Wednesday, July 27, 2011

पंचों को अपने अधिकारों का ज्ञान होना जरूरी-सुनील सगवाल


घरौंडा(प्रवीन/तेजबीर)
बीडीपीओ कार्यालय में पंच एसोसिएशन की एक बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता पंच एसोसिएशन के संस्थापक सुनील सगवाल ने की। इस बैठक में पंचों के अधिकारों में विचार विमर्श किया गया। 
सुनील सगवाल ने कहा कि ग्राम पंच पंचायत की नीव होता है। जो गांव के विकास कार्यो में एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करता है। गांव का सरपंच और पंच न्याय व्यवस्था का ही एक हिस्सा होते है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरे प्रदेश में कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। इसी कड़ी में 16 अगस्त को हल्के की कार्यकारिणी का भी गठन किया जाएगा। 

घरौंडा बीडीपीओ कार्यालय में बैठक में पंचों को जानकारी देते सुनील सगवाल|छाया-तेजबीर
उन्होंने सभी पंचों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि गांव के विकास कार्यो में एक पंच महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन सरपंच पंचों को अपने घर की धरोहर समझते है और किसी भी कार्य में उनकी कोई पूछ नही करते और अपने पक्ष के पंचों के इलाकों में विकास कार्य करवाते रहते है और कोई भी पंच इस बात का कोई विरोध नही करता। उन्होंने कहा कि अगर पंच विरोध नही करेगा  तो उसके अधिकारों का यू हीं गला घुटता रहेगा और वो कभी भी अपने वाडऱ् या मौहल्ले का विकास कार्य नही करवा सकेगा। गांव का विकास तब तक नही होगा जब तक एक पंच को अपने  अधिकारों का ज्ञान नही होगा। 

पंचों का मानना है कि पंच एसोसिएशन का गठन पंचों की भलाई में बहुत ही अच्छा कदम है और जिसकी शुरूआत हमारे हलके से शुरू हुई है। 
इस अवसर पर पंच रामनिवास पनौड़ी, संजय हरिसिंह पूरा, विक्रम राणा, किरणपाल, महावीर अराईपूरा, रामकुमार वर्मा गगसीना, नफेसिंह, सुल्तान सिंह सहित अनेक गांवों के पंच मौजूद रहे। 

No comments:

Post a Comment