कालीदास रंगशाला में मनाया जायेगा गाँधी  जयंती समारोह:कासनी
करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त  नीलम प्रदीप कासनी ने बताया कि 2 अक्तूबर महात्मा गांधी के जन्मदिवस पर कालीदास रंगशाला में गांधी जयन्ती समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस समारोह में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जायेंगे। 
उन्होंने बताया कि गांधी जयन्ती के कार्यक्रम में प्रात: 6 बजे से साढ़े 8 बजे तक शहर में अधिकारियों द्वारा अपनी-अपनी बीट की सफाई करवाई जाएगी व 9 बजे उपायुक्त द्वारा महात्मा गांधी चौंक पर महात्मा गाधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। उसके बाद ब्राहमण,पादरी, मोलवी, सिख ग्रंथी द्वारा प्रार्थना की जाएगी। उसके बाद रामधुन भजन तथा उसके बाद कुष्ठ व्यक्तियों द्वारा भजन के बाद चरखा कातना तथा अंत में मुख्य अतिथि का भाषण होगा व मुख्य अतिथि द्वारा सुबह 10 बजकर 16 मिनट पर सामूहिक शपथ दिलाई जाएगी।


हरियाणा बोर्ड की परीक्षाओं के लिए लगाई गई धारा 144
करनाल काम्बोज/अनेजा
जिलाधीश नीलम प्रदीप कासनी ने एक आदेश जारी कर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की 3 अक्तूबर से शुरू होने वाली परीक्षाओं को नकल रहित एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाने के लिए जिला में बनाए गए सभी परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर की परिधि में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 144 लागू की है।   
जारी आदेशों में कहा गया है कि परीक्षा केन्द्रों की 200 मीटर की परिधि में 5 या पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्र होने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा कोई भी व्यक्ति अग्रेयस्त्र, घातक हथियार जैसे लाठी, तलवार, बरछा, कुल्हाडी, जेली, गण्डासा, चाकूऔर अन्य हथियार साथ लेकर नही चल सकता। यह आदेश डयूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारी व  पुलिस कर्मियों पर लागू नही होंगे।  आदेशानुसार परीक्षा अवधि के दौरान सभी फोटोस्टेट की दुकानें प्रात: 9 बजे से सांय 5 बजे तक बन्द रहेंगी।  ये आदेश जिला में 29 सितम्बर से लागू होकर आगामी 17 नवम्बर 2011 तक प्रभावी रहेंगे। इन आदेशों की उल्लघना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत कार्यवाही की जाएगी। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होकर आगामी 17 नवम्बर 2011 तक लागू रहेंगे।


एक अक्तूबर से शुरू हो जायेगा धान खरीद का काम:कासनी


करनाल काम्बोज/अनेजा
जिला प्रशासन द्वारा धान खरीद के लिए अनाज मंडियों में सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। धान खरीद का कार्य आगामी एक अक्तूबर से शुरू हो जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित एक बैठक में दी। उन्होंने धान खरीद कार्य में जुड़े अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये कि धान की खरीद पूरी पारदर्शिता से की जानी चाहिए और मार्किट फीस की चोरी न हो, यह भी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में हो, उन्हें किसी प्रकार की दिक्तत न आने दे। किसानों को मण्डियों में धान लाने और उसे बेचने में कोई कठिनाई नही होनी चाहिए। 
उन्होंने कहा कि किसानों के ठहरने के लिए मण्डियों में बनाए गए विश्रामगृहों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हो, मण्डियों में जाने वाले रास्ते, बिजली, स्वच्छ पेयजल का प्रबन्ध व सुलभ शौचालयों की व्यवस्था हो तथा आढ़तियों के पास धान को साफ करने के पंखे ठीक से होने चाहिए। किसानों के मार्गदर्शन के लिए मण्डियों में धान के रेट और अन्य सुविधाएं बोर्डो पर प्रदर्शित होनी चाहिए। धान के उठान की भी पर्याप्त व्यवस्था हो । उन्होंने कहा कि उच्च प्रशासनिक अधिकारी अनाज मण्डियों में धान खरीद प्रबन्धों का औचक निरीक्षण करेंगे। यदि कही कोई कमी पाई गई तो मण्डी सचिवों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिये कि किसानों की समस्याओं का सम्बन्धित अधिकारी तुरन्त निवारण करें। मण्डी में आने वाली प्रत्येक धान की ट्राली की एन्ट्री व रजिस्टर में भी धान की आवक दर्ज हो। मण्डियों में करेट, तिरपाल, व बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था के साथ-साथ धान के भण्डारण के लिए गोदामों की क्षमता भी सुनिश्चित कर लें। मण्डियों में बने शैड ठीक से होने चाहिए।
जिला प्रबंधक हैफेड अनिल अहलावत ने बैठक में बताया कि धान खरीद के लिए सभी एजेन्सियों को मण्डियों की अलाटमेंट की जा चुकी है और मिल डीलरों की रजिस्ट्रेशन की जा रही है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिला की विभिन्न मण्डियों में 4 लाख 17 हजार मीट्रिक टन धान की आवक हुई थी और इस वर्ष 4 लाख 60 हजार मीट्रिक टन धान की आवक होने की संभावना है। बैठक में असंध मंडी के प्रधान योगेन्द्र राणा ने उपायुक्त को आश्वासन दिया कि मंडी में शौचालयों के लिए जगह उपलब्ध होने के उपरांत आढतियों द्वारा शौचालयों का निर्माण करवा दिया जायेगा। 
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त एम.के.पांडुरंग, करनाल के एसडीएम मुकुल कुमार, असंध के एसडीएम आर.के.सिंह, नगराधीश महेश्वर दत्त शर्मा, डीआरओ दलेल सिंह, करनाल के डी.एस.पी. राजेश कुमार, बिजली, जन-स्वास्थ्य व मार्किटिंग बोर्ड के कार्यकारी अभियंता, सभी सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारी व मंडी सचिव तथा जिला की सभी मंडियों के प्रधान भी उपस्थित थे। 

