Friday, July 29, 2011

गंगाजल चढ़ाकर की शिवलिंग की पूजा


इन्द्री सुरेश अनेजा                                           
शिवरात्रि को रूद्राभिषेक करने से सभी मनोकामनायें पूरी होती हैं तथा शिवरात्रि पूजन से मनुष्य को वरदान भी प्राप्त होता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार श्रावण मास की शिवरात्रि पर दुग्धाभिषेक करते हुए पुत्र की कामना करने पर पुत्र की प्राप्ति होती है। आज शिवरात्रि महोत्सव के पवित्र दिन गांव गुढ़ा के प्राचीन शिव मंदिर में शिव भक्तों ने शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाकर शिव की पूजा अर्चना की।


 शिव शक्ति कांवड़ संघ के लगभग 20 सदस्य इस बार हरिद्वार से गंगाजल लेने के लिए गये। यह जत्था कल शाम जब गंगाजल लेकर मंदिर पहुंचा तो वहां  उनका भव्य स्वागत किया गया। आज सुबह सवेरे इन शिवभक्तों ने शिवलिंग पर गंगाजल,बेलपत्र,भांग,फ ल,फू ल इत्यादि चढ़ाकर शिवलिंग की पूजा की तथा समस्त शहरवासियों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मंदिर के पुजारी प्रदीप शर्मा ने इन शिवभक्तों से पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कराई।

 उन्होंने बताया कि भगवान शिव की पूजा के लिए सावन माह का विशेष महत्व है। इन दिनों में की गई शिव पार्वती की पूजा का करोड़ों गुणा फ ल मिलता है। भगवान शिव इस सृष्टि के रखवाले हैं। जो प्रसन्न होने पर मनुष्य की हर इच्छा पूरी करते हैं। इस अवसर पर मंदिर में महिलाओं,बच्चों एवं गांववासियों ने हर-हर महादेव,बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस अवसर पर कांवड़ दल के सदस्यों सोनू, सुभाष, राजकुमार,विक्की,विजय,रवि,संदीप,मोहिंद्र,विशाल,शुभम सहित काफी  संख्या में लोग एकत्रित हुए। पूजा अर्चना के बाद प्रसाद भी वितरित किया गया।

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