करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने बताया कि हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार लोगों को दी जाने वाली 15 मूलभूत सुविधाओं का जिले में सम्बन्धित विभाग दृढ़ता से पालन कर रहे है। इन सुविधाओं के तहत पिछले मास तक जिले में 38 हजार 325 आवेदन प्राप्त हुए इनमें से 36 हजार 300 आवेदनों पर निर्धारित अवधि में कार्यवाही की गई बाकि आवेदनों में तकनीकी कारणों से कार्यवाही नहीं हो सकी।
उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान हरियाणा सरकार द्वारा समाज के हर व्यक्ति को बेहतर नागरिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 15 मूलभूत सुविधाओं को शामिल किया गया है। आम आदमी को इन सुविधाओं को उपलब्ध करवाने के लिए समय निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त तक खादय आपूर्ति विभाग के कार्यालय में नये राशन कार्ड बनवाने के लिए 73 आवेदन आये। जिन्हें निर्धारित समय अवधि 15 दिन में बनाकर आवेदक को दिया गया। राशन कार्ड के सरेण्डर सर्टिफिकेट के लिए 114 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 दिन पूरा कर दिया गया। इसी प्रकार उन्होंने बताया कि जिले के सभी कार्यालयों में डुप्लीकेट राशन कार्ड बनवाने के लिए 185 आवेदन आये व परिवार के सदस्य का नाम डलवाने या कटवाने के लिए 56 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित अवधि 7 दिनों में बनाया गया। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड में पता बदलवाने के लिए 48 आवेदन व 217 आवेदन सरेण्डर सर्टिफिकेट आये जिन्हें क्रमश: निर्धारित समय अवधि 3 दिन उसी दिन पूरा करके आवेदक को सौंप दिया गया।
उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार एस.सी./एस.टी.,ओ.बी.सी., निवास या आवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जिले की सभी तहसीलों में 3827 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 दिन में बनाकर आवेदक को दे दिया गया। इसी प्रकार जिले के उपमंडल स्तर पर 4912 लर्नर ड्राईविंग लाईसैंस, 2999 स्थाई ड्राईविंग लाईसेंस के लिए व वाहन पंजीकरण के लिए 5 हजार 38 आवेदन आये जिन्हें निर्धारित समय अवधि 7 कार्य दिवस मेंबनाकर आवेदक को दे दिया गया। इसी प्रकार जिले के सभी बिजली कार्यालयों में बिजली कनैैक्शन लेने के लिए 3395 आवेदन आये जिनमें से 1759 व थ्री फेस के लिए 445 आवेदन आये जिनमें से 430 आवेदकों को निर्धारित समय अवधि 30 कार्य दिवस में कनैैक्शन दे दिये गये।
उन्होंने बताया कि भूमि रजिस्ट्री के लिए जिले की सभी तहसीलों में 14 हजार 418 आवेदन आये जिनकी उसी दिन रजिस्ट्री की गई। जिले की सभी तहसीलों में भूमि इन्तकाल के लिए 1708 आवेदन आये जिनमें से 1653 व भूमि रिकार्ड की कापी के लिए 5 हजार 946 आवेदन आये जिनका निर्धारित समय अवधि 5 दिन में निपटान कर दिया गया। सिवरेज कनैक्शन के लिए जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में 28 आवेदन आये इनमें से 18 को निर्धारित समय अवधि 12 दिनों में कनैैक्शन दिए गये और शेष 10 आवेदन अवैध कालोनियों में होने के कारण उन पर विचार नही किया गया।
जिले के स्वास्थ्य विभाग में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 5 हजार 70 आवेदन आये जिनमें से 3266 शहरी व 1804 ग्रामीण क्षेत्र के थे। इन प्रमाण पत्रों को निर्धारित समय अवधि 3 दिनों में बनाकर आवेदकों को सौप दिया गया। इसी प्रकार जिले की सभी नगर पालिकाओं में मकान बनाने के नक् शे के लिए 55 आवेदन आये जिनमें से 28 आवेदनों पर कार्यवाही की गई बाकि पर तकनीकी कमी के कारण विचार नही किया गया। उन्होंने आवेदकों से अपील की कि जब भी आवेदक किसी भी कार्यालय में काम के लिए आवेदन देता है तो कार्यालय से उसकी रसीद जरूर ले।
फल, फूल, सब्जियों, बागवानी, तिलहन, दलहन व औषधीय पौधों की खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करें किसान:कासनी
करनाल काम्बोज/अनेजा
उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने जिले के किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए फल, फूल, सब्जियों, बागवानी, तिलहन, दलहन व औषधीय पौधों की खेती करें।
उन्होंने बताया कि इन फसलों की बुआई करने से फसल की अच्छी पैदावार तो होती है, इस से किसानों को फसल के ऊंचे दाम भी मिलते है। उन्होंने बताया कि फसलों को बदल-बदल कर बोने से खेत की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ती है। उन्होंने किसानों से जैविक खेती को अपनाने का भी आह्वान किया।
श्रीमती कासनी ने बताया कि फलों, फूलों, सब्जियों व औषधीय पौधों की खेती किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इससे किसान अधिक पैसा कमा सकते हैं व उनके परिवार में अधिक समृद्धि व खुशहाली आ सकती है। उन्होंने बताया कि किसान गुगल, मूसली, हरड़ व आंवला जैसे औषधीय पौधों की खेती भी कर सकतें हैं। क्योंकि इनसे देसी दवाईयां बनती है और देसी दवाओं की मांग दिन प्रति दिन बढती जा रही है।
उन्होंने किसानों से अपील कि वे अपने परिवार की खुशहाली व समृद्धि के साथ-साथ अपनी माली हालत को सुदृढ़ बनाने के लिए आधुनिक कृषि तकनीक का प्रयोग करें और इसके लिए जरूरी है कि वे अपने परिवार को शिक्षित बनाएं। उन्होंने बताया कि आधुनिक तरीके से खेती करने और नई-नई कृषि तकनीकों एवं उत्तम किस्म के बीजों, खाद व दवाईयों की जानकारी रखने के लिए किसानों का शिक्षित होना बहुत जरूरी है।
उपायुक्त ने किसानों को अपनी फसलों की अधिक पैदावार लेने के लिए आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों को कृषि संबंधी जानकारी मुहैया करवाने के लिए कृषि विभाग, कृषि ज्ञान केन्द्र व उद्यान विभाग में कृषि विशेषज्ञों को नियुक्त किया हुआ है जहां से किसान इनकी सेवाओं का भरपूर लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि उद्यान प्रशिक्षण संस्थान उचानी में औषधीय पौधों की उत्पादन तकनीक व मूल्यवर्धन विषय पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करके किसानों को औषधीय पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
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