जिले में दो से चार अक्तूबर तक मनाया जायेगा स्वच्छता उत्सव


करनाल काम्बोज/अनेजा
सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को जन आन्दोलन का रूप देने के उद्देश्य से राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगामी 2 अक्तूबर से 4 नवम्बर तक जिला में स्वच्छता उत्सव मनाया जाएगा। इस अभियान के दौरान 6 अक्तूबर को विजयदशमी के अवसर पर  अस्वच्छता पर स्वच्छता की विजय व 26 अक्तूबर को दीपावली के दिन अस्वच्छता से स्वच्छता के रूप में इन दिवसों को मनाने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा।
यह जानकारी उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान से जुडे विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक में दी। उन्होंने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य जीवन की गुणवता में सुधार लाना, स्वच्छता कवरेज को तेज गति प्रदान करना, जन समुदाय जागृति पैदा करके एवं स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से स्वच्छता सुविधाओं की मांग पैदा करना, ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों एवं आंगनवाडी केन्द्रों में स्वच्छता सुविधाएं मुहैया करवाकर छात्रों में हाईजिन शिक्षा एवं स्वच्छता सम्बन्धी अच्छी आदते डालना,स्वच्छता बारे कम लागत की उचित तकनीक प्रोन्नत करना, खुले में शौच की प्रथा को खत्म करके पीने के पानी एवं भोजन के स्त्रोतों को संक्रमित होने से बचाना तथा जहां-जहंा भी ग्रामीण क्षेत्रों में शुष्क शौचालय है उनको जलबन्द शौचालय में बदलना आदि कार्य शामिल हैं। 
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश कि सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को जन-आन्दोलन बनाने के लिए आगामी 2 अक्तूबर से चलाए जाने वाले स्वच्छता अभियान को सफल बनाए और इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोडक़र स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में पंचायती राज संस्थाओं, छात्रों, ग्रामीण समुदाय, महिला, बच्चे, युवा एवं पुरूषों को शामिल करें। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण स्वच्छ गांव को भारत सरकार द्वारा निर्मल गं्राम पुरस्कार से नवाजा जाता है इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा भी मुख्यमन्त्री स्वच्छता पुऱस्कार योजना चलाई जा रही है जिसमे ग्राम पंचायतों को लाखों रूपये की राशि के खण्ड स्तर से लेकर राज्य स्तर के पुरस्कारों के रूप में प्रदान की जाती है। 
अतिरिक्त उपायुक्त श्री एम.के.पांडुरंग ने इस अभियान के बारे में अधिकारियों से बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के प्रथम दिन 2 अक्तूबर को ग्राम सभाओं की बैठक करके सफाई व्यवस्था करने के लिए प्रस्ताव पारित किया जायेगा व पंचायती जमीन से कुरडियों को हटाया जायेगा तथा सफाई व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता दूत की पहचान की जायेगी। दूसरे दिन 3 अक्तूबर को जिले के सभी सरकारी व प्राईवेट स्कूलों के छात्रों को स्वच्छता बारे जानकारी दी जाएगी। तीसरे दिन 4 व 5 अक्तूबर को संबंधित गांवों के इंचार्ज अधिकारी व प्रेरक वार्ड स्तर पर बैठक लेंगे। इस बैठक में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया जायेगा। इस प्रत्येक गांव में ठोस कचरे एवं गन्दे पानी की निकासी बारे लोगों को जागरूक किया जाएगा तथा ऐसे घरों की पहचान करके सूची तैयार की जायेगी जहां पर निजी शौचालय नहीं है। चौथे दिन 6 अक्तूबर को विजयदशमी के दिन को अस्वच्छता पर स्वच्छता की विजय के रूप में मनाया जायेगा। इसी प्रकार 7 अक्तूबर से 16 अक्तूबर तक एक विशेष अभियान चलाकर शौचालय के प्रयोग करने पर बल दिया जायेगा व सामुदायिक शौचालय के रख-रखाव व पानी के सदुपयोग के बारे में जानकारी दी जायेगी। इसी प्रक्रिया में 15 अक्तूबर को स्कूलों के बच्चों को शिक्षकों की सहायता से अन्तर्राष्ट्रीय हैंडवाश डे मनाया जायेगा तथा इस दिवस के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी।  इसी प्रकार 17 अक्तूबर को इस अभियान की प्रगति की जानकारी ली जायेगी। इसी प्रकार 18 से 21 अक्तूबर में स्वच्छता दूत स्थिति का जायजा लेंगे।  इस प्रक्रिया में 22 अक्तूबर को प्रत्येक स्कूल में सम्पूर्ण स्वच्छता विषय पर वाद-विवाद,निबंध प्रतियोगिता, पेंटिग,पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा। 
इसी प्रकार 23 अक्तूबर से 25 अक्तूबर तक स्कूल व आंगनवाडिय़ों में शौचालयों के प्रयोग व उनके रखरखाव के बारे में जागरूक किया जायेगा। दीपावली अवसर पर 26 अक्तूबर को अस्वच्छता  से स्वच्छता की ओर विषय पर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में विशाल सफाई अभियान चलाया जायेगा। 27 अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक इस अभियान के तहत सभी गांवों में शौच के लिए शौचालय का प्रयोग करने व उसके रख-रखाव करने के बारे में जागरूक किया जायेगा। एक नवम्बर हरियाणा दिवस के अवसर पर जिले के सभी स्कूलों, ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई अभियान चलाया जायेगा। 2 नवम्बर को ग्राम सभा की बैठक में स्वच्छता अभियान के तहत अब तक किये गये कार्यो की समीक्षा की जायेगा। अभियान के अंत में 3 नवम्बर को अभियान की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की जायेगी व अभियान के दौरान बनाए गए शौचालयों की जानकारी दी जायेगी। 
श्री पांडुरंग ने करनाल जिलावासियों खासकर ग्रामीणों का आहवान किया है कि जिन घरों में निजी शौचालय नही बने है वे अपने पैसे से अपने घरों में नीजि शौचालय बनवाकर उनका प्रयोग करें। इससे लोग बीमारी से दूर रहेगे। बैठक में सिविल सर्जन डाक्टर शिव कुमार ने गंदगी से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी दी तथा इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अधिकारियों को गुर बताए। बैठक में जिला परिषद के चेयरमैन अंग्रेज सिंह धूमसी, उपमंडलाधीश करनाल मुकुल कुमार, शुगर मिल के प्रबंधक राजीव मेहता व अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।

Tuesday, September 27, 2011

उद्घाटन की बाट जोह रहा है ददलाना का नवनिर्मित सीएचसी


घरौंडा(प्रवीन/तेजबीर)
करोड़ों रूपए की लागत से बनकर तैयार ददलाना का स्वास्थ्य सामूदायिक केंद्र पिछले कई माह से उद्घाटन की बाट जोह रहा है। आधुनिक रूप से तैयार करीब पांच एकड़ में बने इस सीएचसी का पानीपत से डाक्टरों के दल ने निरीक्षण कर हरी झंडी दे दी है। मुख्यमंत्री से समय न मिल पाने के कारण अभी तक यह सीएचसी जनता को समर्पित नही किया जा सका है। 
 प्रदेश मुख्यमंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा के मीडिया सलाहकार सुंदर पाल के पैतृक गांव ददलाना में करीब आठ करोड़ की लागत से करीब पांच एकड़ भूमि में बने इस आधुनिक सीएचसी का निर्माण दिसंबर 2008 में शुरू हुआ था और यह कार्य 2011 में पूरा हुआ है। इस सीएचसी में निर्माण कार्य पूरा होने पर पानीपत से चिकित्सकों के दल के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक दो बार दौरा भी किया था और यहां जनता की सुविधाओं के लिए कुछ डाक्टर भी नियुक्त किए गए थे। लेकिन वे डाक्टर इस अस्पताल में मात्र दो ही सप्ताह रूके और इस समय यह सीएचसी एक भव्य भवन के रूप में ही खड़ा है। 
रिफाईनरी नजदीक होने के कारण व आस पास के क्षेत्र के ग्रामीणों को इस अस्पताल के शुरू होने से अनेक प्रकार की सुविधाएं मिल सकती है। 
ददलाना निवासी पूर्व सरपंच नरेंद्र राणा, बिरजू राणा, हरपाल, वेदपाल, वीरू, सुरेश, ईश्वर, जाति राम, विनोद राणा, सुखबीर शर्मा, रामभूल, कश्मीरीलाल, पुरूषोतम शर्मा ने बताया कि उनके गांव के आस पास के क्षेत्र में ऐसा कोई भी बड़ा अस्पताल नही है जहां आपातकाल में मरीजों को ले जाया जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि आपातकाल में मरीजों को पानीपत या करनाल लेकर जाना पड़ता है। 
अगर उनके गांव का यह अस्पताल शुरू हो जाए तो मरीजों का ईलाज यहीं पर हो जाएगा और वे करनाल व पानीपत के निजी अस्पतालो में लुटने से बच जाएंगे। 
इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी एचएस रंधावा का कहना है कि सीएचसी बनकर बिल्कुल तैयार है और जिस समय में भी इसका उद्घाटन हो जाएगा। यहां चिकित्सको का दल भेज दिया जाएगा।


मापतोल कर्मियों पर लगाए गड़बड़ी करने के आरोप
इन्द्री सुरेश अनेजा
 अनाजमंडी में आढतियों व दुकानदारों ने मापतोल विभाग के कर्मियों पर गड़बड़ी के आरोप लगाते हुए रोष प्रकट किया। मंगलवार को किसान भवन में मापतोल विभाग के कर्मी बाटों व कंडों की जांच करने के लिए आए थे। लेकिन आढ़ती व दुकानदार उस समय भडक़ गए जब कर्मियों द्वारा उनसे पर्ची से ज्यादा पैसे लिए जाने लगे। 
                      आढती अशोक कुमार, बलबीर सिंह,जय सिंह, बुध राम, लाजपत राय व प्रदीप कुमार ने बताया कि मापतोल विभाग की ओर से आए कर्मियों द्वारा सरकारी नियमों को अनदेखा किया जा रहा है। कर्मियों द्वारा 220 की पर्ची काटने के बाद 290 रूपए मांगे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन लोगों के कंडों में थोड़ी खराबी है उन लोगों से ज्यादा पैसे वसूल कर रहे हैं उन्होंने कहा कि सरकारी नियमो के अनुसार इन लोगों को दूकान पर जाकर ही कंडे ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन ये लोगों को एक जगह इक्_ा करके कंडे ठीक कर रहे हैं। चेकिंग के मनमाने पैसे वसूल रहे हैं। इससे पहले भी तरावडी व करनाल में माप तोल विभाग के कुछ कर्मचारियों ने मिली भगत करके दुकानदारों को लाखो रूपये का चुना लगा दिया था। 
               जब इस बारे में माप तोल विभाग के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सारा काम कानून के अनुसार हो रहा है। वे सरकारी रसीद काट रहे हैं। कंडे को ठीक करने के बाद मोहर लगाकर रसीद दी जातीे हैं। कोई भी बिना लाइसेंस के काम नही कर रहा है। 


वतन वालों वतन को न बेच देना
शहीद भगत सिंह स्कूल में मनाई गई भगत सिंह जयंती                                      
इन्द्री विजय काम्बोज
 शहीद भगत सिंह जयंती पर भादसों स्थित शहीद भगत सिंह स्कूल में खेल प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। विद्यार्थियों ने देश भक्ति गीत व नाटक प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम में वतन वालो वतन को न बेच देना गीत पर सब गंभीर हो गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रिंसीपल हिशम सिंह ने की। मुख्य अतिथि के तौर युवा इनेलो हलका प्रधान भीम सिंह मढ़ाण ने शिरकत की। खेल प्रतियोगिता में विजेता विद्यार्थियों को ईनाम दिए गए। 
स्कूली विद्यार्थियों ने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरिता, संगीता, महक, गुरजीत व कर्मजीत ने नाटक की प्रस्तुति दी। नाटक में अनपढ़ व्यक्तियों की दशा को दर्शाया गया। नाटक में दिखाया गया कि आज लड़कियां पढ़ाई में अव्वल आकर आगे बढ़ रही हैं। छोटे स्कूली बच्चों ने कवितांए, चुटकले व देश भक्ति गीत प्रस्तुत किए। 
       मुख्य अतिथि भीम मढ़ाण ने कहा कि शहीदों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। हमें शहीदों की कुर्बानी को नहीं भूलना चाहिए। भगत ङ्क्षसह ने देश को आजादी दिलाने के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया। शहीदों की बदौलत आज हम आजाद भारत में सांस ले रहें हैं। इस मौके पर बलवंत, हरीश कुमार, रविकांत, रविंद्र, नविता, हरप्रीत कौर, पिंकी रानी, जसविंद्र,आरती, कमलजीत व गीता मौजूद रहे। 



