करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम पी. कासनी के निर्देशानुसार सम्पूर्ण ग्रामीण स्वच्छता के तहत अधिक से अधिक गांवों को साफ-स्वच्छ व निर्मल बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रशासन के उच्च अधिकारी युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है। इस वर्ष जिले में 59 गांवों का प्रस्ताव निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए भारत सरकार के पास भेजा गया है।
यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त उपायुक्त एम.के.पांडुरंग ने बतांया कि अभी तक जिला के केवल 61 गांव ही निर्मल पुरस्कार प्राप्त कर पाये है जबकि पंचायतें 372 है। यदि शेष पंचायतें भी चाहे तो वे भी निर्मल पुरस्कार हासिल कर सकती है और इसे हासिल करने के लिए पंचायतों को अपनी सोच में परिवर्तन लाना होगा। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अब गांव-गांव में जन स्वास्थ्य विभाग नलकूपों में पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की सुविधा है लेकिन अधिकांश गांव में रोजाना हजारों लिटर पानी ग्रामीणों की लापरवाही व जागरूकता के अभाव में नालियों में व्यर्थ बह जाता है और वह ओवरफलो होकरबीमारी का कारण बनता है। पंचायतों को चाहिए कि इस समस्या को रोकने के लिए लोगो को जागरूक करें।
ं उन्होंने जिले के इस वर्ष के 59 गांवों के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए करनाल खंड के 9 गांव इनमें भूसली, दरड़, घीड़, मैनमती, मीरगान, रतनगढ़,संघोहा, सुभरी व ऊंचा समाना व असंध खंड के 18 गांव इनमें इच्छनपुर, बंदराला, डेरा गुजरातिया, डेरा फूलासिंह, झिमरहेडी, कबूलपुर खेड़ा, खेडीसर्फली, मंचूरी, न्यु झिंड़ा, रत्तक, रिसालवा, शेखुपुरा, ठरवामाजरा, उपलानी व लैलायन, घरौंडा खंड के 5 गांव इनमें हसनपुर, जमालपुर, कैरवाली, पनौडी व रसीन शामिल है।
उन्होंने बताया कि इन्द्री खंड के 8 गांव इनमें बटेडी, फाजिलपुर, कलरी खालसा, खेड़ा, मनक माजरा, मटक माजरी, फू सगढ़ व तुसंग, नीलोखेडी खंड के 12 गांव इनमें एबला खालसा, अमरगढ़, बाकिपुर, भैणी खुर्द, भैणी कलां, ब्राहमाण माजरा, बीड़ नरायणा, गांगर, नीलोखेड़ी, पतनपुरी, शेखनपुर व सिदपुर व निसिंग खंड के 7 गांव इनमें बजीदा रोड़ान, बिर्चपुर, चिड़ाव, हेमदा, हथलाना, कुचपुरा व शाहपुर के नाम भेजे गये है।
अतिरिक्त उपायुक्त ने सम्बन्धित सभी गांव के सरपंचों से अपील की है कि इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए अपने गांव को साफ-स्वच्छ व सुन्दर बनाये।
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