यमुनानगर,(कुलदीप सैनी)
पति से पैसों को लेकर झगड़ा होने पर खुशी नगर निवासी एक महिला ने अपने दो बच्चों को जहरीला पदार्थ देकर खुद भी जहरीला पदार्थ खा लिया। तीनों को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डाक्टरों ने एक बच्चो को मृत घोषित कर दिया, जबकि मां व बेटी की हालत गंभीर बनी हुई थी। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच मृत बच्चो के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर कार्रवाई शुरू कर दी थी। खुशी नगर निवासी प्रमोद ने बताया कि उसकी पत्नी पूनम व उसके बीच कुछ दिन पहले पैसों को लेकर झगड़ा हुआ था। उसके बाद सब कुछ सामान्य हो गया था। रोजाना की तरह वह आज सुबह अपने काम पर चला गया था। वापस आने पर देखा की सभी बच्चो व पूनम लेटे हुए थे। उन्हें सोया हुआ समझकर वह भी उनके साथ लेट गया। कुछ समय के बाद जब उसने अपने दो वर्षीय बेटे को उठाने का प्रयास किया तो वह नीचे जमीन पर गिर गया। बाद में पांच साल की बेटी प्रिंसी को उठाया तो वह एकदम से बाहर निकलकर उल्टी करने लगी। इस पर उसने पड़ोसियों की मदद से अपनी पत्नी पूनम व बच्चोों को शहर के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। अस्पताल के डाक्टरों ने तीनों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ रफर कर दिया। इस पर प्रमोद तीनों को ट्रामा सेंटर में ले आया। यहां पहुंचने पर डाक्टरों ने परीक्षण के बाद दो वर्षीय दीपांशु को मृत घोषित कर दिया, जबकि पूनम व प्रिंसी की हालत गंभीर बनी हुई है। पूनम के भाई सूरज ने बताया कि सुबह उसकी बहन ने उससे चूहे मारने की दवां मंगवाई थी। उस समय उसे यह नहीं पता था कि वह इससे अपनी जान दे दे देगी। यदि पता होता तो वह कभी भी अपनी बहन को चूहे मारने की दवां लाकर न देता।
पूनम की तीन साल की बेटी जांहवीं इस पूर वाक्य में बच गई। वह कैसे बची यह अभी रहस्य बना हुआ है। हादसे को अंजाम देने वाली पूनम अभी खुद कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। एेसे में यह घटना अभी तक पूरी तरह से रहस्य बनी हुई है। उधर, जांच अधिकारी देवेंद्र सिंह का कहना है कि पूनम के होश में आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। मामले में ब्यान दर्ज करने के बाद जो भी कानूनी कार्रवाई होगी उसे अमल में लाया जाएगा।
श्रीराम कॉलेज के पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने के लिए सामाजिक न्याय मंच की बैठक
यमुनानगर,(कुलदीप सैनी)
समाजिक न्याय मंच की संयोजक हरिनारायण शर्मा की अध्यक्ष्ता में एक बैठक का आयोजित हुई। जिसमें फैसला लिया गया कि 27 जुलाई को डीसी से मिलकर श्री राम कालेज में पीडि़त परिवारों को न्याय दिलाने की गुहार लगांऐगे। हरिनारायण शर्मा ने बैठक में संबोधित करते हुए बताया कि लगभग तीन माह का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक पीडि़त परिवारों को प्रशासन की तरफ से कोई न्याय नहीं मिला है। प्रशासन द्वारा बार-बार मंच को आश्वासन दिया गया कि जल्दी ही श्री राम कालेज के दुर्घटना ग्रस्त परिवारों को उचित न्याय दिलाया जाएगा। लेकिन अभी तक प्रशासन का रवैया बिल्कुल नकारखत्मक रहा है। बैठक में पीडि़त परिवारों ने स्पष्ट कहा कि ना तो प्रशासन द्वारा और न हीं किसी मांग पर अ ल किया गया। मंच ने पूरी बात को गंभीरता से लिया और ये फैसला किया कि मंच का एक शिष्टमंडल 27 जुलाई को डीसी से मिलर पूर मामले की जानकारी लेगा तथा 31 जुलाई को मंच इस मामले पर एक विशाल कनवैशन करगा, जिसमें प्रशासन के नकारखत्मक रवैया पर विचार करते हुए आगामी आंदोलन की घोष्णा की जाएंगी।
सडक़ हादसे में रेलवे कार्यशॉप कर्मी की मौत
यमुनानगर,(कुलदीप सैनी)