असुविधाओं से जुझ रहा है घरौंडा का रेलवे स्टेशन


घरौंडा (प्रवीन/तेजबीर)
यात्रियों की सुविधाओं के लिए वर्षो पहले स्थापित रेलवे स्टेशन जन सुविधा न होने के कारण आज स्वयं बीमार है। रेलवे स्टेशन पर जहां यात्रियों को गाडिय़ों के अभाव से जुझना पड़ रहा है। वहीं स्टेशन पर अनेक ऐसी खामियां है। जिससे यात्रियों को हर दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
बसों की बजाए रेलों का किराया कम होने के कारण आज हर यात्री रेल में सफर करने की सोचता है लेकिन घरौंडा का रेलवे स्टेशन एक ऐसा स्टेशन है जहां मात्र दो चार गाडिय़ां रूकने के शिवाए कोई ओर गाड़ी नही रूकती है और जिसके कारण सैंकड़ों की तादाद् में दिल्ली और चंडीगढ़ की ओर जाने वाले यात्रियों को मजबूरन बसों या निजी वाहनों में धक्के खाने पड़ते है। यहां पर रेलों के ठहराव के लिए दैनिक रेल यात्री संघ पिछले काफी समय से इस जदोजहद् में लगे है कि इस स्टेशन पर हिमालय क्वीन, भटिंडा, उच्चाहार गाडि़य़ों का ठहराव होना चाहिए। जिसके लिए वे सांसद से लेकर रेल मंत्री तक का दरवाजा खटखटा चुके है। लेकिन यहां पर किसी भी गाड़ी का ठहराव नही हो पाया है। हालांकि उत्तर रेलवे की उच्च समिति की टीम में वीर सिंह पाल जैसे घरौंडा के स्थानीय निवासी सदस्य रह चुके है। 
नेताओं द्वारा मात्र आश्वासनों के अलावा यात्रियों को ओर कुछ नही मिला है। अंग्रेजों के शासन काल में बने इस रेलवे स्टेशन पर करनाल व पानीपत की तरफ जाने के लिए जनता की सुविधाओं के लिए ऐसा कोई  शहर नही बना हुआ है कि जहां यात्री गरमी या बरसात के मौसम में खड़े हो सके। रेलवे स्टेशन पर लाईट व पानी की व्यवस्था तो की गई है लेकिन उनका उपयोग न के बराबर है क्योंकि न तो लाईटे जलती है और न ही पानी के नल सही प्रकार से पानी नही देते। इसलिए लोगों ने पीने के पानी के लिए लोगों ने स्थाई तौर पर पानी के मटके रखे हुए है।
उत्तर रेलवे डेली पैसेंजर वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान रणधीर शेखपूरा दैनिक यात्री दिनेश, राकेश, परमजीत, ईषाक, रोहताश, रामलाल, दिलजीत सिंह, प्रवीन कुमार, प्रदीप सैनी, प्रवीन कुमार, दिनानाथ, धर्मबीर सिंह, चिंटू, पंकज, विकास, अक्षय का कहना है कि सुबह के समय यहां पर दिल्ली की ओर जाने के लिए मात्र तीन गाडिय़ों का ठहराव है। इसके बाद दोपहर तक कोई भी ऐसी गाड़ी नही है जिसके यात्री दिल्ली की ओर जा सके। चंडीगढ़ की ओर जाने के लिए गाडिय़ां न के बराबर है। 
सबसे ज्यादा बुरा हाल यहां पर सुबह आने वाले रेल यात्रियों का होता है क्योंकि यहां पर रेलवे स्टाफ की कमी के चलते टिकट खिडक़ी को गाड़ी आने से कुछ देर पहले ही खोला जाता है और यात्री धक्का मुक्की कर टिकट लेने की कोशिश करते है अनेक बार तो यात्री टिकट न मिलने के अभाव में बिना टिकट ही रेल में चढ़ जाते है। रेल यात्रियों का कहना है कि रेलवे कर्मचारी गाड़ी आने समय ही खिडक़ी खोलते है और ऐसे मे यात्री भगदड़ में टिकट प्राप्त करता है। और कई बार तो अनेक यात्रियों के खुल्ले पैसे टिकट देने वाले के पास ही रह जाते है जो यात्रियों को वापिस नही मिल पाते और जब यात्री खुल्ले पैसे की मांग करता है तो खिडक़ी पर कर्मचारी उनके साथ अभद्रता का व्यवहार करता है। 
उत्तर रेलवे डेली पैसेंजर वेल्फेयर एसोसिएशन ने रेलवे स्टेशन पर गाडिय़ों के ठहराव व सुविधाओं की मांग की है।

जवानों ने साईकिल यात्रा द्वारा ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए किया प्रेरित


घरौंडा(प्रवीन सोनी/तेजबीर)
ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पर्यावरण को बचाने के उद्देश्य को लेकर चोटी मारसिमिक ला से चले वायु सेना के जवानों की साईकिल यात्रा का आज घरौंडा पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। 
अल सुबह यह साईकिल यात्रा करनाल की ओर से जीटी रोड़ पर पैट्रोल पम्प के समीप पहुंचे। जहां आर्यवीर दल व गऊंशाला समिति के सदस्यों ने जवानो का भव्य स्वागत किया। इसके बाद यह यात्रा ऋषिकूल स्कूल में पहुंचे।
 घरौंडा के ऋषिकूल माध्यमिक विद्यालय में बच्चों ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जागरूक करते विंग कमांडर जेक्शन                     छाया-तेजबीर  
जहां पर यात्रा दल के विंग कमांडर जेक्शन ने कहा कि उनका एक ही उदेश्य है कि देश में बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग को किस प्रकार से रोका जाए जिसको लेकर उन्होंने व उनके करीब एक दर्जन साथी जवानों ने यह निर्णय लेकर बीती 10 सितंबर को हिंदुस्तान की 18,634 फीट की उंचाई पर बसी सबसे उंची चोटी मारसिमिक ला से दिल्ली के लिए साईकिल यात्रा शुरू की। उन्होने कहा कि साईकिल यात्रा से जहां एक ओर बढ़ते प्रदूषण को रोका जा सकता है। वहीं मनुष्य का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। गलोबल वार्मिंग आज भारत के लिए ही नही बल्कि पूरे विश्व के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। जिसको कम करने के लिए हम सभी को प्रयास करना चाहिए। उन्होनें अपनी यात्रा के दौरान लोगो को देश सेवा के लिए वायु सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर ऋषिकूल स्कूल के प्रिंसिपल सतीश त्यागी व समस्त स्टाफ ने जवानों का भव्य स्वागत किया।


गोभ की बिमारी से गन्ने की फसल सूखी, किसान चिंतित
घरौंडा (प्रवीन/तेजबीर)
कृषि विभाग व चीनों मीलों के प्रयासो के चलते इस वर्ष गन्ने की रोपाई का रकबा बढ़ा है। सराकार द्वारा किसानों को गन्ने की खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए मुफ्त खाद् व बीज दिया जिससे इस वर्ष पहले की अपेक्षा किसानों को गन्ने की ओर ज्यादा ध्यान दिया। 
गन्ने के बढ़े हुए रकबे से इस बार अधिक पैदावार की उम्मीद जगी है। लेकिन गन्ने की फसल पर गोभ के कीड़े नामक बिमारी ने किसानों के होश उड़ा दिए। गोभ के कीड़े के प्रहार से गन्ने का पौधा सूख रहा है। बीमारी से बचने के लिए कई प्रकार की दवाईयां कृषि विभाग द्वारा किसानो को दी गई है। लेकिन इसके बावजूद भी बीमारी का प्रकोप कम होने का नाम नही ले रहा है। कीड़े की चपेट का सीधा असर गन्ने की पैदावार पर पड़ रहा है। किसानों के अनुसार बीमारी के हालात ऐसे ही रहे तो पैदावार में 25 प्रतिशत् से ज्यादा की गिरावट आएगी। 
किसान सुभाष ने बताया कि इस बार उसने 10 एकड़ में गन्ने की बिजाई की लेकिन बिमारी के चलते गन्ने की फसल सूख रही है। कृषि विभाग ने दवाई भी बताई लेकिन कोई असर नही पड़ा ऐसे में बीमारी के कारण पैदावार में काफी गिरावट आएगी। 
गन्ना अधिकारी अशोक ने बताया कि इस बार गन्ने की फसल में गोभ के कीड़े की बिमारी आई है जिससे गन्ना सूख जाता है। यदि किसान समय पर दवाई छिडक़ाव करके प्रभावित पौधे को खेत से बाहर निकाल देता है तो बिमारी का असर कम होगा और पैदावार में गिरावट कम होगी। 

