Thursday, July 28, 2011

दोषियों को ग्रिफ्तार न करने से खफा हो कर ग्रामीणों ने किया रोड जाम |

असन्ध दीपक पंचाल 
     गांव जयसिंहपुरा के सैंकड़ों महिलाओं व पुरूषों ने 16 जुलाई को हुए गोली बारी व मारपीट मामले में अपनी झूठी शिकायत के आरोपो में फंसे रंगरूटी के तीन लोगों की गिरफ्तारी न होने से क्षुब्ध करनाल-हिसार मार्ग तीन घण्टे जाम किया। प्रशासन ने मुख्य मार्ग पर दोने ओर वाहनो के काफिले का रूट बदल दिया। सूचना मिलते ही एसडीएम आरकेसिंह,डीएसपी मुख्यालय सुरेन्द्र पाल सहित अन्य अधिकारी मौके पर पंहुचे व जाम खुलवाया। अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग पर जांच सीआईए को सौंप दी। प्रशासन ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए शुक्रवार तक का आश्वासन दिया है। जाम कर्ताओं ने सडक़ पर तख्त,लक्कड़ व ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर तीन स्थानों पर मार्ग अवरूद्ध किया।
 असन्ध के गांव जयसिंहपुरा में जाम लगा रहे ग्रामीणों को समझाते एसडीएम आरके सिंह।
    गांव जयसिंहपुरा निवासी लहणा सिंह,बलराज,जयभगवान,कामरेड सूबा सिंह,सुनहरी देवी,सतबीर सिंह,सुरेश आदि ने बताया कि 16 जुलाई की रात राकेश,अजय,सुरेन्द्र व सोमवीर के साथ गांव रंगरूटीखेड़ा ने अन्नपाल,कुलदीप व दलबीर आदि ने झगड़ा किया था। जिसमें गोली चली व अन्नपाल को लगी। पुलिस ने तुरन्त गांव के चारों युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ग्राम वासियों ने मामले की तह तक जाते हुए युवकों को निर्दोष बताते हुए एसपी व आई जी कार्यालय में न्याय की गुहार की। पुलिस ने पुन: जांच करते हुए चारों युवकों को निर्दोष मानते हुए उन्हे जेल से रिहा करवा दिया व गांव रंगरूटी खेड़ा के अन्नपाल,कुलदीप व दलबीर के खिलाफ उल्टा प्रकरण दर्ज कर लिया।
     प्रकरण में तीन दिन बीत जाने के बावजूद रंगरूटीखेड़ के तीनों लोगों की गिरफ्तारी पुलिस ने नही की व न ही यह पता चला कि गोल किसने चलाई। ग्रामीणों ने एसडीएम आरके सिंह,डीएसपी सुरेंद्रपाल सिंह से पुरे प्रकारण में थाना प्रभारी व पुलिस उपाधिक्षक की लापरवाही की जांच की मांग की जिसपर अधिकारियों ने उन्हे लिखित में देने को कहा। अधिकारियों ने पुलिस की तथाकथित पिटाई में अपना मानसिक संतुलन खो चुके युवक राकेश की मैडीकल जांच व आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन ग्रामीणों को दिया और ग्रामीण जाम खोलने को राजी हो गए।

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