असंध दीपक पांचाल
हालंकि पिछले एक पखवाड़े से ज्यादा हुये रूठी मानसून की बदौलत यहां बारिश नहीं हुई। इस बीच गर्मी, उमस, पसीने के बीच आमजन का जीना मुहाल रहा,यहां के धरती पुत्र भी अपनी धान की फसल को लेकर खासे चिन्तित हैं। बावजूद इसके श्रावण मास आते ही यहां तीज त्यौहार के प्रति लोगों का उत्साह अभी कम नहीं हुआ है। तीज त्यौहार भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं । यहां के त्यौहारों का सीधा संबंध यहां की ऋतुओं से है। यही कारण है कि श्रावण मास शुरू होते ही यहां के बाजारों में घेवर और फिरनी की बहार सी आ गई है। आम लोग भी बड़े चाव से घेवर बताशे व फिरनी खरीद रहे हैं। यहां कालान्तर में इन मिठाईयों को बनाने व साम्रगी के उपयोग में भी परिवर्तन आया है। प्रतिस्पर्धा के दौर में बाजार बने रहने के के लिये मिष्ठान भण्डार मालिकों ने कई परिवर्तन किये हैं। पारंपरिक घेवर व फिरनी का स्थान अब मावे व डा्रईफ्रूट से सुसज्जित घेवर व फिरनी लेने लगी है। यही कारण है कि इस समय स्थानीय बाजार में पचास रूपये प्रति किलो भाव से लेकर 200 रूपये प्रति किलो भाव का घेवर व फिरनी उपलब्ध है। ग्राहक अपनी हैसियत व पसंद मुताबिक इन मिठाईयों की खरीरदारी कर रहा है। मोहन स्वीट्स के सुशील छाबड़ा बीकानेर स्वीट्स मालिक व बलूजा स्वीट्स के काला सिंह व कीमती लाल आदि ने बताया कि इन मिठाईयों को लेकर बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा है। आलम यह है कि इस समय अस्थाई तौर पर कई दुकाने खुल गई हैं जो बना बनाया सामान लेकर आते हैं जिसकी गुणवत्ता का भी कोई भरोसा नहीं है। जो माल दुकानदार को 80 रूपये से कम में पड़ता नहीं खाता ऐसे लोगों की वजह से वही माल पचास-साठ रूपये के भाव बेचना पड़ रहा है। आज स्थिति यह है कि अधिकांश सब्जी व फ्रूट विके्रतओं ने भी घेवर व फिरनी के स्टाल लगा लिये हैं। ऐसे में उनके लिये मार्केट में बने रहने के लिये खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
डीएसपी से लगाई न्याय की गुहार,मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
असंध दीपक पांचाल
मंगलवार को गांव जयसिंहपुरा के सैकड़ों बाशिन्दों ने डीएसपी मदल लाल से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। यहां बता दें कि गत 16 जुलाई को रंगरूटी खेड़ा के एक युवक ने जयसिंहपुरा के चार युवकों पर गोली मारकर घायल करने का आरोप लगाया था। इस पर कारवाई करते हुये असंध पुलिस ने पूछताछ के लिये शीला,राकेश,सलिन्द्र व अजय सहित चार युवकों को पूछताछ के लिये हिरासत में भी लिया था। उधर जयसिंहपुरा के लोगों का दावा है कि उनके साथ उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हो रही है। गांव वालों का दावा है कि दरअसल जयसिंहपुरा गांव में रंगरूटी खेड़ा व जयसिंहपुरा के कुछ युवकों के बीच शराब पीकर कहासुनी हुई थी। ग्रामीणों के मुताबिक इस बीच रंगरूटी खेड़ा के एक युवक ने फायरिंग की थी जिसमें कोई घायल नहीं हुआ था। इस बीच मौका पाकर युवक बलेरो गाड़ी में फरार हो गये थे। उधर उसी रात रंगरूटी खेड़ा के एक युवक को गोली लगने से घायल होने पर करनाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
युवक ने आरोप लगाया था कि अपने गांव रंगरूटी खेड़ा लौटते हुये गांव जयसिंहपुरा में गांव के ही चार युवकों ने उसकी बलेरो गाड़ी रूकवाई,तमंचे से उस पर गोली चलाई जिससे वह घायल हो गया व इस बीच युवक उसके गले से सोने की चेन भी उड़ा ले गये थे। हालांकि जयसिंहपुरा निवासी गांव में हुई ऐसी किसी भी घटना का खण्डन कर रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। इस बाबत इससे पूर्व भी एसपी व डीएसपी से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांव व आरोपियों के खिलाफ कारवाई की मांग कर चुके हैं। मंगलवार को गांव की महिला सरपंच सुनीता देवी के पति सुभाष की अगुवाई में सतबीर सिंधड़ कैप्टन रामेश्वर,ताराचन्द व जागेराम के अभाव सुरेश सिंधड़ सेवा सिंह,रामचन्द्र सहित सैकड़ों लोगों ने डीएसपी मदनलाल से मुलाकात कर अपनी पूर्व की मांग दोहराई। ग्रामीणों ने बताया कि न्याय मिलने तक वे पुलिस प्रशासन के समक्ष अपनी मांग दोहराते रहेंगे।