विभाग दृढ़ता से उपलब्ध करा रहे हैं जनता को 15 मूलभूत सुविधायें:कासनी


करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने बताया कि हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार लोगों को दी जाने वाली 15 मूलभूत सुविधाओं का जिले में सम्बन्धित विभाग दृढ़ता से पालन कर रहे है। इन सुविधाओं के तहत पिछले मास तक जिले में 38 हजार 325 आवेदन प्राप्त हुए इनमें से  36 हजार 300 आवेदनों पर निर्धारित अवधि में कार्यवाही की गई बाकि आवेदनों में तकनीकी कारणों से कार्यवाही नहीं हो सकी।
उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा समाज के हर व्यक्ति को बेहतर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 15 मूलभूत सुविधाओं को शामिल किया गया है। आम आदमी को इन सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए समय निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त तक खादय आपूर्ति विभाग के कार्यालय में नये राशन कार्ड बनवाने के लिए 73 आवेदन आये। जिन्हें निर्धारित समय अवधि 15 दिन में बनाकर आवेदक को दिया गया। राशन कार्ड के सरेण्डर सर्टिफिकेट के लिए 114 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 दिन पूरा कर दिया गया। इसी प्रकार उन्होंने बताया कि जिले के सभी कार्यालयों में डुप्लीकेट राशन कार्ड बनवाने के लिए 185 आवेदन आये व परिवार के सदस्य का नाम डलवाने या कटवाने के लिए 56 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित अवधि 7 दिनों में बनाया गया। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड में पता बदलवाने के लिए 48 आवेदन व 217 आवेदन सरेण्डर सर्टिफिकेट आये जिन्हें क्रमश: निर्धारित समय अवधि 3 दिन उसी दिन पूरा करके आवेदक को सौंप दिया गया। 
उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार एस.सी./एस.टी.,ओ.बी.सी., निवास या आवास  प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जिले की सभी तहसीलों में 3827 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 दिन में बनाकर आवेदक को दे दिया गया।  इसी प्रकार जिले के उपमंडल स्तर पर 4912 लर्नर ड्राईविंग लाईसैंस, 2999 स्थाई ड्राईविंग लाईसेंस के लिए व वाहन पंजीकरण के लिए 5 हजार 38 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 कार्य दिवस मेंबनाकर आवेदक को दे दिया गया। इसी प्रकार जिले के सभी बिजली कार्यालयों में बिजली कनैैक्शन लेने के लिए 3395 आवेदन आये जिनमें से 1759 व थ्री फेस के लिए 445 आवेदन आये जिनमें से 430 आवेदकों को निर्धारित समय अवधि 30 कार्य दिवस में कनैैक्शन दे दिये गये। 
उन्होंने बताया कि भूमि रजिस्ट्री के लिए जिले की सभी तहसीलों में 14 हजार 418 आवेदन आये जिनकी उसी दिन रजिस्ट्री की गई। जिले की सभी तहसीलों में भूमि इन्तकाल के लिए  1708 आवेदन आये जिनमें से 1653 व भूमि रिकार्ड की कापी के लिए 5 हजार 946 आवेदन आये   जिनका निर्धारित समय अवधि 5 दिन में निपटान कर दिया गया। सिवरेज कनैक्शन के लिए जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में 28 आवेदन आये इनमें से 18 को निर्धारित समय अवधि 12 दिनों में कनैैक्शन दिए गये और शेष 10 आवेदन अवैध कालोनियों में होने के कारण उन पर विचार नही किया गया।
जिले के स्वास्थ्य विभाग में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 5 हजार 70 आवेदन आये जिनमें से 3266 शहरी व 1804 ग्रामीण क्षेत्र के थे। इन प्रमाण पत्रों को निर्धारित समय अवधि 3 दिनों में बनाकर आवेदकों को सौप दिया गया। इसी प्रकार जिले की सभी नगर पालिकाओं में मकान बनाने के नक् शे के लिए 55 आवेदन आये जिनमें से 28 आवेदनों पर कार्यवाही की गई बाकि पर तकनीकी कमी के कारण विचार नही किया गया। उन्होंने आवेदकों से अपील की कि जब भी आवेदक किसी भी कार्यालय में काम के लिए आवेदन देता है तो कार्यालय से उसकी रसीद जरूर ले।


फल, फूल, सब्जियों, बागवानी, तिलहन, दलहन व औषधीय पौधों की खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करें किसान:कासनी
करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने जिले के किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए फल, फूल, सब्जियों, बागवानी, तिलहन, दलहन व औषधीय पौधों की खेती करें। 
उन्होंने बताया कि इन फसलों की बुआई करने से फसल की अच्छी पैदावार तो होती है, इस से किसानों को फसल के ऊंचे दाम भी मिलते है। उन्होंने बताया कि फसलों को बदल-बदल कर बोने से खेत की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने किसानों से जैविक खेती को अपनाने का भी आह्वान किया। 
श्रीमती कासनी ने बताया कि फलों, फूलों, सब्जियों व औषधीय पौधों की खेती किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इससे किसान अधिक पैसा कमा सकते हैं व उनके परिवार में अधिक समृद्धि व खुशहाली आ सकती है। उन्होंने बताया कि किसान गुगल, मूसली, हरड़ व आंवला जैसे औषधीय पौधों की खेती भी कर सकतें हैं। क्योंकि इनसे देसी दवाईयां बनती है और देसी दवाओं की मांग दिन प्रति दिन बढती जा रही है। 
उन्होंने किसानों से अपील कि वे अपने परिवार की खुशहाली व समृद्धि के साथ-साथ अपनी माली हालत को सुदृढ़ बनाने के लिए आधुनिक कृषि तकनीक का प्रयोग करें और इसके लिए जरूरी है कि वे अपने परिवार को शिक्षित बनाएं। उन्होंने बताया कि आधुनिक तरीके से खेती करने और नई-नई कृषि तकनीकों एवं उत्तम किस्म के बीजों, खाद व दवाईयों की जानकारी रखने के लिए किसानों का शिक्षित होना बहुत जरूरी है। 
उपायुक्त ने किसानों को अपनी फसलों की अधिक पैदावार लेने के लिए आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों को कृषि संबंधी जानकारी मुहैया करवाने के लिए कृषि विभाग, कृषि ज्ञान केन्द्र व उद्यान विभाग में कृषि विशेषज्ञों को नियुक्त किया हुआ है जहां से किसान इनकी सेवाओं का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि  उद्यान प्रशिक्षण संस्थान उचानी में औषधीय पौधों की उत्पादन तकनीक व मूल्यवर्धन विषय पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करके किसानों को औषधीय पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

भ्रूण हत्या पर नाटक का मंचन कर किया जागरूक


घरौंडा (प्रवीन/तेजबीर)
जिला प्रशासन के आदेश पर शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भ्रूण हत्या पर नाटक का मंचन कर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपमंडल अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी व जिला चिकित्सा अधिकारी ने बतौर विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। 
कार्यक्रम में मंच के माध्यम से करनाल व अन्य क्षेत्रों से आए रंगकर्मियों ने साधना व जन्मोत्सव नाटक का मंचन कर कन्या भ्रूण हत्या एक महापाप है बारे में बच्चों को जागरूक किया। नाटकों में दिखाया गया कि किस प्रकार से लोग परिवार में पैदा होने वाली लडक़ी को एक अभिशाप समझते हुए लडक़ी पैदा करने पर उसकी मां को किस प्रकार से प्रताडि़त किया जाता है व दूसरी ओर यही लड़कियां ख्रेलों व पढ़ाई में अग्रणी रहकर अपने परिवार के साथ साथ जिले व प्रदेश का नाम उंचा करती है। 

 रा.वरि.मा.विद्यालय में भ्रूण हत्या पर नाटक का मंचन करते कलाकार                                                              छाया-तेजबीर

कार्यक्रम में आए एसडीएम मुकूल कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सरिता भंडारी व सीएमओ शिव कुमार का स्कूल के प्राध्यापक रविंद्र चौधरी व स्टाफ ने गुलदस्ता देकर अभिनंदन किया। 
मंच पर बोलते हुए विशेष अतिथियों ने बताया कि आज सरकार द्वारा लड़कियों की पढ़ाई के साथ साथ उनको समाज में उंचा उठाने के लिए करोड़ों रूपया पानी की तरह बहा रही है। लड़कियों को स्कूलों व महाविद्यालयों में शिक्षा मुफ्त में दी जा रही है और समय समय पर लोगों को भ्रूण हत्या न करने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूक किया जा रहा है।
इसके बावजूद भी हमारे जिले में लड़कियों का अनुपात लडक़ों से कम है जो एक सोचनीय विषय है। हमें लड़कियों के प्रति लोगों की मानसिकता को बदलना होगा।
इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पलता गोगिया, डा. अमर बजाज, राजीव रंजन, शिव नारायण वर्मा, जेसी तनुजा, संजय आदि मौजूद रहे। 



