Monday, September 26, 2011

करनाल में वल्र्ड हार्ट डे के उपलक्ष्य में मेराथन दौड़ का हुआ आयोजन


हरियाणा व पंजाब में हार्ट पेसेंट की संख्या में हुई वृद्धि,केरल के बाद हरियाणा दूसरे नम्बर पर
करनाल काम्बोज/अनेजा
आज के आधुनिक युग में जिस तरह से इंसान की जिंदगी दौड़ती चली जा रही है,के चलते इसंान के पास इतना वक्त नहीं है कि वह अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रख सके। यही कारण है कि आज हर तीसरा व्यक्ति दिल की बीमारी से ग्रसित हंै। आज तो युवाओं के दिल की बीमारियों से ग्रसित होने के मामले ज्यादा दिखने लगे हैं जिसने जीवन दर में कमी लाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ा दी है। हांलाकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय समय पर चिकित्सा कैंप लगाकर या प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर लोगों को बीमारियों से बचाव संबंधी आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराई जाती हैं। लेकिन व्यस्तता के चलते इंसान आज सुबह की सैर और व्यायाम जैसी आदतों से दूर हो रहा है। परिणामस्वरूप आये दिन कोई न कोई दिल की बीमारी के चलते अपने जीवन से हाथ धो बैठता है। 
हर वर्ष 27 सितंबर को वल्र्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इसी के चलते करनाल में आज सुबह वल्र्ड हार्ट डे के उपलक्ष्य में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और जिला प्रशासन द्वारा मिलकर राष्ट्रीय डेरी अनुसन्धान संस्थान में मेराथन दौड़ का आयोजन किया गया जिसमे जिले के सभी डॉक्टरों और आम लोगों ने भी बढ़चढक़र हिस्सा लिया। करनाल की उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने मेराथन को हरी झंडी देकर रवाना किया। प्रशासनिक अधिकारियों,डॉक्टरों व शहर के लोगों ने इस मेराथन में हिस्सा लेकर हार्ट को स्वास्थ्य रखने का सन्देश दिया। दिल बचाओ का सन्देश लिखी टी शर्टे पहनकर सभी आकर्षक लग रहे थे। मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचे फोर्टिस हस्पताल मोहाली के कार्डिक डिपार्टमेंट के निदेशक डा. राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि हरियाणा व पंजाब के युवाओं में हार्ट संबंधी दिक्कत अधिक आ रही है, जोकि एक अलार्म है। इसका मुख्य कारण युवाओं का फास्ट फूड खाने की ओर ज्यादा रूझान होना है। जोकि हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। फास्ट फूड में अधिक कैलोरी होती है जोकि दिल पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। इसके लिए सभी को जागरूक होना होगा, अन्यथा काफी देर हो चुकी होगी। इस समय हरियाणा की व्यस्क जनसंख्या का करीब दस प्रतिशत दिल की बीमारियों से ग्रस्त है। क्योंकि लोग सैर और व्यायाम जैसी आदतों से दूर हो चुके हैं। अब तो हरियाणा के लोग भी दिल की बीमारियों से अछूते नहीं रहे हैं। केरल के बाद हरियाणा व पंजाब में देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा अधिक दिल के मरीज हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का कर्तव्य है कि वह लोगों क ो समय समय पर दिल की बीमारियों से संबंधित आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराये। इसके लिए कैंप लगाये जा सकते हैं। प्रशिक्षण शिविरों व जागरू कता अभियानों का आयोजन किया जा सकता है। लोगों का भी कर्तव्य है कि वे अपने जीवन में व्यायामशैली को अपना कर स्वस्थ रहने का प्रयास करें।  

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