Friday, July 22, 2011

बच्चों के संरक्षण में पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान-मंजू खन्ना


घरौंडा (प्रवीन/तेजबीर)
हरियाणा पुलिस ने ‘बचपन बचाओ’ की राह में एक और कदम बढ़ाया है। इसके लिए हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन में राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान, नई दिल्ली के सहयोग से पुलिस अधिकारियों को बच्चों के अधिकारों के सामाजिक एवं कानूनी पहलुओं के प्रति जागरुक करने के लिए राज्य स्तरीय एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आरम्भ हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्यभर से 31 पुलिसकर्मी भाग ले रहें हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 जुलाई तक चलेगा। 
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देती राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान, नई दिल्ली की सहायक           निदेशक श्रीमती मंजू खन्ना                                             छाया-तेजबीर                                                                                                      कार्यक्रम का आरम्भ करते हुए अकादमी के निदेशक सुधीर चौधरी ने कहा कि बच्चे हमारा भविष्य हैं और भविष्य के साथ किसी भी सूरत में अन्याय सहन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिंदगी दूसरा मौका नहीं देती इसलिए पुलिस को बच्चों के साथ व्यवहार करते समय ऊंचे दर्जे की सावधानी एवं सवेदनशीलता बरतनी चाहिए। यदि किसी बच्चे से कानून तोडऩे की भूल हो गई हो तो उसके संबन्ध में वही किया जाए जिससे उसके साथ न्याय हो । उन्होंने पुलिसकर्मियों से कहा कि अकादमी के मूलमंत्र ‘संवेदी पुलिस-सशक्त समाज’ की भावना के अनुरूप कार्य करने से बच्चों के साथ न्याय के उद्देश्य को प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। 
इस अवसर पर राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान, नई दिल्ली की सहायक निदेशक श्रीमती मंजू खन्ना  ने उनके संस्थान के बारे में जानकारी दी तथा पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के संरक्षण में पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान है इसलिए जरुरी है कि पुलिसकर्मियों का बच्चों से संबन्धित कानूनों के बारे में संवेदीकरण किया जाए जिससे वे कानूनी तौर पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। 
तीन दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में दिल्ली बाल अधिकारी संरक्षण आयोग के सदस्य शशंकशेखर, बच्चों के अधिकारों एवं सरक्षण के लिए सक्रिय गैर सरकारी संस्था ’हकसेंटर फॉर चाइल्ड राइट्स, नई दिल्ली’ की ऐनाक्षी गांगुली एवं भारती अली सहित बाल कल्याण समिति एवं इस क्षेत्र में सक्रिय विशेषज्ञों द्वारा बाल न्याय देखभाल एवं संरक्षण कानून, नियमों के साथ बच्चों के मनौविज्ञान, उनके पुनर्वास में पुलिस की भूमिका आदि विषयों पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
                       मधुबन अकादमी में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेते अधिकारी                                                                  इस अवसर पर कोर्स के संयोजक एवं अकादमी के जिला न्यायवादी शशिकांत शर्मा ने स्वागत तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम की देख-रेख कर रहीं अकादमी की उप पुलिस महानिरीक्षक डा0 सुमन मंजरी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। 
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर अकादमी के उप पुलिस महानिरीक्षक एसके जैन, उप पुलिस महानिरीक्षक श्रीकांत जाधव, प्रशिक्षण सलाहकार सेवानिवृत ब्रिगेडियर केएस बुधवार, निरीक्षकसतीश वत्स उपस्थित रहे।





No comments:

Post a Comment