करनाल विजय काम्बोज
सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की देर से आने, पढ़ाई नहीं कराने और मिड-डे-मील में बरती जा रही भारी अनियमितता की शिकायतों के चलते खंड शिक्षा अधिकारी ने क्षेत्र के करीब आधा दर्जन स्कूलो का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अनेक स्कूलों में भारी खामिया पाई गई। खामियों को देख शिक्षा अधिकारी ने अध्यापकों पर लताड़ लगाई। शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी पुष्पलता गोगिया ने सुबह साढ़े सात बजे बरसत गांव के सरकारी स्कूल में दस्तक दी। इसके बाद शिक्षा अधिकारी ने मंगलगढ़ी, बल्हेड़ा, देवीपूर, संजय नगर, अलिपूर खालसा, शेखपूरा और गुढ़ा के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बरसत के स्कूल में पाया कि 24 अध्यापकों में से मात्र तीन अध्यापक, प्राइमरी स्कूल में दस अध्यापकों में से पाच, शेखपूरा खालसा में पाच अध्यापक, अलिपूर खालसा में दो अध्यापक व गुढ़ा के स्कूल में दो अध्यापक ड्यूटी से नदारद मिले। शिक्षा अधिकारी को स्कूलों में देख सभी स्कूल में हडक़ंप मच गया। छापे के दौरान शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न स्कूलों का रिकॉर्ड चेक किया। देवीपूर के प्राइमरी स्कूल में मिड-डे-मील के रिकार्ड में भारी गड़बड़ी पाई गई। इतना ही नहीं शिक्षा अधिकारी उस समय ओर भी तिलमिला गई जब उन्होंने पाया कि सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को जोड़ और घटाव के सवाल भी नहीं आए। वहीं बल्हेड़ा के मिडिल स्कूल में विद्यार्थियों को मुफ्त में दी जाने वाली किताबें धूल चाटती नजर आई। इनको देख कर खंड शिक्षा अधिकारी तिलमिला गई और उन्होंने मौके पर ही पुस्तकों को विद्यार्थियों में वितरित किया।
विभिन्न सरकारी स्कूलों में पाई गई भारी खामियों को देख शिक्षा अधिकारी ने मुख्याध्यापक और अध्यापकों पर जमकर लताड़ लगाई और कहा कि लापरवाही बरतने वाले किसी भी अध्यापक को बख्शा नहीं जाएगा।
शिक्षा अधिकारी पुष्पलता गोगिया ने बताया कि निरीक्षण के दौरान इन स्कूलों में भारी खामिया पाई गई है। भविष्य में भी इसी प्रकार से स्कूलों का निरीक्षण जारी रहेगा और किसी भी दोषी अध्यापक को बख्शा नही जाएगा। आज निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए अध्यापकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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