रेलवे वर्कशाप में कार्यरत एक व्यक्ति की सडक़ हादसे में मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। माडल टाउन निवासी कमल जब रेलवे वर्कशाप से अपनी ड्यूटी पूरी कर जब साथी के साथ बाइक पर वापस घर लौट रहे थे, तो कमानी चौक के नजदीक पीछे से एक कार सवार ने उनकी बाईक पर टक्कर मार फरार हो गया, जिससे कमल सडक़ पर गिर गए और गंभीर घायल हो गए। जिन्हें नीजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हे चण्डीगढ पीजीआई रैफर कर दिया। जिसके लिए रेलवे की ओर से एक एंबुलेंस बुलाई गई और उसमें आक्सीजन चढाकर कमल को ले जाया गया। किंतु वहां पहुंचने से पूर्व ही कमल ने दम तौड दिया। वहीं इस पर एनआरएमयू के शाखा प्रबंधक विनोद कुमार का आरोप है कि निजी अस्पताल से पीजीआई के लिए रेलवे द्वारा मुहैया करवाई गई एंबुलेंस में दो आक्सीजन सिलेण्डर थे, जिनमें गैस कम होने के कारण कमल ने बीच रास्ते दम तौड़ दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। एनआरएमयू के शाखा प्रबंधक विनोद कुमारे ने कहा कि दो सिलेण्डर लगे थे जिसमें एक में गैस कम थी। एक सिलेण्डर अ बाला और दूसरा सिलेण्डर लालडू पर खत्म हो गया। जिस कारण कमल की पीजीआई चण्डीगढ़ पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि यदि एंबुलेंस में गैस कम होने की बात पाई जाती है तो इसके लिए शाखा की ओर से इसका कड़ा विरोध किया जाएगा।
दहेज न मिलने पर विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला
यमुनानगर, (कुलदीप सैनी)
दहेज में कीमती सामान की मांग पूरी ना होने पर ससुराल पक्ष के लोगों ने विवाहिता को पीट-पीटकर घर से निकाल दिया। पुलिस ने विवाहिता के पति समेत ससुराल पक्ष के तीन लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामला अदालत के आदेश पर दर्ज किया है।
खिजराबाद निवासी इरसाना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 29 अप्रैल 2005 को खेड़ी जाट्टान निवासी दिलशाद के साथ हुई थी । शादी में उसके मायके वालों ने काफी दान दहेज दिया था मगर शादी में दिए गए दहेज से उसके ससुराल पक्ष के लोग खुश नहीं थे। शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष के लोग उससे मोटरसाइकिल व पचास हजार रुपए की मांग करने लगे जिसे देने में उसके मायके वाले असमर्थ थे। आरोप है कि मांग पुरी न होने पर आरोपी पति दिलशाद, ससुर यामीन व सास शकीला ने उसे पीटकर घर से निकाल दिया और वापिस आने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी मगर महिला पुलिस की कार्रवाई से खुश नहीं थी। उसने आरोपियों के खिलाफ अदालत में मामला दर्ज कर करवाया। अदालत ने सुनवाई के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ, मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर लिया।
परिवार की सहमति से युवती से करता रहा छह महीने तक दुष्कर्म
यमुनानगर, (कुलदीप सैनी)
एक युवकअपने परिवार की सहमति से गांव की ही एक लडक़ी के साथ छह माह तक दुष्कर्म करता रहा। जब लडक़ी गर्भवती हो गई तो आरोपियों ने उसका गर्भपात करवाने की कोशिश की। पुलिस ने लडक़ी की शिकायत पर युवक के खिलाफदुष्कर्म करने व चार लोगों के खिलाफ जबरदस्ती गर्भपात करवाने की कोशिश करने का मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार गांव मलिकपुर खादर निवासी साईना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि एक दिन वह अपने घर पर अकेली थी। इस दौरान उनके पड़ोस में रहने वाला जौहर रहमान उनके घर पर आ गया और उसे अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद आरोपी उसे ब्लैकमैल कर छह माह तक उसके साथ मुंह काला करता रहा। जब वह गर्भवती हो गई तो आरोपी ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों अलाफात, रिहाना, अतुर रहमान, आयशा के साथ मिलकर उसका धोखे से उसका गर्भपात करवाने की कोशिश की। इसकी सूचना जब लडक़ी के परिजनों को लगी तो वह लडक़ी को पुलिस थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने शायना की शिकायत पर जौहर रहमान के खिलाफ दुष्कर्म करने व अलाफात, रिहाना, अतुर रहमान, आयशा के खिलाफ धोखे से गर्भपात करवाने की कोशिश करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।
दहेज हत्या के आरोपी सास-ससुर गिरफतार,दो फ रार
यमुनानगर, (कुलदीप सैनी)