Monday, September 26, 2011

करनाल में वल्र्ड हार्ट डे के उपलक्ष्य में मेराथन दौड़ का हुआ आयोजन


हरियाणा व पंजाब में हार्ट पेसेंट की संख्या में हुई वृद्धि,केरल के बाद हरियाणा दूसरे नम्बर पर
करनाल काम्बोज/अनेजा
आज के आधुनिक युग में जिस तरह से इंसान की जिंदगी दौड़ती चली जा रही है,के चलते इसंान के पास इतना वक्त नहीं है कि वह अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रख सके। यही कारण है कि आज हर तीसरा व्यक्ति दिल की बीमारी से ग्रसित हंै। आज तो युवाओं के दिल की बीमारियों से ग्रसित होने के मामले ज्यादा दिखने लगे हैं जिसने जीवन दर में कमी लाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ा दी है। हांलाकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर चिकित्सा कैंप लगाकर या प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर लोगों को बीमारियों से बचाव संबंधी आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराई जाती हैं। लेकिन व्यस्तता के चलते इंसान आज सुबह की सैर और व्यायाम जैसी आदतों से दूर हो रहा है। परिणामस्वरूप आये दिन कोई न कोई दिल की बीमारी के चलते अपने जीवन से हाथ धो बैठता है। 
हर वर्ष 27 सितंबर को वल्र्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इसी के चलते करनाल में आज सुबह वल्र्ड हार्ट डे के उपलक्ष्य में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और जिला प्रशासन द्वारा मिलकर राष्ट्रीय डेरी अनुसन्धान संस्थान में मेराथन दौड़ का आयोजन किया गया जिसमे जिले के सभी डॉक्टरों और आम लोगों ने भी बढ़चढक़र हिस्सा लिया। करनाल की उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने मेराथन को हरी झंडी देकर रवाना किया। प्रशासनिक अधिकारियों,डॉक्टरों व शहर के लोगों ने इस मेराथन में हिस्सा लेकर हार्ट को स्वास्थ्य रखने का सन्देश दिया। दिल बचाओ का सन्देश लिखी टी शर्टे पहनकर सभी आकर्षक लग रहे थे। मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे फोर्टिस हस्पताल मोहाली के कार्डिक डिपार्टमेंट के निदेशक डा. राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि हरियाणा व पंजाब के युवाओं में हार्ट संबंधी दिक्कत अधिक आ रही है, जोकि एक अलार्म है। इसका मुख्य कारण युवाओं का फास्ट फूड खाने की ओर ज्यादा रूझान होना है। जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। फास्ट फूड में अधिक कैलोरी होती है जोकि दिल पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इसके लिए सभी को जागरूक होना होगा, अन्यथा काफी देर हो चुकी होगी। इस समय हरियाणा की व्यस्क जनसंख्या का करीब दस प्रतिशत दिल की बीमारियों से ग्रस्त है। क्योंकि लोग सैर और व्यायाम जैसी आदतों से दूर हो चुके हैं। अब तो हरियाणा के लोग भी दिल की बीमारियों से अछूते नहीं रहे हैं। केरल के बाद हरियाणा व पंजाब में देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक दिल के मरीज हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का कर्तव्य है कि वह लोगों क ो समय समय पर दिल की बीमारियों से संबंधित आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराये। इसके लिए कैंप लगाये जा सकते हैं। प्रशिक्षण शिविरों व जागरू कता अभियानों का आयोजन किया जा सकता है। लोगों का भी कर्तव्य है कि वे अपने जीवन में व्यायामशैली को अपना कर स्वस्थ रहने का प्रयास करें।  

उपमंडल के 18 गांवों का प्रस्ताव निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए नामांकित किये गये हैं:आर के सिंह


असंध, दीपक पांचाल
       उपमंडलाधीश आर के सिंह ने अपने कार्यालय में असंध उपमंडल के  उच्च अधिकारी तथा सभी कानूनगो व पटवारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि  सम्पूर्ण ग्रामीण स्वच्छता के तहत अधिक से अधिक गांवों को साफ-स्वच्छ व निर्मल बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस अभियान में सभी अपनी नैतिक जिम्मेवारी का निर्वाह करते हुए गांवो में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवाएं। इस वर्ष असंध उपमंडल के 18 गांवों का प्रस्ताव निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए भारत सरकार के पास भेजा गया है। 
बीडीपीओ प्रेम सिंह ने बताया कि एसडीएम आर के सिंह के दिशा निर्देशानुसार असंध खंड के सभी गांवो को निर्मल ग्राम बनाने के लिए प्रशासन के सभी अधिकारी,कर्मचारी युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है। उन्होंने ग्रामीणों से आहवान किया कि वो अपने आस पास के परिवेश को स्वच्छ रखे। अब गांव-गांव में जन स्वास्थ्य विभाग नलकूपों में पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की सुविधा है लेकिन अधिकांश गांव में रोजाना हजारों लिटर पानी ग्रामीणों की लापरवाही व जागरूकता के अभाव में नालियों में व्यर्थ बह जाता है और वह ओवरफलो होकरबीमारी का कारण बनता है। पंचायतों को चाहिए कि इस समस्या को रोकने के लिए लोगो को जागरूक करें।
उन्होंने असंध खंड के इस वर्ष के 18 गांवों के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए  गांव इच्छनपुर, बंदराला, डेरा गुजरातिया, डेरा फूलासिंह, झिमरहेडी, कबूलपुर खेड़ा, खेडीसर्फली, मंचूरी, न्यु झिंड़ा, रत्तक, रिसालवा, शेखुपुरा, ठरवामाजरा, उपलानी व लैलायन,रूकसाना,कौल खेडा तथा गंगटेहड़ी शामिल है। उन्होंने सम्बन्धित सभी गांव के सरपंचों से अपील की है कि इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए अपने गांव को साफ-स्वच्छ व सुन्दर बनाये।
इस अवसर पर तहसीलदार जगदीश चन्द्र,नायब तहसीलदार हिम्मत सिंह, बलबीर सिंह,बीईओ बीना कठपालिया, ,कानूनगो रामेश्वर दास,सुबे सिंह,पटवारी रघुबीर सिंह,गुरप्रीत सालवन,सुरेन्द्र अलावला,विनोद,सतपाल, दिलावर सिंह,रमेश,रोहतास आदि उपस्थित थे।

नाटक मंचन कर किया कन्या भ्रूण हत्या के प्रति जागरूक


करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी के आहवान पर जिला स्वास्थ्य विभाग करनाल की पहल पर पुरे जिले में नेशनल स्कूल आफ ड्रामा के सहयोग से तैयार शुरूआत समिति के कलाकारों द्वारा साधना नाटक की प्रस्तुति तरावडी के गुरू तेगबहादुर कन्या महाविद्यालय के प्रांगण में की। इस अवसर पर सैकडों छात्र, शिक्षक एवं नागरिक उपस्थित हुए। इस अवसर पर छात्रों से रूबरू होते हुए तरावडी के एसएमओ डाक्टर कृष्ण कांत ने कहा कि कन्याभू्रण हत्या हमारे समय का ऐसा अपराध है जो तराईन में मैदान और किले की सरजमी को कलंकित कर रहा है।  नाटक प्रस्तुति ने हमे यह एहसास कराया है कि इतिहास हमेशा मनुष्य के अच्छे व्यवहारों से निर्मित होता है अब समय आ गया है जब तरावडी के लोग नये इतिहास का निर्माण करेगे। 
इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए कालेज की प्राचार्य डाक्टर सरबजीत कौर ने कहा कि हमारे परिसर में केवल लड़कियां पढ़ती है और नाटक में देखा है कि हर लडकी की जिंदगी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि आज के नाटक जन्मोत्सव ने हमे प्रेरित किया है कि हमे लड़कियों को बोझ के रूप में नही लेना चाहिए, खासकर ऐसे समय में जब हरियाणा की बेटियों ने विश्व मंच पर कामनवेल्थ खेलों में स्वर्ण पदकों की झड़ी लगा दी हो। कार्यक्रम में बोलते हुए सामाजिक कार्यकर्ता श्री राम सिंह ने कहा कि इन नाटको की प्रस्तुति से परिसर में नया संवाद शुरू हुआ है। इस मौके पर अनिल गुप्ता ने कहा कि नाटक गांव चौपाल पर प्रस्तुत हो रहे है यह हर्ष का विषय है। कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए संस्कृतिकर्मी राजीव रंजन ने कहा कि नाटकों के गांव और कस्बों में प्रस्तुति से सृजन का नया आयाम खुला है। 
वहीं दूसरी तरफ  राजकीय पोलोटेक्निक कालेज नीलोखेडी में नाटक  मंंडली ने कन्याभ्रूण हत्या पर अपनी सुंदर  प्रस्तुति की। इस अवसर पर सैकडों की संख्या में छात्र, शिक्षक व नागरिकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कार्यवाहक प्राचार्य मेहला ने कहा कि नाटक नई पीढ़ी में उर्जा का संचार करता है। ये नाटक कन्याभू्रण हत्या के विरूद्ध युवाओं  से सांस्कृतिक भागीदारी की अपील करता है। 
आयोजन में  मुख्य रूप से शिरकत करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर शिवकुमार ने बताया कि नाटक के माध्यम से जनता में जन जागरूकता का जो अभिनव प्रयोग करनाल में किया जा रहा है इसके सकारात्मक परिणाम अवश्यंभावी है। उन्होंने कहा कि रंग यात्रा का यह अभियान 2 अक्तूबर तक जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इन नाटकों की प्रस्तुति कल सांय 3 बजे से घरौंडा में होगी।

