Thursday, June 30, 2011

हरियाणा बनने जा रहा है शिक्षा का हब:सुमिता सिंह

करनाल विजय काम्बोज
हरियाणा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में हब बनने जा रहा है। अब प्रदेश के युवाओं को आधुनिक व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेशों में नहीं जाना पड़ेगा बल्कि वे सभी सुविधाएं राज्य सरकार ने प्रदेश के शिक्षण संस्थाओं में मुहैया करवाई हैं। 


यह बात हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष व करनाल की विधायक श्रीमती सुमिता ङ्क्षसह ने आज स्थानीय राजकीय कन्या महाविद्यालय में नवीनीकृत प्रशासनिक भवन का उदघाटन करने उपरांत मीडियाकर्मियों से वार्तालाप के दौरान कही। विधायक ने कहा कि राज्य सरकार ने राजकीय कन्या महाविद्यालय करनाल में 3 नये कमरों व सेमिनार भवन के निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की ग्रांट दी है। इसके अलावा यू.जी.सी. ने भी 4 कमरों के निर्माण के लिए 25 लाख रुपये की राशि स्वीकृति प्रदान की है। इस अवसर पर विधायक ने महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने का आहवान किया। 
श्रीमती सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लड़कियों की शिक्षा को भी बढ़ावा देने के लिए अनेक कारगर कदम उठाएं है। इनमें मुख्यत: खानपुर कलां सोनीपत में भक्त फूलसिंह महिला विश्वविद्यालय की स्थापना है। यह महिला विश्वविद्यालय उत्तर भारत का पहला विश्वविद्यालय है। कुंडली में स्थापित की जा रही राजीव गांधी एजुकेशन सिटी में आक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की तर्ज पर उच्चकोटि की शिक्षण संस्थाएं कार्य करेंगी। इसके अतिरिक्त तकनीकी शिक्षण संस्थान, बहु तकनीकी संस्थान व आई.टी.आई. संस्थानों में बढ़ोतरी की तथा राजकीय महाविद्यालयों में रोजगारोन्मुखी पाठयक्रम शुरू किये गये ताकि प्रदेश के युवा  रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्राप्त कर सके और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। इतना ही नहीं लड़कियों के लिए सभी प्रकार के शिक्षण संस्थाओं में दाखिला लेने के लिऐ आरक्षण का प्रावधान किया तथा उनके लिए अलग-अलग कक्षाओं के हिसाब से छात्रवृत्ति भी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बी.ए. तक की कक्षा की पढ़ाई के लिए लड़कियों से कोई टयूशन फीस नहीं ली जाती बल्कि गरीब परिवारों की लड़कियों को छात्रवृत्ति के साथ पाठय-पुस्तकें भी उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति की लड़कियों के लिए कम्प्यूटर भी नि:शुल्क प्रदान किये जाते हैं। शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की भी व्यवस्था की गई है।


राजकीय कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य महाबीर नैन ने बताया कि इस महाविद्यालय के प्रशासनिक व लाईब्रेरी भवन के नवीनीकरण पर लगभग 5 लाख रुपये की राशि खर्च हुई है। उन्होंने बताया कि राजकीय कन्या महाविद्यालय का भवन 114 साल पुराना है। सन 1897 में ब्रिटिश काल के दौरान इस जगह सदर डिस्पेंसरी की स्थापना की गई थी। उसके बाद इसी भवन में राजकीय हाई स्कूल की स्थापना हुई और राजकीय महाविद्यालय की कक्षाएं भी चली। इसके बाद पिछले 18 वर्षो से इंदिरा गांधी ओपन विश्वविद्यालय की शाखा भी इसी महाविद्यालय में कार्य करती रही। और अब पिछले कई वर्षो से कन्या महाविद्यालय की कक्षाएं चल रही हैं। इस समय कालेज में 4 कम्प्यूटर लैब, स्नातकोत्तर कक्षाओं के अतिरिक्त प्रोफेशनल कोर्स भी करवाएं जा रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के प्राध्यापकों के अथक प्रयासों व छात्राओं की कड़ी मेहनत की बदौलत इस महाविद्यालय का नाम प्रदेश के 25  सेन्ट्रल आफ एक्सीलेंस कालेजों की सूची में नाम शामिल है। इस महाविद्यालय के परीक्षा परिणाम भी अच्छे आते हैं। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय में यू.जी.सी. से प्राप्त अनुदान राशि से छात्राओं को सरकारी नौकरियों की प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए फ्री कोचिंग भी करवाई जाती है तथा राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ भी सीधे तौर पर छात्राओं तक पहुंचाया जा रहा है। 
इस अवसर पर कालेज के प्राध्यापकों में डाक्टर सुमन सैनी, डाक्टर अशोक भाटिया, डाक्टर सुमन शर्मा, डाक्टर एम.पी.शर्मा, डाक्टर सरिता कुमार सहित अन्य प्राध्यापकगण भी उपस्थित थे।

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