हालंकि पिछले एक पखवाड़े से ज्यादा हुये रूठी मानसून की बदौलत यहां बारिश नहीं हुई। इस बीच गर्मी, उमस, पसीने के बीच आमजन का जीना मुहाल रहा,यहां के धरती पुत्र भी अपनी धान की फसल को लेकर खासे चिन्तित हैं। बावजूद इसके श्रावण मास आते ही यहां तीज त्यौहार के प्रति लोगों का उत्साह अभी कम नहीं हुआ है। तीज त्यौहार भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग हैं । यहां के त्यौहारों का सीधा संबंध यहां की ऋतुओं से है। यही कारण है कि श्रावण मास शुरू होते ही यहां के बाजारों में घेवर और फिरनी की बहार सी आ गई है। आम लोग भी बड़े चाव से घेवर बताशे व फिरनी खरीद रहे हैं। यहां कालान्तर में इन मिठाईयों को बनाने व साम्रगी के उपयोग में भी परिवर्तन आया है। प्रतिस्पर्धा के दौर में बाजार बने रहने के के लिये मिष्ठान भण्डार मालिकों ने कई परिवर्तन किये हैं। पारंपरिक घेवर व फिरनी का स्थान अब मावे व डा्रईफ्रूट से सुसज्जित घेवर व फिरनी लेने लगी है। यही कारण है कि इस समय स्थानीय बाजार में पचास रूपये प्रति किलो भाव से लेकर 200 रूपये प्रति किलो भाव का घेवर व फिरनी उपलब्ध है। ग्राहक अपनी हैसियत व पसंद मुताबिक इन मिठाईयों की खरीरदारी कर रहा है। मोहन स्वीट्स के सुशील छाबड़ा बीकानेर स्वीट्स मालिक व बलूजा स्वीट्स के काला सिंह व कीमती लाल आदि ने बताया कि इन मिठाईयों को लेकर बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा है। आलम यह है कि इस समय अस्थाई तौर पर कई दुकाने खुल गई हैं जो बना बनाया सामान लेकर आते हैं जिसकी गुणवत्ता का भी कोई भरोसा नहीं है। जो माल दुकानदार को 80 रूपये से कम में पड़ता नहीं खाता ऐसे लोगों की वजह से वही माल पचास-साठ रूपये के भाव बेचना पड़ रहा है। आज स्थिति यह है कि अधिकांश सब्जी व फ्रूट विके्रतओं ने भी घेवर व फिरनी के स्टाल लगा लिये हैं। ऐसे में उनके लिये मार्केट में बने रहने के लिये खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
डीएसपी से लगाई न्याय की गुहार,मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की
असंध दीपक पांचाल
मंगलवार को गांव जयसिंहपुरा के सैकड़ों बाशिन्दों ने डीएसपी मदल लाल से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। यहां बता दें कि गत 16 जुलाई को रंगरूटी खेड़ा के एक युवक ने जयसिंहपुरा के चार युवकों पर गोली मारकर घायल करने का आरोप लगाया था। इस पर कारवाई करते हुये असंध पुलिस ने पूछताछ के लिये शीला,राकेश,सलिन्द्र व अजय सहित चार युवकों को पूछताछ के लिये हिरासत में भी लिया था। उधर जयसिंहपुरा के लोगों का दावा है कि उनके साथ उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात हो रही है। गांव वालों का दावा है कि दरअसल जयसिंहपुरा गांव में रंगरूटी खेड़ा व जयसिंहपुरा के कुछ युवकों के बीच शराब पीकर कहासुनी हुई थी। ग्रामीणों के मुताबिक इस बीच रंगरूटी खेड़ा के एक युवक ने फायरिंग की थी जिसमें कोई घायल नहीं हुआ था। इस बीच मौका पाकर युवक बलेरो गाड़ी में फरार हो गये थे। उधर उसी रात रंगरूटी खेड़ा के एक युवक को गोली लगने से घायल होने पर करनाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
युवक ने आरोप लगाया था कि अपने गांव रंगरूटी खेड़ा लौटते हुये गांव जयसिंहपुरा में गांव के ही चार युवकों ने उसकी बलेरो गाड़ी रूकवाई,तमंचे से उस पर गोली चलाई जिससे वह घायल हो गया व इस बीच युवक उसके गले से सोने की चेन भी उड़ा ले गये थे। हालांकि जयसिंहपुरा निवासी गांव में हुई ऐसी किसी भी घटना का खण्डन कर रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। इस बाबत इससे पूर्व भी एसपी व डीएसपी से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांव व आरोपियों के खिलाफ कारवाई की मांग कर चुके हैं। मंगलवार को गांव की महिला सरपंच सुनीता देवी के पति सुभाष की अगुवाई में सतबीर सिंधड़ कैप्टन रामेश्वर,ताराचन्द व जागेराम के अभाव सुरेश सिंधड़ सेवा सिंह,रामचन्द्र सहित सैकड़ों लोगों ने डीएसपी मदनलाल से मुलाकात कर अपनी पूर्व की मांग दोहराई। ग्रामीणों ने बताया कि न्याय मिलने तक वे पुलिस प्रशासन के समक्ष अपनी मांग दोहराते रहेंगे।
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