घरौंडा प्रवीण सोनी/तेजबीर खाद्दर इलाके में पड़ी हजारों एकड़ जमीन की चकबंदी को लेकर आधा दर्जन गांवों के बीच उपजा विवाद एक बार फिर गहरा गया है। न्यायालय का फैसला होने उपरांत जिला प्रशासन के आदेश पर गांव अमृतपूर कलां, केरवाली व अमृतपूर भवानी के सैंकड़ों लोगों ने हथियारों से लैस होकर टैक्टरों से आज विवादित जमीन को जोतना शुरू कर दिया। जमीन को जोतते देख दूसरी तरफ से भरतपूर, कालरम, लालुपूरा व अराईपूरा के भी सैकड़ों ग्रामीण महिला पुरूषों सहित जमीन की ओर दौड़ पड़े और दोनो पक्षों के बीच कई घंटों तक खुलकर संघर्ष हुआ और इस संघर्ष के बीच दोनों पक्षों से कई बार गोलियां भी चली। जिससे महिला व पुरूषों सहित एक दर्जन से ज्यादा व्यक्ति घायल हो गए व दो व्यक्तियों को गोलियों के छररे से घायल हो गए। जिनकों गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल में दाखिल करवाया गया। स्थिति को तनाव पूर्ण होता देख मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया था। देर शाम तक दोनों ओर हजारो लोग लाठियां व गंडासियां लेकर डटे हुए थे।
चारपाई पर पड़ा घायल युवक छाया-तेजबीर बुधवार को सुबह ही गांव अमृतपूर, भवानी व लालुपूरा के सैंकड़ो ग्रामीण हथियारों से लैस होकर टै्रक्टरों के साथ विवादित पड़ी करीब 16 हजार 660 बीघे जमीन को जोतने के लिए जमीन पर पहुंच गए, जैसे ही ग्रामीणों ने जमीन को जोतना शुरू किया। तभी इसकी भरतपूर, कालरम, अराईपूरा व लालुपूरा के सैंकड़ों ग्रामीण लाठियां व गंडासियां लेकर विवादित जमीन की ओर दौड़ पड़े। कई घंटो तक दो पक्षों के बीच संघर्ष हुआ। अमृतपूर, कैरवाली व भवानी के जमीदारों की तादाद ज्यादा होने पर वे दूसरे पक्ष पर भारी पड़े दिखाई दिए। दोनों पक्षों के बीच हुए इस संघर्ष में कई बार लाठियां चली व कई बार हवाई फायर भी किए। इस संघर्ष में कृष्ण, सुकन कुमार, महिला सोमगीता सहित दर्जनों लोग घायल हो गए। कालरम निवासी प्रदीप, बिजेंद्र, जोगिंद्र, चरणु, प्रेम, सतपाल, नकली, अकला, कुलबीर, रूपसिंह, सतपाल आदि ने बताया कि दूसरी तरफ से हुई फायरिंग में प्रदीप व सुगन सिंह को गोलियों के छररे लगे और वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
मौके पर तैनात पुलिस प्रशासन छाया-तेजबीर उधर अमृतपूर व कैरवाली निवासी करेशन, विक्रम, सतीश राणा, जितेंद्र आदि का कहना है कि चकबंदी के तहत खाद्दर की हजारों एकड़ भूमि पर उन्होंने न्यायालय केश जीता हुआ है और इस बारे में वे अनेक बार पुलिस प्रशासन से हस्ताक्षेप करने की मांग कर चुके है। बुधवार को सुबह ही वे अपनी जमीन पर कब्जा लेने गए थे। लेकिन दूसरे पक्ष द्वारा लाठियों व गंडासिंयों के साथ साथ फायरिंग भी। स्थिति को तनावपूर्ण होता देख भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था और देर रात तक दोनों ओर से हजारों की तादाद में ग्रामीण लाठियां व गंडासियां लेकर विवादित जमीन पर डटे हुए थे।
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