करनाल विजय काम्बोज
सैनिक स्कूल रक्षा बलों के लिए सैनिकों को तैयार करने की नर्सरी है और इन स्कूलों के माहौल में शिक्षा ग्रहण करके विद्यार्थी देश के भावी अधिकारी बनते हैं। ये उदगार हरियाणा के राज्यपाल श्री जगन्नाथ पहाडिय़ा ने आज सैनिक स्कूल कुंजपुरा के 51वें स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए व्यक्त किए। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि वे शिक्षा के हर क्षेत्र में कठिन परिश्रम और अपनी प्रतिभा के बूते बड़ी उपलब्धियां हासिल करें और भारत को विश्व की महानशक्ति बनाने में योगदान करें।
स्कूल के 51वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस स्कूल से निकले विद्यार्थियों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशेष पहचान बनाई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र ङ्क्षसह हुडडा और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल दीपक कपूर जैसी हस्तियां इसी स्कूल की देन है। यहीं नहीं इस स्कूल से शिक्षा ग्रहण कर अनेक विद्यार्थी लेफ्टिनेंट जनरल और उनके समकक्ष पदों पर आसीन हुए हैं। उन्होंने खुशी प्रकट की कि यह स्कूल 1961 से मेधावी विद्यार्थियों को तैयार कर निरंतर देश को महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहा है और इस स्कूल ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़वासला तथा पुणे में अधिकतम कैडेटस को भेजने के लिए 7 बार रक्षा मंत्री ट्राफी प्राप्त की है।
विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि सैनिक स्कूल कुंजपुरा शिक्षा के उच्च मानदंडों को सहेजते हुए भविष्य में भी समाज को महान प्रतिभाएं प्रदान करेगा और इस स्कूल से निकले विद्यार्थी हमारे देश की रक्षा और सेवा करने में आदर्श साबित होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों का आहवान किया कि वे स्कूल की गौरवशाली परम्पराओं को आगे बढ़ाते हुए सब चुनौतियों को आगे बढक़र स्वीकार करें। उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों के लिए प्राचार्य व शिक्षकों व अन्य स्टाफ द्वारा किए गए अथक परिश्रम के लिए उनकी सराहना की।
समारोह में राज्यपाल ने प्रतिभागी व मेधावी विद्यार्थियों को ट्राफी और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने स्थापना दिवस समारोह में स्कूल के सेवानिवृत्त स्टाफ और पूर्व विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने स्कूल की पत्रिका ग्रे-कुंज का लोकार्पण भी किया। इससे पहले उन्होंनें युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। समारोह के बाद राज्यपाल ने स्कूल की आगन्तुक पुस्तिका में हस्ताक्षर कर अपनी उपस्थिति दर्ज की।
समारोह में सैनिक स्कूल कुंजपुरा के प्राचार्य कर्नल अरूण दत्ता ने वार्षिक रिपोर्ट पढक़र स्कूल की उपलब्धियों का विवरण दिया और कहा कि इस स्कूल के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुडडा का विशेष योगदान है। उन्होंने स्कूल के विकास के लिए करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से एन.डी.ए. भवन, एकेडमिक भवन, स्कूल के गेट तथा उसके सौन्दर्यकरण आदि के लिए अनुदान राशि दी है और उन्होंने कहा कि स्कूल में खेल का मैदान बनाया जाना है जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने पहले ही कर रखी है।
