Thursday, June 23, 2011

हत्या के विरोध में दर्ज मामले को लेकर ग्रामीण हुए लामबंद




घरौंडा 23 जून(प्रवीन सोनी)
                         घरौंडा थाने में हत्या के मामले को लेकर उपस्थित गगसीना के ग्रामीण। 
                                                                                                    छाया-तेजबीर
गांव गगसीना में नाबालिग लडक़ी की संदिग्ध परिस्थियों में हुई मौत के बाद पुलिस द्वारा हत्या के जुर्म में दर्ज मामले के विरोध में ग्रामीण लामबंद हो गए है। पुलिस द्वारा हत्या का मामला दर्ज करने के विरोध में आज सैंकड़ों ग्रामीणों ने घरौंडा थाने का घेराव किया। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस ने उनके पक्ष में हत्या का मामला गलत दर्ज किया है। जिसे तुरंत प्रभाव से रद्द किया जाए। ग्रामीणों के कड़े तेवर देख मौके पर डीएसपी ने पहुंचकर ग्रामीणों की शिकायत सुन उन्हे आश्वासन दिया कि पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी और किसी भी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही अमल में नही लाई जाएगी। 


पुलिस ने मंगलवार की देर रात गगसीना के करीब दो दर्जन व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था पुलिस का आरोप था कि गगसीना निवासी नेहा के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर नेहा को मार कर जला दिया था जिसकी गुप्त सूचना पुलिस को लगी थी और पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को लडक़ी के परिजनों समेत गांव के करीब दो दर्जन व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तथ्य जुटाने के लिए बुधवार को गांव में दबीश दी थी। 
जैसे ही ग्रामीणों को पूरे मामले का पता चला तो वे भडक़ उठे और उन्होने बुधवार की रात को ही आपसी पंचायत कर अगली सुबह थाने में पहुंचने का निर्णय लिया। वीरवार सुबह होते ही सरपंच के पति बलकार सिंह, निरंजन ङ्क्षसह, सुखबीर संधू, जयङ्क्षसह, हरपाल, सुक्रमपाल, जगबीर सिहं, राकेश, बलबीर, हवासिंह, वचन सिंह, अजीत, महेंद्र, रमेश सहित सैंकड़ो ग्रामीण ट्रैक्टरों व ट्रालियों से थाने में पहुंच गए और थाने का घेराव कर और पूरे मामले की जानकारी एसएचओ रामचंद्र से प्राप्त की। एसएचओ ने तुरंत पूरे मामले की जानकारी पुलिस मुख्यालय दी। पुलिस मुख्यालय से डीएसपी सुंदर पाल सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों की बात सुनी व ग्रामीणों द्वारा इस पूरे मामले में पुलिस का पूरा सहयोग देने का लिखित आश्वासन देकर मामले की निष्पक्षता से जांच करते हुए सभी व्यक्तियों के उपर से तुरंत दर्ज मामला खारिज करने की मांग की। 
ग्रामीणों द्वारा डीएसपी को लिखित शिकायत में बताया कि नेहा को कुछ दिन पहले पेट दर्द हुआ था जिसकी गांव से ही दवाई दिला दी गई थी और 13 तारीख को अचानक दम तोड़ दिया। जिसका पूरे ग्रामीणों ने मिलकर दाह संस्कार कर दिया था और हिंदु रीति रिवाज के अनुसार उसकी राख को नदी में प्रवाह कर दिया था। पुलिस द्वारा किसी के बहकावे में आकर लडक़ी के परिजनों सहित गांव के दो दर्जन व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का जो मामला दर्ज किया है। उसे तुरंत प्रभाव से वापिस लिया जाए और इस मामले में निष्पक्षता लाने के लिए पूरा गांव पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार है। इस मामले में निष्पक्षता से जांच के आश्वासन के बाद ही ग्रामीण वापिस लौटे। 
उधर डीएसपी सुंदर पाल सिंह ने बताया कि पुलिस ने हत्या के शक के आधार पर दो दर्जन ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब मामले की पूरी तफतीश की जा रही है। निष्पक्षता सामने आने के बाद ही आगे कुछ कहा जाएगा। 



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