प्रशासन ने नही की बाढ़ से हुए नुकसान की गिरदावरी


यमुनानगर,कुलदीप सैनी
 यमुनानगर में आई बाढ़ से हुए नुक्सान की जहां अब तक गिरदावरी तक नहीं की गई है वहीं भूमि कटाव बारे किसानों के साथ हो रहे भेदभाव को लेकर उनमें भारी रोष पाया जा रहा है । यमुनानगर जिला के अनेक गांवो में लहलहा रही फसलों पर रेत की परत बिछी हुई है और सैकड़ों एकड़ भूमि यमुना नदी के आगोश में समा गई । कुदरत के दिए जख्म नासूर बन गए, लेकिन नुक्सान की भरपाई पर सरकार ने भी चुप्पी साध ली । बाढ़ का दंश झेल चुके किसानो के आंसू पोछने की शासन व प्रशासन ने अभी शुरूआत तक नहीं की है । न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की गिरदावरी की जा रही है और न ही मुआवजे की कोई बात अमल में लाई जा रही है । दर्जनों गांवों की हजारों एकड़ फसल जुलाई व अगस्त माह में यमुना में आई बाढ़ की भेंट चढ़ गई । सरकार ने अभी तक बाढ़ से प्रभावित फसलों का सर्वे तक नहीं करवाया है । इससे किसानों में रोष पनप रहा है । इस बार जिले में दो बार बाढ़ आई, जिसमें हजारों एकड़ फसल जलमग्र हो गई । जिले में 29 जुलाई को बाढ़ आने से किसानों की फसलें तबाह हुई । अभी किसान इस कहर से उबर भी नहीं पाए थे कि 16 अगस्त को फिर बाढ़ आ गई । इस दैरान यमुना नदी में इस वर्ष का सबसे अधिक छह लाख 41 हजार क्यूसिक पानी दर्ज किया गया । नदी के साथ लगते करीब तीन दर्जन से भी अधिक गांवो के किसानों की डेढ़ हजार से अधिक एकड़ में खड़ी धान, गन्ना, चारा व सब्जी आदि की फसलें बर्बाद हो गई । जिले में करीब 400 एकड़ भूमि यमुना नदी में समा गई । प्रभावित किसानों ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि सरकार की ओर से उन्हें फसलों के नुक्सान का कुछ मुआवजा मिलेगा जिससे उनके परिवार का गुजारा चल सकेगा, लेकिन सरकार ने मुआवजा दिए जाने के नाम पर चुप्पी साध रखी है । किसानों की बार-बार मांग के बाद भी अभी तक बाढ़ प्रभावित फसलों का सर्वे तक नहीं कराया जा सका है । बाढ़ से गतवर्ष भी भारी तबाही हुई थी । बाढ़ ने पिछले सभी रिकार्ड तोड़ दिए थे । जिन किसानों की जमीनें बाढ़ में समा गई थी उनकों सरकार की ओर से 12 हजार रूपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया गया । मुआवजा भी उन किसानों को दिया जा रहा है, जिनके पास पांच एकड़ से अधिक जमीन है । सरपंच गजे सिंह ने कहा कि मुआवजा सभी को दिया जाना चाहिए । मुआवजा प्रक्रिया में पांच एकड़ का पेंच नहीं होना चाहिए । नुक्सान सभी किसानों का हुआ था । 
वहीं जिला राजस्व अधिकारी, आर0के0शर्मा का कहना है कि गिरदावरी शुरू करवा दी गई है और फाईनल रिपोर्ट आने के बाद सरकार को भिजवा दी जाएगी । सरकार द्वारा जो निर्णय लिया जाएगा उसका लाभ प्रभावित किसानों को दिला दिया जाएगा । 


शादी का झांसा देकर किया नाबालिगा का अपहरण
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
नाबालिग युवती को शादी का झांसा  देकर अगवा करने के आरोप में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मामले में अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीे किया गया है। सावनपुरी निवासी गोदी देवी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी नाबालिग लडक़ी घर पर अकेली थी और जब वह घर पहुंची तो देखा कि घर में उसकी लडक़ी नहीं थी । आस पड़ौस में ढूंढने पर भी उसका कोई अतापता नहीं लगा जिसका अन्य रिश्तेदारों से भी पता लगवाया गया लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला । तब किसी व्यक्ति ने उसे बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला हरीराम अपने परिजनों के साथ मिलकर उसकी बेटी को शादी का झांसा देकर घर से भगा ले गया है। यह सुनकर उसने इसकी सूचना तुरंत स्थानीय थाने में दी। पुलिस ने अगवा युवती की मां की शिकायत पर आरोपी हरिराम, मनीराम और उसकी मां ज्ञानवंती देवी के खिलाफ धारा 363,366,120आईपीसी के तहत मामला  दर्ज करते हुए कार्रवाई श़ुरू कर दी है। 


चार पशु तस्कर गिरफतार,25 मवेशी मुक्त कराये
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
  ट्रक में डुप्लीकेट नम्बर लगाकर पशु तस्करी करने के आरोप में पुलिस ने चार तस्करों को गिरफतार कर पशुओं को उनके चंगुल से आजाद करवाने में सफलता हासिल की है ।  पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ पशुतस्कर 25 मवेशियों को ट्रक में भरकर वध के उद्देश्य से यमुनानगर शहर के रास्ते यूपी की ओर ले जा रहे है। सूचना मिलते ही पुलिस ने जिले के मुख्य स्थानों पर नाकाबंदी कर वाहनों की जांच शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस जब गुप्ता पैलेस के नजदीक वाहनों की जांच कर रही थी तो आरोपी पशुतस्कर मवेशियों से भरे एक ट्रक वहां लेकर पहुंच गए। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा तो तस्करों ने अपने वाहन को दौड़ा लिया। शक के आधार पर पुलिस ने वाहन का पीछा किया और चार तस्करों को ट्रक समेत गिरफ्तार कर लिया। जब ट्रक के कागजात की जांच की तो पता चला कि वाहन की नम्बर प्लेट भी बदली हुई है।  पुलिस ने आरोपी तस्कर गांव केलाशपुर निवासी इशरार, आश मोहम्मद, बब्बू और निजाम गिरफ्तार करते हुए आज अदालत में पेश कर दिया। 
                           
ट्रक ने इंडिका में टक्कर मारी,चालक गंभीर रूप से घायल
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
गांव जोडिय़ा के नजदीक से तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक ने एक इण्डिका कार में टक्कर मार दी, जिसमें कार चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलावस्था में उसे पास के सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 
गांव बुबका रादौर निवासी ताराचंद ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि देर दोपहर वह किसी काम से गांव अपने कार में सवार होकर कही गया हुआ था। इस दौरान जब वह गांव जोडिय़ा पावर हाऊस के नजदीक से गुजर रहा था तो सामने से तेज गति से आते एक ट्रक चालक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं ट्रक की चपेट में आने से कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। मामलो की सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना करते हुए घायल व्यक्ति के बयान पर अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी। 


संदिगध परिस्थितियों में दो स्कूली बच्चे लापता
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
दो स्कूली छात्रों के स्कूल से वापस घर न लौटने पर परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस का दी। पुलिस ने दोनों बच्चों के परिजनों के ब्यान दर्ज कर लापता हुए बच्चों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में अवदेश ने बताया कि उसका 10 वर्षीय भतीजा अमरेश स्कूल से घर वापस नहीं लौटा। इसी प्रकार आकाश के  भाई बोबी ने भी पुलिस को अपने भाई के स्कूल से वापस न लौटने की शिकायत दी। उन्होंने बताया कि दोनों ही जनता माडल स्कूल में पढ़ते है और अच्छे दोस्त है। स्कूल से तीन बजे स्कूल की छुट्टी होने पर जब काफी देर तक वह घर न लौटे तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। जब देर शाम तक उनका कुछ पता न लग पाया तो दोनों गायब हुए बच्चों के परिजनों द्वारा इसकी शिकायत पुलिस को दी गई।  मामले की पुष्टि करते हुए जांच अधिकारी भूपिंद्र सिंह एएसआई ने बताया कि दोनों बच्चों के परिजनों के ब्यान पर युवकों की तलाश शुरू कर दी गई है।