पुलिस ने दहेज की मांग को लेकर विवाहिता की हत्या करने वाले आरोपी सास-ससुर को आज गिरफ्तार कर लिया। मामले में दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है इस मामले में फरार आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस प्रवक्ता जगबीर सिंह ने बताया कि आनंद कालोनी निवासी ज्योति की शादी अतुल के साथ हुई थी। शुक्रवार को ज्योति की सिविल अस्पताल यमुनानगर में मौत हो गई थी। मृतका के पिता अशोक कुमार ने ससुराल पक्ष के लोगों पर ज्योति की दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने अशोक कुमार की शिकायत पर मृतक ज्योति के ससुर बलविंद्र, सास वीना, जेठ विपुल व जेठानी सिमरन के खिलाफ केस दर्ज किया था। आरोपी तभी से फरार थे। उन्होंने बताया कि पुलिस को देर रात सूचना मिली की हत्या के आरोपी युवक इस समय अपने घर पर मौजूद हैं। पुलिस ने तुरंत उनके घर पर छापामारी कर आरोपी बलदेव किशन व वीना को गिरफ्तार लिया।
बस स्टैंड के नजदीक हुई गोलीबारी में दस लोग नामजद
यमुनानगर,(कुलदीप सैनी)
यमुनानगर बस स्टैंड के नजदीक देर शाम हुई गोलीबारी में पुलिस ने दस लोगों को नामजद करते हुए चार अन्य के खिलाफ जान से मारने का प्रयास करने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उधर, मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने मोहित की शिकायत पर गड़ी मुंडो निवासी अनिल पुनिया, गोविंदपुरी निवासी सुमीत, जसविंद्र, रोहित, पुनगढ़, गुदयाना निवासी अरूण, सूढैल निवासी विक्की व अजय, कुरूक्षेत्र के ढोल निवासी संजू, चोपड़ा गार्डन निवासी अमन कनेरिया व चार अन्य के खिलाफ मारपीट करने, जान से मारने का प्रयास करने व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गौरतलब है कि यमुनानगर बस स्टैंड के बाहर शनिवार शाम कारों में सवार आरोपी युवकों ने एक अन्य कार में सवार विकास नगर निवासी मोहित व लक्ष्मी नगर निवासी कुलबीर उर्फ सन्नी पर फायरिंग कर जान से मारने का प्रयास किया। गोलियां कार में लगने से वह पुरी तरफ से क्षतिग्रस्त हो गई।
मारपीट के मामले में 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
यमुनानगर,(कुलदीप सैनी)
जिले में अलग-अलग दो स्थानों पर हुई मारपीट में पुलिस ने दर्जनभर लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मामले में एक महिला समेत तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव उंचा चंदना निवासी दर्शन सिंह ने छप्पर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कुछ समय पहले उसकी दौलतपुर निवासी कुलदीप के साथ किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। उसी कहा सूनी के चलते वह मन में रंजिश पाले हुए था। आरोप है कि देर शाम कुलदीप ने अपने साथी राम व पांच अन्य लोगों के साथ उसके घर में घुसकर उसपर हमला कर दिया। बचाव पक्ष में जब उसकी पत्नी हरभजन कौर आई तो आरोपियों ने उसे भी पीटकर घायल कर दिया। पुलिस ने दर्शनसिंह की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मारपीट करने का मामला दर्ज किया है।
उधर, गोविंदपुरा निवासी संजीव कुमार ने फरकपुर पुलिस को दी शिकायत में बताया कि देर शाम प्रदीप, सोनू व तीन अन्य लोगों ने उसे पीटकर घायल कर दिया। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्जकर लिया।
पूरे कर लिये गये हैं बाढ़ की रोकथाम के लिए आवश्यक सभी पुख्ता इंतजाम:अशोक सांगवान
यमुनानगर, (कुलदीप सैनी)
बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। लोगों को धबराने की कोई जरूरत नहीं है। प्रशासन द्वारा हर प्रकार के प्रबन्ध किए हुए हैं।
