Thursday, June 30, 2011

चेतंग नाला के उफान से 500 एकड़ फसल डूबी


रादौर कुलदीप सैनी 
चेतंग नाले के उफान पर आने से दस गांवों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बरसाती नाले के पानी से प्रभावित गांवों की 500 एकड़ से अधिक में खड़ी धान की फसल जलमग्न होकर नष्ट होने की कगार पर पहुच गई है। फसलों के जलमग्न होने का कारण गाव सिकंदरा में पंचायत द्वारा गाव की पुलिया को मनरेगा स्कीम के तहत बंद कराना बताया गया। पुलिया के बंद होने से बरसाती पानी की निकासी नहीं हो पाई।
इसके बारे में ग्रामीणों ने जिला उपायुक्त अशोक सागवान को सूचित की। इस पर प्रशासन की ओर से बीडीपीओ कवंरभान नरवाल मौके पर पहुचे। उन्होंने बंद पुलिया को ग्रामीणों की मौजूदगी में खुलवाया, जिसके बाद बरसाती पानी की निकासी हो पाई। प्रभावित गाव में फसलों के डूबने की सूचना मिलने पर भारतीय किसान यूनियन प्रदेश सचिव विजय मेहता, बिटटू हडतान व अन्य किसान नेता मौके पर पहुचे। उन्होंने प्रशासन से इकट्ठे पानी को निकलवाने की माग की।
बरसाती पानी गाव खेडे़पुर के सरकारी स्कूल में घुस गया है। नालों के पानी से हुई तबाही के बाद अब भी प्रभावित गांवों में तीन से चार फुट पानी खेतों में खड़ा है। दो दिन पहले हुई भारी बारिश के बाद चतंग नाले में काफी मात्रा में पानी आ गया था।
इस कारण नाले का पानी गाव सिकंदरा, हड़तान, खेडे़पुर, मसाना जाटान, शाहपुरा, भोगपुर, घिलौर, हिरण छप्पर में पहुंचकर फसलों को डूबा रहा है। किसानों ने कु छ दिन पहले ही धान की फसल लगाई थी कि जो कि पानी में डूबने से नष्ट हो गई। गाव सिंकदरा के पूर्व सरपंच गुरबाज सिंह बडैच ने बताया कि चेतंग नाले के पानी से उनके गाव के दिदार सिंह की तीन एकड़, दर्शनलाल की एक एकड़, विरसा सिंह की पाच एकड़, जरनैल सिंह की छह एकड़, अवतार सिंह की तीन एकड़, बिटटू हड़तान की सात एकड़ धान, दो एकड गन्ना, दो एकड़ चैरी, मेहरचंद की दो एकड़ धान की फसल डुबने से नष्ट हो गई।
खेडे़पुर के सरपंच प्रदीप कुमार ने बताया कि उनके गाव में सौ एकड़ से अधिक धान की फसल बरसाती पानी में डूब गई है। गाव में तीन फुट से अधिक पानी खेतों में जमा है। एक दो दिन तक यदि पानी की निकासी नहीं हुई तो उनकी फसलें बर्बाद हो सकती है। गाव खेड़ेपुर में धर्मबीर की चार एकड़, कर्मबीर की दस एकड़, वेदपाल की तीन एकड़, ओमप्रकाश की दो एकड़, सुलेखचंद की तीन एकड़, जगमाल की चार एकड़, सुभाष की पाच एकड़, जरनैल की पाच एकड़, गुरमेल की पाच एकड़, हरिसिंह की एक एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है। 

No comments:

Post a Comment