अज्ञात युवकों ने किया दो युवकों पर चाकू से हमला
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
हुडा सेक्टर 17 में दो युवकों पर कुछ अज्ञात युवकों द्वारा चाकू मारकर घायल कर दिया गया। पुलिस ने घायलों के ब्यान पर युवकों की तलाश प्रारंभ कर दी है। गुरूनानक पुरा के मोहित पाहवा ने बताया कि वह और उसका साथी विष्णु नगर निवासी गुरमींद्र सिंह देर शाम हुडा सेक्टर-17 विवेकानंद स्कूल के सामने से गुजर रहे थे कि तीन युवकों ने उन पर आते ही हमला कर दिया। देखते ही देखते कुछ ओर युवक वहां आ गए और उन्हें मारने लगे। इस बीच अज्ञात युवकों ने चाकू मारकर दोनों को घायल कर दिया और मौके से फरार हो गए। वहीं दोनों घायलों को अग्रवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों घायलों के ब्यान पर अज्ञात युवकों की तलाश शुरू कर दी है।


अज्ञात युवकों ने किया दो को मारने का प्रयास
यमुनानगर,कुलदीप सैनी
रेलवे स्टेशन से अपने घर आते हुए बाइक सवार युवकों पर दो व्यक्तियों ने गोली चलाकर मारने का प्रयास किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीडि़त के ब्यान पर कार्रवाई शुरू की। वहीं देर रात हुई इस घटना से क्षेत्र में भय का माहौल है। मिली जानकारी के अनुसार शिवपुरी के मुरसीली व फर्कपुर के मनी एक साथ रामलीला देखने के बाद रेलवे स्टेशन मार्ग से वापस घर लौट रहे थे कि रास्ते में दो अनजान लोगों ने उन पर देखते ही दो गोलियां दाग मौके से फरार हो गए। इस गोलीबारी में बाइक सवार दोनों युवक बाल-बाल बच गए वहीं इस बीच कुछ छररे मोबाइल पर जा लगे। सूचना मिलते ही फर्कपुर पुलिस मौके पर पहुंची और पीडि़त के ब्यान पर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। देर रात हुई इस घटना से आपसी रंजीश होने के कायास लगाए जा रहे है क्योंकि मुरसीली पहले कई केसो में नामजद है शायद इसी कारण उस पर हमला किया गया। इस संबंध में जब फर्कपुर थाना प्रभारी राजीव मिगलानी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त युवकों के ब्यान लिए गए है। हमलावरों की तलाश अभी जारी है।
पेंशन बनी बैंकों के लिए परेशानी का सबब
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
बैंकों के माध्यम से बुजुर्गों को मिलने वाली पैंशन परेशानी का सबब बनकर रही गई है । पैशंन बांटना जहां बैंक वालों के लिए गले की फांस बनता जा रहा है वहीं बुजुर्ग भी सम्मान की जगह धक्के खाकर पैंशन लेने के लिए मजबूर है। बताया जाता है कि सरकार ने बुढापा पैशन में हो रही घपले बाजी के मददेनजर पैंशन बैंकों के माध्यम से देनी आरंभ करने की योजना बनाई । योजना के तहत पैंशन धारियों के बैंक खाते खोले गए । अब इन बैंक खातों के माध्यम से बर्जुगों को सम्मान के रूप में दी जाने वाली पैंशन मिलनी आरंभ हुई है । बजुर्ग महज कुछ पैसों के लिए सुबह से ही घर से निकल पड़ते है और शाम तक भूखे-प्यासे पैंशन मिलने की इंतजार में उसी जगह पर बैठे रहते है और आए दिन बैंक की ओर से पैंशन बांट रहे एजेंटों से उन्हें अपशब्द सुनने को मजबूर होना पड़ता है । कईं स्थानों पर तो कम पैसे देने का मामला भी सामने आया है जिसमें बजुर्ग तो ठगे जा रहे है पर एजेंट उन पैसों से अपनी जेबे भरने पर लगे हुए है। एेसा ही एक मामला आईटीआई के पास स्थित लेबर कालोनी के सरकारी स्कूल में देखने को मिला है। जहां पर कैलाश रानी अपनी दो महीने की विधवा पैंशन लेने के लिए आई थी तो वहां पर पैंशन बांट रहे ज्ञानचंद ने उन्हें पैंशन की जगह पर हस्ताक्षर करवाकर 1100 रूपए हाथ में थमा दिए और हस्ताक्षर 1500 रूपए पर करवा दिए। इस पर जब उसने विरोध किया तो ज्ञानचंद ने कहा कि कल सुबह आना मै आपका कैश चैक करूंगा, यदि ज्यादा होगी तो दे दूगा।  वहीं हरबंसपुरा की रहने वाली उषा रानी ने बताया कि उनकी भी दो महीने की विधवा पैंशन 1500 रूपए मिलने थी पर एजेंट द्वारा उन्हें हजार रूपए दे रहा था पर उन्होंने लिए नहीं और उसके विरोध करने पर एजेंट ने उसका कार्ड वापस ही रख लिया। इस संबंध में आईसीआई बैंक के लोकोर्डिनेटर जयकुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि कई बार गलती से विधवा की जगह बुढ़ापा पेंशन पंच हो जाती है। एेसे में हम उसकी जांच करवा कर बाद में उसके खाते में पैसे ट्रांसफर कर देते है। कम पैसे देने का कोई मतलब नहीं होता।  


गैस गोदाम से 85 सिलेंडर चोरी के मामले में एक गिरफतार
यमुनानगर,कुलदीप सैनी
 गैस गोदाम से 85 सिलेंडर चोरी होने के आरोप में पुलिस ने गैस एजेंसी के ही एक कर्मचारी को गिरफतार किया है।  गिरफतार मोहन सिलेंडरों की होम डिलीवरी का काम किया करता था। पुलिस ने उसके पास से चोरी हुए कुछ सिलेंडर बरामद कर लिए हैं बाकि सिलेंडरों व उसके साथियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने अदालत से मोहन का रिमांड लिया है। गौरतलब है कि नौशहरा स्थित गैस एजेंसी के गोदाम से 21 सितंबर सुबह को जांच के दौरान 85 सिलेंडर गायब पाए गए थे। गैस एजेंसी संचालक सरदारी लाल ने इनके चोरी होने की शिकायत पुलिस को की थी। लेकिन गोदाम का कोई भी ताला न टूटा होने तथा गोदाम में किसी भी प्रकार की सेंध न होने से पुलिस शुरु से ही इसे चोरी न मानकर किसी कर्मचारी की हरकत मान रही थी। पुलिस ने इसी आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए गांव शामपुर वासी मोहन को काबू किया तो उसने सच्चाई उगल दी। जानकारी के अनुसार मोहन के पास गोदाम की एक चाबी थी। 21 सितंबर को उसने चौकीदार के जाने के बाद इसी चाबी का इस्तेमाल करके गोदाम से सिलेंडर गायब कर दिए। इस काम में उसने अपने साले अनिल व भाई रामकुमार की मदद से किराए पर लिए हुए टैंपों में सिलेंडरों को लदवाकर कहीं छिपा दिया था। पुलिस अब मोहन के रिमांड के दौरान बाकि आरोपियों व सिलेंडरों को बरामद करने में जुट गई है।


गार्ड को बंधक बनाकर एटीएम लूटा
यमुनानगर, कुलदीप सैनी
बीती रात चण्डीगढ़-रूडक़ी मार्ग पर स्थित गंगा पेट्रोल पंप के पास लगा एसबीआई बैंक के एटीएम में सुरक्षा गार्ड को बंधक बनाकर चोरों ने लूटने का प्रयास किया। वहां मौजूद सुरक्षा गार्ड ने बताया कि वह एटीएम पर अपनी ड्यूटी कर रहा था कि और रात के करीब डेढ़ बज रहे थे। इस दौरान चार लोग आए और उन्होंने उसे जबरन एटीएम के साथ वाले कमरे में बंद कर एटीएम को तो तोड़ दिया परंतु उसके सिक्योरिटी कोर्ड को तोडऩे का प्रयास करने लगे। काफी देर तक प्रयास करने के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिली तो इसे बीच में ही छोडक़र वापस चले गए। ब्रांच के अकाउंट ब्रांच मैनेजर पाला राम ने बताया कि उन्हें पुलिस द्वारा सूचित किया गया की उनके ब्रांच के एक एटीएम को चोरों द्वारा तोडऩे की कोशिश की गई। इस बात की जानकारी सुरक्षा गार्ड ने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गार्ड से पूछताछ करने के लिए उसे अपने साथ थाने में ले गई। वहीं मौके पर पहुंचे जांव अधिकारी जोगिंद्र सिंह ने बताया कि गार्ड से बातकर सिक्योरिटी वालों से मामले की छानबीन कर रहे है और सीसी कैमरे की फूटेज के लिए भी एजेंट को बुलाया है। 

Sunday, September 25, 2011

हाइब्रिड मक्का की पैदावार से किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं:रंगूटा


