Tuesday, July 26, 2011

बुरी आदतों एवं व्यसनों से बचे आज का युवा वर्ग:दिनेश यादव

इन्द्री सुरेश अनेजा                                                       
एड्स एवं बुरे व्यसनों के विषय पर हुए एक सेमिनार में मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे इन्द्री के एसडीएम दिनेश यादव ने उपस्थित युवा विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवा वर्ग को बुरी आदतों एवं बुरे व्यसनों से बचना चाहिए क्योंकि एक बार जो कोई भी इनका आदी हो जाता है उसका जीवन नरक बन जाता है। इन व्यसनों से पीछा छुड़ाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को अपनी सोच सकारात्मक रखनी चाहिए। सकारात्मक सोच से ही कोई व्यक्ति किसी से भी ज्ञान पाने में संकोच नहीं करता। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि जो काम आपके मन को अच्छी लगता है उसे करें क्योंकि थोपा गया काम व्यक्ति पर एक बोझ की तरह होता है। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र के लोग शहरी लोगों से प्रभावित होकर नशे की गिरफत में आ रहे हैं। जोकि भारत देश के भविष्य के लिए खतरे की घंटी है। आज का युवा टीवी से ज्यादा प्रभावित हो रहा है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने आसपास,घर,गांव में फ लदार वृक्ष लगायें। इससे एक तो वातावरण शुद्ध होगा दूसरा उन्हें ऐसा करके मानसिक शांति भी मिलेगी। 

           उन्होंने कहा कि आपको अपने आसपास जो कोई भी अच्छा लगता है उसे ग्रहण करें और कोशिश करके व्यसनों से बचें। इस अवसर पर डॉ.गुरनाम सिंह ने स्कूली छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का युवा अपनी मान मर्यादा भूल चुका है। कहने को तो हम कहते हैं कि नारी पूजनीय है। किंतु आज उसी नारी को हम लोग कुदृष्टि से देखते हैं। आज नारी का सम्मान घट रहा है। जिसके कारण भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक कुरीतियां बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि एड्स जैसी लाइलाज बीमारी से बचाव में ही भारत का भविष्य सुरक्षित होगा। आज विश्व में सबसे ज्यादा एड्स के रोगी भारतवर्ष में हैं। यह एक लाइलाज बीमारी है। उन्होंने युवाओं को बुरे व्यसनों से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर आपने जीवन में कुछ कर दिखाना है तो नशों से बचें। आज हुए सेमिनार में मुख्य आयोजक नेशनल अवार्डी सूबा सिंह समौरा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज भारत में तीस लाख लोग एचआईवी पॉजीटिव हैं। उन्होंने कहा कि यह बीमारी कोई जन्मजात बीमारी नहीं है। यह जाने अनजाने लग जाती है। यह बीमारी 85 प्रतिशत असुरक्षित यौन संबंधों से होती है। ´


        उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 1996 में इस बीमारी का पहला केस भारतवर्ष में ही सामने आया था। हरियाणा में अब तक 42 हजार लोग तथा करनाल में 450 लोग एड्स में चपेट मे आ चुके हैं। उन्होंने हरियाणा में एड्स पीडि़तों की बढ़ोतरी के कारणों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आजकल हरियाणा में लड़कियां हिमाचल,असम इत्यादि से शादी के लिए लाई जा रही हैं। बाहर से जो लड़कियां हरियाणा में लाई जा रही हैं उनसे भी एचआईवी ज्यादा फै ल रहा है। इस सेमिनार में जिला युवा समन्वयक जोगिंद्र कुमार ने भी युवाओं को बुरे व्यसनों एवं असुरक्षित यौन संबंधों से बचने की अपील की। यह सेमिनार ग्रामीण युवा एवं महिला विकास संगठन समौरा द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर डॉ.गुरनाम सिंह,जोगिंद्र कुमार,जिला खेल अधिकारी,माश्टर शशिभूषण,डॉ.सैनी,समाजसेविका रीना,प्रेरणा,ममता सहित सैंकड़ों की संख्या में स्कूली छात्र उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि को शाल एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया गया।

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