Monday, June 20, 2011

स्वीटी हत्याकांड: केस सीबीआई को सौंपने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन




कुरुक्षेत्र  :नरेन्द्र धूमसी
 स्वीटी हत्याकांड: स्वीटी मर्डर केस में बनी सयुंक्त संघर्ष एवं नागरिक सुरक्षा कमेटी ने सोमवार को जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा। हालांकि इस केस में पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर कोर्ट से 13 दिनों के रिमांड पर लिया था। लेकिन कमेटी पुलिस की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं है। कमेटी के सदस्यों ने बैठक कर स्वीटी केस पर विचार विर्मश किया। 
           स्वीटी हत्याकांड के आरोप में पकड़े गए नगला गांव व यूपी निवासी तीन युवक रिमांड के बाद से न्यायिक हिरासत में हैं। लेकिन स्वीटी केेस में बनी कमेटी इस केस को लगातार सीबीआई को सौंपने की मांग कर रही है। केस को सीबीआई को सौंपने के लिए हजारों लोग इस मामले में धरने प्रदर्शन भी कर चुके हैं। कमेटी के सदस्य स्वीटी के पिता रणधीर सिंह, ताऊ शुगन चंद, महावीर, ऊषा व सुदेश ने उपायुक्त को सरकार के नाम सौंपे गए ज्ञापन में मांग की है कि वे पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं हैं। इस केस की सीबीआई जांच होनी चाहिए और जिन पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वीटी केस में लापरवाही बरती है उनके खिलाफ मामले दर्ज कर कारवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस केस मे उन्होंने दो युवको के नाम दिए थे लेकिन उनको पुलिस ने बिना पुछताछ किए ही छोड़ दिया। स्वीटी केस को लेकर बहुजन संदेश पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष कांता आलडिय़ा ने फोन पर ब्यान दिया कि इस मामले में सीबीआई जांच की गुंजाईश ही नहीं है क्योंकि स्वीटी के हत्यारे सलाखों के पीछे बंद है। इस केस में एक पार्टी के नेता लोग अपनी राजनीति चमकाने का काम कर रहे हैं।
कंबोपुरा के पूर्व सरपंच कर्मसिंह व चमेल सिह मर्डर केस में घुस लेने वाले पूर्व मंत्रियों को गिरफ्तार करने की मांग
कबोपुरा मर्डर केस की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवत जज से करवाने की मांग
कुरुक्षेत्र  धूमसी 
:करनाल के कंबोपुरा मर्डर केस में दो पूर्व मंत्रियों के घुस लेने के नाम आने पर प्रदेश से न्याय को लेकर आवाजे उठने लगी है। इस केस की चिंगारी कुरुक्षेत्र भी पहुंच चुकी है। लोग इस मर्डर केस से जुड़े मंत्रियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। कंबोपुरा गांव के कर्मसिह मर्डर व चमेल सिंह के मर्डर केस को लेकर हरियाणा समाजिक न्याय मंच के सदस्यों ने एक ज्ञापन जिला उपायुक्त को सौंपा और इस केस की जांच सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिर्वित जज से करवाने की मांग की। मंच के सदस्यों का कहना है कि अब सीबीआई भी शक के घेरे में आ रही है। 
            जिला करनाल के कंबोपुर के पूर्व सरंपच कर्मसिंह की कुछ दिन पहले हत्या कर दी गई थी। उसके बाद इस केस में गवाह बने कर्मसिंह के ममेरे भाई चमेल सिंह की भी हत्या कर दी गई। इन हत्याओं से करनाल हिल गया था। इस मामले में सरपंच के परिजनों ने हत्या के पीछे पूर्व संसदीय सचिव जिलेराम शर्मा व पूर्व परिवहन मंत्री ओपी जैन पर घुस मेें लाखों रूपए लेने के आरोप लगाए थे। रूपए मांगने पर उनकी हत्या में दोनों मङ्क्षत्रयों के नाम आने के बाद लोग उन मंत्रियों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को हरियाणा समाजिक न्याय मंच से जुड़े जेएस, गुरनाम सैनी, रामस्वरूप, बलदेव व देवी दयाल ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत जज से करवाई जाए। इस मामले में दोनों पूर्व मंत्रियों के इस्तीफे  देने से काम नहीं चलेगा उनको गिरफ्तार किया जाए। मंच के प्रतिनिधिमंडल ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों को 21-21 लाख रूपए सहायता राशि देने के साथ ही परिवार के एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि  सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो मंच सडक़ों पर उतरकर आंदोलन करेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।  

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