असंध, दीपक पांचाल
उपमंडलाधीश आर के सिंह ने अपने कार्यालय में असंध उपमंडल के उच्च अधिकारी तथा सभी कानूनगो व पटवारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि सम्पूर्ण ग्रामीण स्वच्छता के तहत अधिक से अधिक गांवों को साफ-स्वच्छ व निर्मल बनाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस अभियान में सभी अपनी नैतिक जिम्मेवारी का निर्वाह करते हुए गांवो में सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवाएं। इस वर्ष असंध उपमंडल के 18 गांवों का प्रस्ताव निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए भारत सरकार के पास भेजा गया है।
बीडीपीओ प्रेम सिंह ने बताया कि एसडीएम आर के सिंह के दिशा निर्देशानुसार असंध खंड के सभी गांवो को निर्मल ग्राम बनाने के लिए प्रशासन के सभी अधिकारी,कर्मचारी युद्ध स्तर पर कार्य कर रहे है। उन्होंने ग्रामीणों से आहवान किया कि वो अपने आस पास के परिवेश को स्वच्छ रखे। अब गांव-गांव में जन स्वास्थ्य विभाग नलकूपों में पर्याप्त मात्रा में पीने के पानी की सुविधा है लेकिन अधिकांश गांव में रोजाना हजारों लिटर पानी ग्रामीणों की लापरवाही व जागरूकता के अभाव में नालियों में व्यर्थ बह जाता है और वह ओवरफलो होकरबीमारी का कारण बनता है। पंचायतों को चाहिए कि इस समस्या को रोकने के लिए लोगो को जागरूक करें।
ं उन्होंने असंध खंड के इस वर्ष के 18 गांवों के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निर्मल ग्राम पुरस्कार के लिए गांव इच्छनपुर, बंदराला, डेरा गुजरातिया, डेरा फूलासिंह, झिमरहेडी, कबूलपुर खेड़ा, खेडीसर्फली, मंचूरी, न्यु झिंड़ा, रत्तक, रिसालवा, शेखुपुरा, ठरवामाजरा, उपलानी व लैलायन,रूकसाना,कौल खेडा तथा गंगटेहड़ी शामिल है। उन्होंने सम्बन्धित सभी गांव के सरपंचों से अपील की है कि इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए अपने गांव को साफ-स्वच्छ व सुन्दर बनाये।
इस अवसर पर तहसीलदार जगदीश चन्द्र,नायब तहसीलदार हिम्मत सिंह, बलबीर सिंह,बीईओ बीना कठपालिया, ,कानूनगो रामेश्वर दास,सुबे सिंह,पटवारी रघुबीर सिंह,गुरप्रीत सालवन,सुरेन्द्र अलावला,विनोद,सतपाल, दिलावर सिंह,रमेश,रोहतास आदि उपस्थित थे।
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