इन्द्री काम्बोज/अनेजा
भारत सरकार के उपक्रम राष्ट्रीय सीड कार्पोरेशन के उच्चाधिकारियों के एक दल ने इन्द्री का दौरा कर हाइब्रिड मक्का की खेती व बीज तैयार कर रहे कम्बोज फार्म का निरीक्षण किया और संकर किस्म के मक्का बीज एचक्यूपीएम-1और एचएम-4 बेबीकॉर्न के उत्पादन हेतु अपनाई गई तकनीकों व तरीकों की बारीकी से जानकारी हासिल की। अधिकारियों के इस दल में राष्ट्रीय सीड्स कारपारेशन के महाप्र्रबंधक डॉ.उन इमयरबन,मक्का अनुसंधान निदेशालय दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ.साईंदास,एनएससी के अध्यक्ष एवं प्र्रबंध निदेशक डॉ.एस के रंगूटा,भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के सहायक महानिदेशक डॉ.जे एस संधू सहित कई उच्चाधिकारी शामिल थे। इस अवसर पर बीजों की गुणवत्ता की जाँच करते हुए उन्हीने कहा कि यह उत्तम क्वालिटी कि बीज है। इस संकर किस्म के इन बीज को प्रयोग कर हाइब्रिड मक्का की फसल पैदा करके किसान ज्यादा मुनाफा कमा सकते है क्योंकि मक्का की पैदावार में दूसरी फसलो की उपेक्षा खर्चा कम आता है और पैदावार ज्यादा होती है। 
उन्होंने कहा कि किसान सिर्फ बीज पर खर्च करके 6 से 7 हजार रूपये का लाभ कमा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरे का हमारा उदेश्य यह देखना है कि मक्का की पैदावार कैसी है? इसकी गुणवता कैसी है? इसकी आनुवंशिकता कैसी है ताकि इस संकर किस्म के बीज का व्यावसायिक उत्पादन शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मक्का की फसल पिछले काफी समय से होती आ रही है। लेकिन किसानो को पूरी पैदावार नहीं मिल पा रही थी। इसका मुख्य कारण बाजार में अच्छी किस्म के बीजों का ना होना था। लेकिन आज बाजार में एचक्यूपी एम् 1 और एच एम् 4 बेबिकोर्न हाइब्रिड बीज उपलब्ध है। जिनको खेतो में डाल कर किसान ज्यादा पैदावार कर सकते है ओर ज्यादा पैसा भी कमा सकते है। मक्का के गुणों  के बारे में बताते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के सहायक महानिदेशक डॉ.जे एस संधू ने कहा कि जो लोग मॉस अण्डा नहीं खाते है उनके लिए मक्का एक वरदान है। मक्का खाने से प्रोटीन एवं कई प्रकार के मिनरल्स मिलते है। बच्चो  एवं गर्भवती  महिलाओ के लिए मक्का काफी फायदेमंद साबित होता है। इसकी फसल किसान सारा साल कर सकते है। लेकिन इसके लिए फरवरी से नवम्बर  का समय उचित रहता है। उन्होंने किसानो को सरकार द्वारा प्रमाणित किस्मों  के बीज प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया की इस समय पूरे भारत वर्ष में मक्का का उत्पादन  हो रहा है। सरकार निजी बीज कम्पनियो के साथ मिल कर अच्छी किस्म के हाईब्रिड बीज किसानों को उपलब्ध करा रही है। सार्वजनिक कम्पनियों के साथ मिलकर इसका व्यवसयिक उत्पादन करने के लिए ही हमने इन्द्री में मक्का की पैदावार का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा की हमारे किसानों को हाइब्रिड मक्का की पैदावार की जानकारी होनी चाहिए। तथा उन्हें पता होना चाहिए की उन्हें किस बीज से ज्यादा मुनाफा हो सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा समय समय पर किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किये जाते हैं ताकि किसान मक्का कि पैदावार से संबंधित आवश्यक जानकारियां हासिल करके व्यवसायिक उत्पादन में योगदान दे सके। 

किसान धान की फसल में अंधाधुन्ध कीड़े मार दवाइयों का प्रयोग करते है:वाई पी मदान


करनाल सुरेश अनेजा
हरियाणा प्रदेश मे किसान धान की फसल में अंधाधुन्ध कीड़े मार दवाइयों का प्रयोग करते है जिससे धान की गुणवत्ता में कमी आ रही है। डा.वाई.पी. मदान, प्रधान वैज्ञानिक कीट विज्ञान कृषि विभाग करनाल की और से गांव मूनक मे धान की फसल पर आत्मा स्कीम के अन्तर्गत किसान प्रशिक्षण शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने किसानों को धान की फसल मे नुकसान पहुंचाने वाले कीड़े व बीमारियों की जानकारी देते हुये बताया कि वे इस अवसर पर उन्होंने किसानों को बताया कि कीड़े व बिमारियों का प्रकोप होने पर ही विशेषज्ञों की राय से कीडऩाशक दवाइयों का प्रयोग करना चाहिये। इस अवसर पर डा. वी.पी. सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक ने किसानों को धान का उच्चकोटि का बीज तैयार करने की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि किसानों को साल में एक बार दलहन की फसल आवश्य लेने चाहिये। उन्होंने किसानों को बताया कि उनको धान की पराली जलाने की बजाये मिट्टी मे मिलानी चाहिये जिससे भूमि की ही उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। इस अवसर पर डा.वजीर सिंह, उपमण्डल कृषि अधिकारी करनाल ने किसानों को शिविर आयोजित करने के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये बताया कि किसानों को धान की फ सल की आधुनिक जानकारी से शिक्षित किया जाएगा ताकि ये किसान मार्ग दर्शक किसान की भूमिका अदा कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि उपस्थित किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा कृषि की बारे मे आधुनिक जानकारी को अपने आस पास के सभी किसानों तक  पहुंचाने का अनुरोध किया ताकि कृषि विभाग की किसानों के लिये उपयोगी योजनायें किसानों तक आसानी से पहुंच सकें।
इस अवसर पर डा.राजेन्द्र सिंह कृषि विकास अधिकारी गुढा ने बताया कि मूनक गांव के किसानों ने धान की फसल मे मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार ही रासायानिक खादो का प्रयोग किया है जिसकी वजह से धान की फसलो में वर्ष 2010-2011 की बजाए इस साल कीड़े और बीमारियों का प्रकोप कम हुआ। इस अवसर पर डा.शशी पाल शर्मा, विषय विशेषज्ञ करनाल, डा.हरि ओम पशु चिकित्सक मूनक व डा. मनजीत सिंह पूर्व सरंपच मुनक आदि उपस्थित थे।


महिला ही है महिला की दुश्मन:सविता रानी
इन्द्री विजय काम्बोज
    आज समाज में जिस तरह से कन्या भ्रूण हत्या की घटनायें लगातार बढ़ती जा रही हैं,का कारण महिलायें ही हैं। महिला ही महिला की दुश्मन बनी हुई है कन्या भ्रूण हत्या समाज पर एक कलंक है और यदि महिलाएं पहल करे तो इस सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाया जा सकता है यह कहना है ग्रामीण महिला एंव शिशु विकास समिति की सचिव सविता रानी का। वे कन्या भ्रूण हत्या के प्रति चलाये जा रहे जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को सम्बोधित करते हुए बोल रही थी। उन्होंने महिलाओं को जागरूक करते हुए उन्होने कहा कि महिलाओं को अपने भविष्य के लिए जागरूक होना पड़ेगा तथा इस प्रकार की सामाजिक बुराईयो के खिलाफ एक जुट होकर लडऩा पड़ेगा। महिलाओं का नैतिक कर्तव्य बनता है कि वे इस बुराई को समाज से समाप्त करने में पहल करें। उन्होंने बताया कि प्रसव पूर्व लिंग की जांच करने वाले चिकित्सकों और कन्या भ्रूण हत्या करवाने वाले परिवार को इस कानून के तहत कड़ी सजा व जुर्माना हो सकता है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे लिंग जांच करने वाले चिकित्सकों व कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को पकड़वाने में पूरा सहयोग दे ताकि इस बुराई पर अंकुश लगाया जा सके। क्योंकि कन्या भ्रूण हत्या के कारण पुरूष-महिला लिंगानुपात में गिरावट आई है जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यदि कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कारगर प्रयास न किए गए तो लड़कियों की संख्या इतनी कम हो जाएगी की लडक़ों की शादी हेतु लड़कियां भी नहीं मिलेगी।
    इस अवसर पर समिति की अघ्यक्षा ने कहा कि लड़कियों के गिरते अनुपात के कारण ही समाज में अपराधों विशेषकर महिलाओं व लड़कियों के विरूद्घ अपराधों में बढ़ोतरी होती जा रही है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि महिलाएं चारदिवारी से बाहर निकल कर इन सामाजिक बुराईयों के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करे । उन्होंने समाज के बुद्घिजीवी वर्ग, सामाजिक, धार्मिक व स्वयं सेवी संस्थाओं सहित सभी जिला वासियों से आग्रह किया है कि वे इस समस्या को गम्भीरता से लें और लोगों को प्रेरित करें कि वे लडक़े-लडक़ी में भेदभाव न करें। इस अवसर पर रमेश,पुष्पा , बिमला, राजकुमारी, डा0 गुरनाम सिंह, डा0 विरेन्द्र सिंह आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।