Friday, September 2, 2011

नगर खेड़े पर हवन यज्ञ व भंडारा रविवार को



इन्द्री सुरेश अनेजा
उपमंडल के गांव बीड रैयतखाना में स्थित नगर खेड़े पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हवन यज्ञ व भंडारे का आयोजन बड़ी श्रद्धा व धूमधाम के साथ किया जायेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए पंडित दीपक कुमार ने बताया कि नगर खेड़ा गाँववासियों के लिए बड़ी श्रद्धा का स्थान है। नगर खेड़े की पूजा करने से गांव में शांति एवं प्यार का माहौल बना रहता है और कोई अनहोनी घटना नहीं होती। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गांव में नगर खेड़े का पूजन बड़ी श्रद्धा के साथ किया जायेगा। इस अवसर पर नगर खेड़े पर हवन यज्ञ किया जायेगा तथा बाद में भंडारे का आयोजन भी किया जायेगा। इस हवन यज्ञ के कार्यक्रम को बनाने के बारे में गांव में एक मीटिंग की गई जिसमें राजपाल नम्बरदार, शामलाल, रोशनलाल,$$ कृष्णलाल, रामप्रसाद, सोनू,कुलदीप,मिलन कुमार,शिव कुमार सहित कई गांववासी शामिल हुए।


गर्भवती महिला ने सरकारी अस्पताल की गैलरी में दिया बच्चे को जन्म
घरौंडा प्रवीन सोनी/तेजबीर 
               भारत में जहां एक  ओर भ्रष्टाचार फै ला हुआ है वहां  सरकारी महकमों के कर्मचारियों का लापरवाह रवैया पूरी व्यवस्था को चौपट कर रहा है । सरकारी कर्मचारियों का अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतना अस्पताल जैसी जगहों पर लोगो के लिए जानलेवा भी साबित हो रहा है। सरकारी डाक्टरों व अस्पताल कर्मचारियों की लापरवाही का कुछ ऐसा ही नजारा घरौंडा के सरकारी अस्पताल में देखने को मिला जहां डिलीवरी के लिए पहुंची गर्भवती महिला किरण की जान उस समय खतरे में पड़ गई जब अस्पताल में कार्यरत डाक्टर व स्टाफ नर्स ड्यूटी समय में मौके से नदारद मिले। स्टाफ नर्स व डाक्टर न होने की सूरत में गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से अस्पताल की गैलरी में तड़पती रही लेकिन उसे अस्पताल में दाखिल नहीं किया जा सका । गर्भवती महिला के परिजनों ने डाक्टरों व अस्पताल स्टाफ से सम्पर्क साधने की कोशिश की लेकिन किसी ने भी इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई ।                                                                                                                                 करीब आधा घंटा  बीत  जाने के बाद भी जब महिला को एडमिट नहीं किया गया तो असहनीय प्रसव पीड़ा के चलते महिला ने अस्पताल की गैलरी में ही बच्चे को जन्म दे दिया । हालांकि डाक्टर व नर्स न पहुचने की सूरत में अस्पताल में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारियों ने महिला की डिलीवरी करवाई । सरकारी अस्पताल में फैली इस अव्यवस्था से महिला के परिजनों में रोष व्यप्त है । महिला के पति जसबीर ने बताया की वह अपनी पत्नी की डिलीवरी करवाने के लिए अस्पताल आया था लेकिन अस्पताल में कोई स्टाफ नहीं मिला। काफ ी देर तक हमने डॉक्टरों की इंतजार की आखिरकार मेरी पत्नी प्रसव पीड़ा सहन न कर पाई और उसने गैलरी में ही े बच्चे को जन्म दे दिया । जब इस बारे में डाक्टर सुखप्रीत से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह इससे पहले एक डिलीवरी करवा कर अपने कमरे पर गए थे । उन्हें जैसे ही इस केस की सुचना मिली वह तुरंत आये लेकिन तब तक महिला ने गैलरी में ही बच्चे को जन्म दे दिया था। गौरतलब है कि सरकारी डॉक्टरों की अनदेखी के चलते कुछ दिन पूर्व ऐसा ही एक वाकया इन्द्री के गांव ब्याना में भी हुआ जहां समय रहते इलाज न मिल पाने के कारण एक गर्भवती महिला ने डिलीवरी हट के बाहर ही बच्चे को जन्म दे दिया था। हांलाकि हरियाणा सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए गांवों में डिलीवरी हट की व्यवस्था की गई है लेकिन अव्यवस्थाओं के चलते इनमें इलाज के नाम पर मरीजों को धक्के ही खाने पड़ते हैं।


डेयरी सेक्टर के विकास में एनडीआरआई का विशेष योगदान है:सुरजीत सिंह बरनाला
करनाल काम्बोज/अनेजा
देश में डेयरी सेक्टर के विकास और इसमें  भविष्य की संभावनाओं को उभारने के लिये करनाल के एन डी आर आई में दो दिवसीय राष्ट्री्रय सेमिनार का शुभारम्भ किया गया। इस सेमीनार का उद्घाटन तमिलनाडु के पूर्व राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला ने दीप जलाकर किया। इस अवसर पर देश भर से  डेयरी सेक्टर के 25 वैज्ञानिकों ने शिरकत की। इस सेमिनार में अपने अध्यक्षीय भाषण में उपस्थित वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए सुरजीत सिंह बरनाला ने कहा की भारत में डेयरी सेक्टर में तेजी से विकास हो रहा है। इस  विकास को बढ़ावा देने में एन डी आर आई का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। यहां से प्रशिक्षण लेकर किसानों ने डेयरी पालन शुरू कर अपने व्यवसाय में काफ ी उन्नति पाई है। इस अवसर पर उन्होंने एनडीआरआई के वैज्ञानिकों द्वारा खोजी गई  क्लोनिंग तकनीक की तारीफ करते हुए कहा की इससे डेयरी क्षेत्र को आगे ले जाने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने वैज्ञानिकों से आह्वान किया की वे अपनी उन्नत डेयरी तकनीक का लाभ आम किसानों तक पहुचायें जिससे देश में सभी को उचित मात्रा में दूध उपलब्ध हो सके । इस अवसर पर देश के अन्य भागों से आये हुए वैज्ञानिकों ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर एनडीआरआई संस्थान के निदेशक डॉ ए के श्रीवास्तव ने कहा की आज भारत दूध उत्पादन में पूरे विश्व में नंबर एक स्थान पर है परन्तु दूध उत्पादों की बढ़ती  मांग के चलते इसमें नए प्रयोग करने होंगे ताकि दूध का उत्पादन बढ़ाया जा सके ।  उन्होंने कहा की संस्थान द्वारा दूध में  पौष्टिक तत्वों का समावेश किया जा रहा है ताकि इसे सम्पूर्ण आहार बनाया जा सके ।  इसी दिशा में एन डी आर आई के वैज्ञानिक एक महत्वपूर्ण प्रयोग में लगे है जिसमे दूध में आयरन का समावेश कर इसे सम्पूर्ण आहार में तब्दील  करने की योजना है।  अगर यह प्रयोग सफल रहता है तो इससे दूध उत्पादों में एक नई क्रान्ति आ सकती है। यह सेमिनार दो दिन तक चलेगा जिसमें वैज्ञानिक अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर भी  चर्चा करेंगे।

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