Monday, June 27, 2011

विकलांग व्यक्ति भी हमारे समाज का अभिन्न अंग है: सुमिता सिंह



करनाल विजय काम्बोज 
हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष व करनाल की विधायक श्रीमती सुमिता सिंह  ने प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में दृष्टिहीन व आर्थोपेडिक विकलांग कर्मचारियों के लिए आने-जाने  वाले  साधन भत्ता में की गई बढ़ोतरी का प्रपत्र आज यहां के पंचायत भवन में आयोजित एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में दृष्टिहीनों को सौंपा और कहा कि सरकार ने उन्हें यह एक उपहार दिया है।  इस योजना के तहत दृष्टिहीन व विकलांग को कम से कम एक हजार रुपये की राशि और उस पर लागू मंहगाई भत्ते का लाभ मिलेगा। ये कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ हरियाणा शाखा द्वारा दृष्टिहीनों की मसीहा हेलन केलर की 131वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था । इसमें प्रदेश प्रदेश भर के सैकड़ों दृष्टिहीन व आर्थोपेडिक विकलांग कर्मचारियों ने भाग लिया।
इस मौके पर बोलते हुए विधायक ने कहा कि विकलांग व्यक्ति भी हमारे समाज का अभिन्न अंग है, इन्हें किसी दया की नहीं बल्कि सहयोग की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि जो व्यक्ति दृष्टिहीन लोगों को विकलांग कहते हैं वे खुद दृष्टिहीन हैं क्योंकि उनकी नजर यह नहीं पहचान सकती कि इन लोगों ने शरीर में कमी होने के बावजूद उन बुलंदियों को प्राप्त किया है जिन्हें सामान्य नागरिक भी हासिल करने में असमर्थ रहते हैं।इस मौके पर विधायक ने दृष्टिहीनों की मसीहा हेलन केलर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमें उनके पदचिन्हों पर चलकर समाज की भलाई के लिए कार्य करना चाहिए, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ हरियाणा शाखा की ओर से रखी गई मांगों पर भरोसा दिलाते हुए कहा कि वे अपनी सिफारिश सहित उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचायेगी और आगामी विधानसभा सत्र में आप लोगों की दुख तकलीफ को जरूर उठाया जायेगा और भगवान से प्रार्थना है कि आपको और शक्ति प्रदान करे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त श्रीमती नीलम पी.कासनी ने कहा कि दृष्टिहीन व विकलांग होना कोई बड़ी बात नहीं है, ये लोग भी इंसान है और इनके साथ हमें सामान्य लोगों की तरह व्यवहार करना चाहिए तथा इनके प्रति समाज के लोगों को अपना दृष्टिकोण बदलना चाहिए।  उन्होंने कहा कि यदि इंसान में दृढ इच्छा शक्ति हो तो वह किसी प्रकार की शारीरिक कमी होने के बावजूद भी अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकता है। हेलन केलर इसका एक उदाहरण है और वह सदैव ऐसे व्यक्तियों की प्रेरणा स्त्रोत बनी रहेगी। उन्होंने दृष्टिहीन व आर्थोपेडिक विकलांगों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि उन्हें आज के समय यह मांग करनी चाहिए कि वे हर क्षेत्र में अपनी क्षमता दिखाने की योग्यता रखते हैं,  उन्हें अवसर प्रदान किये जाने चाहिए। उपायुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि दृष्टिहीनों के लिए अधिक से अधिक शिक्षा केन्द्र, छात्रावास तथा अन्य सुविधाएं जुटाई जानी चाहिए ताकि वे भी सामान्य नागरिकों की तरह अवसरों का लाभ उठाकर एक सुविधाजनक जीवन जी सके।
राष्ट्रीय दृष्टिहीन संघ शाखा हरियाणा के महासचिव जागेराम ने मुख्यातिथि व अध्यक्ष का स्वागत किया तथा संघ की ओर से मांग पत्र सौंपा। इनमें प्रमुख रूप से सरकारी नौकरियों में बैकलाग पूरा करना, रेडक्रास में नियुक्त दृष्टिहीन कुर्सी बुनकरो को सरकारी दृष्टिहीन कर्मचारियों की भांति रिक्शा भत्ते व सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष करने तथा संघ को आर्थिक सहयोग दिलवाने बारे मांग थी।  पानीपत राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य रामपाल ने मंच का संचालन किया और हेलन केलर की जीवनी व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। दृष्टिहीनों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।

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