समारोह में आवासीय स्कूलों की परम्परानुसार मुख्यातिथि ने स्कूल कप्तान विजय शर्मा, उप-कप्तान अजय खत्री, सदन कप्तान हिमांशु, नवजोत, शिवा, गौरव, योगेश, मुनीश, अमन, रूचिल, रवि, तथा रोहित को पिप्स लगाकर अलंकृत किया और समारोह के विशेष अतिथि लैफ्टिनेंट जनरल डी.डी.एस. संधू ने सभी कप्तानों को अपने कत्र्तव्यों तथा उतरदायित्व को निष्ठापूर्वक निभाने की शपथ दिलाई। मुख्यातिथि द्वारा स्कूल के शैक्षणिक सत्र पर प्रथम तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों जिनमें अनुराग, रविन्द्र, आदित्य लठवाल, शुभम नंदा, सारांश चौहान, आदित्य नांदल, सूरज, अभिषेक, पौरूष, मेदिति, गुलशन, सत्य स्वरूप, अतुल तथा पीयूष को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया। गत वर्ष 2010 का श्रेष्ठ सत्र 5220 जयसिंह को घोषित किया गया और उसे चीफ आर्मी स्टाफ दीपक कपूर द्वारा प्रदत्त फोर्स ट्राफी प्रदान की गई। 2010 के श्रेष्ट सदन थानेश्वर को काक हाऊस ट्राफी तथा कुरूक्षेत्र सदन को एन.डी.ए. ट्राफी मिली। इस कार्यक्रम में वर्तमान वर्ष में अधिक अंक सीनियर विंग में थानेसर सदन ने, जूनियर विंग में चिलियन वाला सदन तथा सब-जूनियर में शंकरगढ़ ने प्राप्त किए।
इस कार्यक्रम में पूर्व छात्र संगठन द्वारा सेवानिवृत्त वरिष्ठ अध्यापक पी.पी.आन्नद, अध्यापिका ऊषा किरण बक्शी, श्रीमती दुलारी हुडडा तथा शमशेर सिंह को कुंजश्री से अलंकृत किया। इस अवसर पर पूर्व छात्र राकेश गुप्ता, राजेन्द्र छिक्कारा, हवा सिंह, हेमंत शर्मा, वेद राठी, उमेद सिंह तथा बिग्रेडियर विशम्बर को स्कूल द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के मुख्याध्यापक विंग कमांडर सुरेश शर्मा ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया। इस मौके पर उपायुक्त श्रीमती नीलम पी. कासनी तथा पुलिस अधीक्षक राकेश आर्य भी उपस्थित थे।
सैनिक स्कूल रक्षा बलों के लिए सैनिकों को तैयार करने की नर्सरी है और इन स्कूलों के माहौल में शिक्षा ग्रहण करके विद्यार्थी देश के भावी अधिकारी बनते हैं। ये उदगार हरियाणा के राज्यपाल श्री जगन्नाथ पहाडिय़ा ने आज सैनिक स्कूल कुंजपुरा के 51वें स्थापना दिवस समारोह में बोलते हुए व्यक्त किए। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि वे शिक्षा के हर क्षेत्र में कठिन परिश्रम और अपनी प्रतिभा के बूते बड़ी उपलब्धियां हासिल करें और भारत को विश्व की महानशक्ति बनाने में योगदान करें।
स्कूल के 51वें स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व की बात है कि इस स्कूल से निकले विद्यार्थियों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशेष पहचान बनाई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र ङ्क्षसह हुडडा और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल दीपक कपूर जैसी हस्तियां इसी स्कूल की देन है। यहीं नहीं इस स्कूल से शिक्षा ग्रहण कर अनेक विद्यार्थी लेफ्टिनेंट जनरल और उनके समकक्ष पदों पर आसीन हुए हैं। उन्होंने खुशी प्रकट की कि यह स्कूल 1961 से मेधावी विद्यार्थियों को तैयार कर निरंतर देश को महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहा है और इस स्कूल ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़वासला तथा पुणे में अधिकतम कैडेटस को भेजने के लिए 7 बार रक्षा मंत्री ट्राफी प्राप्त की है।
विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्होंने विश्वास प्रकट किया कि सैनिक स्कूल कुंजपुरा शिक्षा के उच्च मानदंडों को सहेजते हुए भविष्य में भी समाज को महान प्रतिभाएं प्रदान करेगा और इस स्कूल से निकले विद्यार्थी हमारे देश की रक्षा और सेवा करने में आदर्श साबित होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों का आहवान किया कि वे स्कूल की गौरवशाली परम्पराओं को आगे बढ़ाते हुए सब चुनौतियों को आगे बढक़र स्वीकार करें। उन्होंने स्कूल की उपलब्धियों के लिए प्राचार्य व शिक्षकों व अन्य स्टाफ द्वारा किए गए अथक परिश्रम के लिए उनकी सराहना की।
समारोह में राज्यपाल ने प्रतिभागी व मेधावी विद्यार्थियों को ट्राफी और पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने स्थापना दिवस समारोह में स्कूल के सेवानिवृत्त स्टाफ और पूर्व विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने स्कूल की पत्रिका ग्रे-कुंज का लोकार्पण भी किया। इससे पहले उन्होंनें युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। समारोह के बाद राज्यपाल ने स्कूल की आगन्तुक पुस्तिका में हस्ताक्षर कर अपनी उपस्थिति दर्ज की।
समारोह में सैनिक स्कूल कुंजपुरा के प्राचार्य कर्नल अरूण दत्ता ने वार्षिक रिपोर्ट पढक़र स्कूल की उपलब्धियों का विवरण दिया और कहा कि इस स्कूल के उत्थान के लिए मुख्यमंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुडडा का विशेष योगदान है। उन्होंने स्कूल के विकास के लिए करीब 25 करोड़ रुपये की लागत से एन.डी.ए. भवन, एकेडमिक भवन, स्कूल के गेट तथा उसके सौन्दर्यकरण आदि के लिए अनुदान राशि दी है और उन्होंने कहा कि स्कूल में खेल का मैदान बनाया जाना है जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने पहले ही कर रखी है।
समारोह में आवासीय स्कूलों की परम्परानुसार मुख्यातिथि ने स्कूल कप्तान विजय शर्मा, उप-कप्तान अजय खत्री, सदन कप्तान हिमांशु, नवजोत, शिवा, गौरव, योगेश, मुनीश, अमन, रूचिल, रवि, तथा रोहित को पिप्स लगाकर अलंकृत किया और समारोह के विशेष अतिथि लैफ्टिनेंट जनरल डी.डी.एस. संधू ने सभी कप्तानों को अपने कत्र्तव्यों तथा उतरदायित्व को निष्ठापूर्वक निभाने की शपथ दिलाई। मुख्यातिथि द्वारा स्कूल के शैक्षणिक सत्र पर प्रथम तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों जिनमें अनुराग, रविन्द्र, आदित्य लठवाल, शुभम नंदा, सारांश चौहान, आदित्य नांदल, सूरज, अभिषेक, पौरूष, मेदिति, गुलशन, सत्य स्वरूप, अतुल तथा पीयूष को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया। गत वर्ष 2010 का श्रेष्ठ सत्र 5220 जयसिंह को घोषित किया गया और उसे चीफ आर्मी स्टाफ दीपक कपूर द्वारा प्रदत्त फोर्स ट्राफी प्रदान की गई। 2010 के श्रेष्ट सदन थानेश्वर को काक हाऊस ट्राफी तथा कुरूक्षेत्र सदन को एन.डी.ए. ट्राफी मिली। इस कार्यक्रम में वर्तमान वर्ष में अधिक अंक सीनियर विंग में थानेसर सदन ने, जूनियर विंग में चिलियन वाला सदन तथा सब-जूनियर में शंकरगढ़ ने प्राप्त किए।
इस कार्यक्रम में पूर्व छात्र संगठन द्वारा सेवानिवृत्त वरिष्ठ अध्यापक पी.पी.आन्नद, अध्यापिका ऊषा किरण बक्शी, श्रीमती दुलारी हुडडा तथा शमशेर सिंह को कुंजश्री से अलंकृत किया। इस अवसर पर पूर्व छात्र राकेश गुप्ता, राजेन्द्र छिक्कारा, हवा सिंह, हेमंत शर्मा, वेद राठी, उमेद सिंह तथा बिग्रेडियर विशम्बर को स्कूल द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के मुख्याध्यापक विंग कमांडर सुरेश शर्मा ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया। इस मौके पर उपायुक्त श्रीमती नीलम पी. कासनी तथा पुलिस अधीक्षक राकेश आर्य भी उपस्थित थे।
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