Monday, June 27, 2011

योग मनुष्य के तन मन को निरोग बनाता है:दिनेश कुमार


करनाल सुरेश अनेजा
भारत विकास परिषद की करनाल शाखा द्वारा जिला जेल में चल रहे  योग शिविर के छठे दिन  सृजन परिवार  दिल्ली के संस्थापक दिनेश कुमार ने बंदियों को योग के गूर का अभ्यास करवाया और कहा कि योग एक ऐसा माध्यम है जो मनुष्य के  तन-मन को निरोग बनाता है।


उन्होंने शिविर में उपस्थित बंदियों को  कहा कि मनुष्य के जीवन में हर दिन कुछ ना कुछ सिखने के लिए होता है परन्तु कुछ चीजे ऐसी होती है जो जिन्दगी मे सीखनी जरूरी हैं जिनमें से  योग भी एक है। उन्होंने कहा मनुष्य को अपने जीवन में किसी न किसी अच्छे ज्ञान की प्रेरणा चाहिए जिसे पाकर व्यक्ति अपनी मानसिक ताकत को जिंदा रख सके इसके लिये योग सबसे उत्तम साधन है। उन्होंने  बंदियों को योग के गूर भी सिखए तथा योग से होने वाले फायदो के बारे  विस्तार से जानकारी दी।
आज के शिविर में  जेल अधीक्षक शेरसिंह ने भारत विकास परिषद कृष्ण शाखा का जेल परिसर में बंदियों के लिए योग शिविर आयोजित करने पर आभार प्रकट किया। उन्होंने बताया कि इस शिविर में प्रतिदिन 400 बंदी, महिला बंदी व कर्मचारी एवं अधिकारियों ने भाग लेकर योगा के गूर सीख रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनो से हो रही बारिश के बावजूद भी उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने कहा 22 जून को  इस शिविर का उदघाटन उपायुक्त नीलम प्रदीप कासनी ने किया था। यह योग शिविर 30 जून तक चलेगा और इसके बाद प्रतिदिन योग प्रशिक्षित बंदी व जेल कर्मचारी कैदियों को योग करवायेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जेल में चल रहे संगीत कार्यक्रम से कैदी जुड रहे हैं और उनका रूझान भक्ति की ओर बढ़ रहा है। 
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के पदाधिकारी प्रो0 जोगिन्द्र मदान, प्रो0 वी.के. बंसल, डा0 सी.के.ठाकु र, प्रतिभा बंसल, डा0 मनोज विरमानी, डा0 सरिता ठाकुर, जेल उप-अधीक्षक संजीव कुमार, उप-सहायक अधीक्षक जेल रामफल, वार्डर धर्मजीत सहित अन्य जेल अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे।



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