Thursday, September 22, 2011

जिले में 25 से 27 सितंबर तक चलाया जायेगा पोलियो प्रतिरक्षण अभियान:कासनी


करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने कहा कि जिले के सामाजिक संगठनों व पंचायती राज से जुड़े प्रतिनिधियों तथा अन्य लोगों को पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिये आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्ति का काम नहीं, बल्कि देश के भविष्य रूपी छोटे-छोटे बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा करना है। हमें चाहिए कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 25 सितम्बर से 27 सितम्बर तक चलाए जा रहे  0 से 5 साल के बच्चों को पोलियो की दो बूंदे पिलाने के अभियान को सफल बनायें। उन्होंने इस अभियान के लिये अधिग्रहण की गई गाडिय़ों को समय पर पहुंचने के कड़े निर्देश दिये। 
श्रीमती कासनी लघु सचिवालय के सभागार में पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के प्रबन्धों की समीक्षा के लिए आयोजित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इस अभियान में अपनी डयूटी कत्र्तव्यनिष्ठा एवं ईमानदारी से निभाएं क्योंकि यह एक सामाजिक कार्य है। ढील बरतने वाले अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी। आगामी 25 सितम्बर को चलाए जाने वाले राष्ट्रीय पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के अन्तर्गत जिले के 0 से 5 वर्ष तक की आयु के 2 लाख 30 हजार 944 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 
उन्होंने सरपंचों, पंचों, स्वयंसेवी संस्थाओं और समाज के सभी जागरूक नागरिकों का आह्वान किया है कि वे 25 सितम्बर को पोलियो प्रतिरक्षण अभियान में हर बच्चे को पोलियो बूथ पर लाकर दवाई पिलाना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों को जिला में पोलियो प्रतिरक्षण की दृष्टि से सावधान रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आंगनवाडी कार्यकर्ता इस अभियान में महती भूमिका निभा रही हंैं। इसके अतिरिक्त नम्बरदार,चौकीदार,जिला परिषद के सदस्य,ब्लाक समिति के सदस्य की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने अपने गांव में 0 से 5 साल तक के सभी बच्चों को पोलियो बूथ पर लेकर जायें और सभी बच्चों को पोलियो रोधक खुराक पिलवायें ताकि कोई भी बच्चा पोलियो की दवा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि जिले में पोलियो का कोई भी मामला नहीं है फिर भी हमें इस अभियान को गम्भीरता से लेना है क्योंकि लापरवाही बरतने पर परिणाम गम्भीर हो सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फैक्टरियों, ईंट-भ_ों, चावल मिलों में काम कर रहे श्रमिकों के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाना भी  सुनिश्चित करें। बैठक में सिविल सर्जन शिव कुमार ने बताया कि जिला में पोलियो प्रतिरक्षण अभियान आगामी 25 सितम्बर से 27 सितम्बर  तक  चलाया जाएगा। उन्होंने पहले ही दिन 25 सितम्बर को जिले के 99 प्रतिशत बच्चों को दवाई पिलाने का लक्ष्य रखा है, इस अभियान की सफलता के लिए स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों के लगभग 3150 अधिकारी व कर्मचारी कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि कुल 844 टीमों का गठन किया गया है जिनमें से 743 टीमें बूथों पर तैनात होंगी। रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों आदि भीड़ वाले स्थानों पर 47 ट्रांजिट टीमें बच्चों को पालियों की दवा पिलाएंगी। इसके अलावा 54 मोबाईल टीमों का गठन किया गया है जो आबादी से दूर स्थापित फैक्टरियों, चावल मिलों आदि में जाकर बच्चों को दवाई पिलाएंगी। जिला में 99 ईंट भटठे और 371 फैक्ट्रियां है इसके अलावा सैक्टर-12 में लगने वाली मार्किट के लिए एक विशेष बूथ भी बनाया जाएगा। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त एम. के पांडुरंग, नगराधीश महेश्वर दत्त शर्मा, करनाल के उपमंडलाधीश मुकुल कुमार, जिला महिला बाल कल्याण कार्यक्रम अधिकारी रजनी पसरीचा, वर्क मैनेजर एस.के.मलिक, डा0 वी.के.अग्रवाल,  डा0 योगेश शर्मा, डा0 बाबूराम, डा0 संजीव ग्रोवर, डा0 अनिता अग्रवाल सहित रोटरी क्लब के कार्यकर्ता सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। 

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