Friday, July 22, 2011

आशा वर्करों का हो रहा न्यायिक व मानसिक शोषण


घरौंडा(प्रवीन/तेजबीर)
आशा वर्कर युनियन हरियाणा की सर्व कर्मचारी संघ की बैठक तीजों देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई।  इस बैठक में पीएचसी गगसीना, बाल पबाना, रायपूर, मुनक, स्टौंडी, बीजना की आशा वर्करों ने भाग लिया और उनकी मांगों व समस्याओं पर विचार विमर्श किया। 
सर्व कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंहमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सरकार की नीतियो को लागु करने में आशा वर्कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जन्म-मृत्यु के अनुपात में गिरावट, गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने आदि में आशा वर्करों की महत्वपूर्ण भूमिका है। परंतु सरकार द्वारा आशा वर्करों का न्यायिक व मानसिक शोषण किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की कि सभी आशा वर्करों को नीति बनाकर नियमित करे। 
उधर आशा वर्कर यूनियन की खंड प्रधान सुरेश कुमारी एवं सचिव सुमन रोहिल्ला ने कहा कि अप्रैल 2011 में जिला चिकित्सा अधिकारी को आशा वर्करों ने अपनी मांगों के समाधान हेतू एक ज्ञापन सौंपा था परंतु आज तक उनकी मांगों का कोई समाधान नही किया गया। 
आज पीएचसी गगसीना का चुनाव करवाया गया जिसमें सर्वसम्मति से प्रधान सुनीता, सचिव बबली, कोषाध्यक्ष पूनम, सहसचिव ममता को चुना गया। गगसीना पीएचसी की प्रधान सुनीता ने वर्करों को जानकारी देते हुए बताया कि 23 जुलाई को कर्ण पार्क करनाल मे आशा वर्कर यूनियन की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया जाएगा।

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