यह जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त अशोक सांगवान ने बताया कि प्रशासन द्वारा बरसात के मौसम में जिला के उतरी क्षेत्र एवं पहाडी कैंचमैंट एरिया में अचानक अधिक वर्षा होने के कारण जिला में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिये सभी प्रकार की तैयारियों की हुई हैं व जिला के किसी भी क्षेत्र में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति पर पूरा प्रशासन नजर रखे हुए है। जिला सचिवालय में जिला स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। इस बाढ़ नियंत्रण कक्ष में लगे टेलीफोन नम्बर 01732-237800, 237801 पर किसी भी समय सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के बारे में सूचना देकर सहायता प्राप्त की जा सकती है। इसके अतिरिक्त सब डिवीजन स्तर पर जगाधरी व बिलासपुर, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय रादौर, तहसील कार्यालय छछरौली तथा जल सेवाएं मण्डल जगाधरी के कार्यालय में भी बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है जो आगामी 15 अक्तूबर तक कार्य करेगें।
उपायुक्त ने बताया कि जिला सचिवालय में स्थापित मुख्य बाढ़ नियंत्रण कक्ष में 24 घण्टें भिन्न-भिन्न सरकारी विभागों के योग्य एवं कर्मठ अधिकारियों/कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई है जो अलग-अलग सिफटो में डयूटी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण कक्षों पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी जिला के उत्तरी छौर के पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक वर्षा होने के कारण नदियों के जल स्तर में अचानक वृद्धि होने से किसी क्षेत्र विशेष में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति की जानकारी जिला के उच्च अधिकारियों को तुरंत देते हैं व जिला प्रशासन तुरंत बाढ़ बचाव कार्यो में जुटा है। इसके अतिरिक्त गत वर्ष की भांति जिला के अलग-अलग विकास खण्डों के 62 गांवों के स्कूलों में भी ग्रामीण बाढ़ नियंत्रण कक्षों की स्थापना की गई है जिनके इंचार्ज स्कूलों के हैड टीचर बनाएं गए हैं। इन कक्षों में नियत्रण कक्ष का बैनर, प्राथमिक चिक्तिसा बाक्स, हैलोजन की गोलियां, मोमबत्तियां, टार्च, माचिसों व रसियोंं की व्यवस्था की गई है तथा नियंत्रण कक्ष प्रभारी की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा लाईफ जाकिटों की व्यवस्था भी की जाती है।
उन्होंने बताया कि कार्यकारी अभियंता जल सेवाएं मण्डल जगाधरी के कार्यालय जोकि नहर कालोनी में स्थित है, में भी बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका टेलीफोन नम्बर 01732-237837 है। उन्होंने बताया कि मानसून के मौसम में अधिक वर्षा होने के कारण जिला के किसी भी हिस्से में सम्भावित बाढ़ जैसी स्थिति के दौरान बाढ़ राहत कार्यो में किसी प्रकार की कौताही नहीं बरती जाएगी व बरती गई किसी भी प्रकार की अनियमितता के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होगें। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना सैक्टर-17 चण्डीगढ़ के नए सचिवालय की दूसरी मंजिल में स्थापित किया गया है, जिसका टेलीफोन नम्बर 0172-2714002 है। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय रादौर में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के इंचार्ज नायब तहसीलदार/बी.डी.पी.ओ. रादौर है। इस बाढ़ नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर 01732-237899 है। सब डिवीजन कार्यालय बिलासपुर में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के इंचार्ज एस.डी.एम. कार्यालय के अधीक्षक को बनाया गया हैं और इस बाढ़ नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर 01735-274890 है। इसी प्रकार छछरौली के तहसील कार्यालय में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 01735-277339 है और इस बाढ़ नियंत्रण कक्ष के इंचार्ज छछरौली के तहसीलदार हैं। तहसील कार्यालय जगाधरी में सब डिवीजन स्तर का बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जिसके इंचार्ज जगाधरी के तहसीलदार हैं और इस बाढ़ नियत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 01732-237805 है। उन्होंने यह भी बताया कि दूरभाष नम्बर 01732-237850 पर भी सम्पर्क कर किसी भी क्षेत्र में बनी बाढ़ जैसी स्थिति की सूचना दी जा सकती है और सहायता प्राप्त की जा सकती है
No comments:
Post a Comment