इन्द्री सुरेश् अनेजा
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश होने के कारण यमुना नदी में पानी का स्तर बढ़ता जा रहा है। यह यमुना नदी का पानी यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज से होता हुआ करनाल,पानीपत,सोनीपत जिलों से होता हुआ दिल्ली पहुंचता है। यमुना नदी में जलस्तर निरंतर बढऩे से इसके साथ सटे गांवों में बाढ़ का खतरा बन गया है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार खबर लिखे जाने तक यमुना में पानी का स्तर एक लाख क्यूसिक तक पहुंच गया था। अगर बारिश पहाड़ी इलाकों में इसी तरह होती रही तो आने वाले कुछ ही दिनों में करनाल जिले के उपमंडल इन्द्री में भी किसानों को एक बार फि र से बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि पिछले वर्ष भी जुलाई-अगस्त माह के दिनों में यमुना में बाढ़ आने से इन्द्री हल्के के हजारों किसानों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशानियों को झेलना पड़ा था। यमुना नदी से सटे गांव चौगांवा,हसूंमाजरा,गढ़ी बीरबल,चंद्राव,गढ़पुर टापू,नबियाबाद,जपती छपरा,सैयद छपरा,डबकोली,शेरगढ़ टापू इत्यादि गांवों के किसानों की हजारों एकड़ फ सल बर्बाद हो गई थी। अभी किसान पिछले वर्ष आई बाढ़ के कारण हुए आर्थिक नुकसान से उबर ही नहीं पाये थे कि इस वर्ष अभी से यमुना नदी में पानी का स्तर इतना बढ़ जाने से उन्हें बाढ़ का खतरा सताने लगा है। इन गांवों के किसानों भीम सिंह,जोगिंद्र सिंह, शमसुद्दीन, सोमप्रकाश, बालकिशन,गुरमुख सिंह, गुरदेव सिंह, रामप्रकाश, पूर्णचंद,सुलेख चंद, जोगाराम, राजेश,प्रताप, रामचंद्र,शेरसिंह, हरीराम,करनैल सिंह,दिनेश,गजेसिंह,अमरसिंह,रणजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि निरंतर बाढ़ आने से उनकी सोना उपजाती भूमि बंजर होती जा रही है। क्योंकि जब बाढ़ आती है तो उसका पानी उतरते समय उनकी भूमि की काफ ी मिट्टी को अपने साथ बहा ले जाता है जिससे भूमि की ऊपजाऊ क्षमता निंरतर कम होती जा रही है। इन किसानों का कहना है कि सरकार ने बाढ़ के पानी को रोकने के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये हुए हैं। हांलाकि पिछले कुछ वर्षों से लगातार यमुना में बाढ़ आ रही है। फि र भी प्रशासन इस पानी को रोक पाने पूरी तरह असमर्थ प्रतीत हो रहा है। पानी को रोकने के लिए लगाई जा रही ठोकरों का काम भी अभी अधूरा पड़ा है। पहले से लगी हुई ठोकरे भी अपना स्थान छोड़ बैठी हैं। इन किसानों ने चिंता व्यक्त की कि यदि इस वर्ष भी यमुना में पानी का स्तर बेकाबू हो गया तो उन्हें पिछले वर्ष की तरह आर्थिक नुकसान फि र से झेलना पड़ सकता है। जब इस बारे में इन्द्री के बीडीपीओ दिलबाग हुड्डा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी पानी का जलस्तर सामान्य है और बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। अगर यह पानी बढ़ता है तो प्रशासन ने बाढ़ को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किये हुए है।
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